D Gukesh vs R Praggnanandhaa: रविवार को विज्क आन जी में इतिहास रचते हुए आर प्रज्ञानंदा ने प्लेऑफ में डी गुकेश को हराकर टाटा स्टील शतरंज मास्टर्स का खिताब अपने नाम किया. हालांकि, राउंड 13 में दोनों भारतीय ग्रैंडमास्टर्स को हार का सामना करना पड़ा था, अर्जुन एरिगैसी ने शानदार वापसी करते हुए 31 चालों में गुकेश को मात दी, जबकि विंसेंट कीमर ने सात घंटे लंबे संघर्ष के बाद प्रज्ञानंदा को हरा दिया. इससे यह मुकाबला टाईब्रेकर में चला गया. डी गुकेश टाटा स्टील शतरंज मास्टर्स 2025 के फाइनल में आर प्रज्ञानंदा से टाई-ब्रेकर में मिली हार से बेहद निराश हैं.
गुकेश इस हार से हतप्रभ रह गए. ब्लिट्ज प्लेऑफ में उन्होंने पहला गेम जीत लिया था, लेकिन इसके बाद लगातार दो गेम हार गए, जिससे प्रज्ञानंदा विजेता बने. यह हार गुकेश के लिए बेहद निराशाजनक रही, और उनकी भावनाएं उनके चेहरे पर साफ झलक रही थीं. टूर्नामेंट के दौरान वह शीर्ष स्थान पर थे, लेकिन अंत में खराब परिणामों के कारण उन्हें टाई-ब्रेकर में खेलना पड़ा, जहां प्लेऑफ में हार उनके लिए करारा झटका साबित हुई.
अंतिम टाई-ब्रेकर गेम में गुकेश का समय समाप्त हो गया और उन्हें हार स्वीकार करनी पड़ी. उनके चेहरे पर गहरी निराशा साफ नजर आई. न तो प्रशंसकों को यह उम्मीद थी, और न ही खुद 18 वर्षीय खिलाड़ी को. हार के बाद गुकेश अपनी सीट पर गिर से पड़े और छत की ओर देखने लगे, जबकि प्रज्ञानंदा यह देखकर अवाक रह गए.
टाई-ब्रेकर के तीसरे गेम में प्रज्ञानंदा ने लंदन सिस्टम में डिंग लिरेन की रणनीति अपनाई. गुकेश ने शुरुआत में पॉन-अप एंडगेम हासिल किया, लेकिन अपनी चाल से जीत हासिल नहीं कर सके. इस बीच, प्रज्ञानंदा ने अपना घोड़ा वापस ले लिया, जिससे खेल बराबरी की स्थिति में आ गया. आखिरकार, घोड़े और तीन प्यादों की इस लड़ाई में गुकेश का समय समाप्त हो गया, जिससे उन्होंने एक दर्दनाक हार झेल ली.
अपनी ऐतिहासिक जीत पर प्रज्ञानंदा ने कहा, “जब मैं इस टूर्नामेंट में आया था, तो मेरा लक्ष्य खिताब जीतना था. लेकिन प्रतियोगिता बेहद कठिन थी. कल तक मैंने इस बारे में ज्यादा नहीं सोचा था, और अब मैं अपनी खुशी को शब्दों में बयां नहीं कर सकता.”
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