भारतीय टीम के विकेट कीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक उस वक्त बेहद चर्चा में आए जब उन्होंने निदहास ट्रॉफी में टीम को छक्का लगाकर जीत दिलाई थी. तब कई लोगों ने यह माना कि दिनेश कार्तिक अगले फिनिशर की भूमिका में आ सकते हैं, उसके बाद तो मानों कार्तिक के लिए बेहद शानदार टाइम चला और उन्हें कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए कप्तान के रूप में चुन लिया गया और उस साल आईपीएल में उनका बल्ला खूब जमकर बोला.
शायद यही कारण है कि कई खिलाड़ियों ने उनके उस प्रदर्शन के बाद उनकी जमकर सराहना की और उन्हें एक सुलझा हुआ खिलाड़ी करार दिया. लेकिन इस खिलाड़ी ने हाल ही में अपने पहले आईपीएल के अनुभव को साझा किया है. उन्होंने कहा कि जब पहला आईपीएल शुरू होने वाला था तब मुझे पूरा यकीन था कि उनकी घरेलू टीम उन्हें जरूर खरीदेगी लेकिन मेरी उम्मीद तब टूट गयी जब मेरी टीम ने मुझसे पहले धौनी पर दांव लगाया. तब मुझे उस वक्त गहरा धक्का लगा.
टीम के इस फैसले से मैं पूरी तरह हैरान था, दिनेश कार्तिक ने ये बातें क्रिकबज से कही. कार्तिक ने आगे कहा उस वक्त मैं अपने राज्य तमिलनाडु का बड़ा नाम था और देश के लिए खेल रहा था, इसलिए मैं इस बात को लेकर पूरी तरह आश्वस्त था कि चन्नई की टीम मुझे जरूर चुनेगी लेकिन ऐसा हुआ नहीं और उन्होंने मुझसे पहले धोनी को 15 करोड़ रुपये में खरीद लिया. उस वक्त मैं ऑस्ट्रेलिया में था. उस वक्त वो बिल्कुल मेरे नीचे कोने में बैठे थे उन्होंने मुझे नहीं बताया कि मुझे टीम में चुन लिया गया है, हालांकि मुझे लगता है कि शायद उसे इस बात की जानकारी नहीं होगी.
मुझे अब भी उम्मीद है कि मैं चेन्नई के लिए खेल सकूँगा और अब तक मैं उस कॉल का इंतजार कर रहा हूँ. बता दें कि कार्तिक ने छह आईपीएल फ्रेंचाइजी टीमों का प्रतिनिधित्व किया है, लेकिन इस विकेटकीपर-बल्लेबाज को अपनी होम टाउन वाली आईपीएल टीम से खेलने का मौका नहीं मिला. अब वह कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए बतौर कप्तान खेलते हैं.
आपको बता दें कि धौनी का आईपीएल रिकॉर्ड कार्तिक से बेहतर है, धौनी 190 आईपीएल के मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 42 की औसत से 4432 रन बनाए हैं जिसमें उनका उच्चतम स्कोर 83 रन हैं वहीं अगर हम कार्तिक की बात करें तो उन्होंने 182 मैचों में 27 की औसत से 3654 रन बनाए हैं जिसमें उनका उच्चतम स्कोर 97 रन हैं. आपको बता दें कि धोनी की कप्तानी में चेन्नई ने 3 बार आईपीएल खिताब पर कब्जा जमाया है. और उनके कप्तानी में जीत का प्रतिशत 60.11 है और वो आईपीएल में अब तक के सबसे सफल कप्तान माने जाते हैं.