इंग्लैंड ने आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में पाकिस्तान को पांच विकेट से हराकर दूसरी बार टी20 वर्ल्ड कप की ट्रॉफी जीत ली है. सैम कुरेन ने शानदार गेंदबाजी कर तीन विकेट झटके, जबकि बेन स्टोक्स ने नाबाद 52 रनों की मैच जीताऊ पारी खेली. इंग्लैंड के बायें हाथ के तेज गेंदबाज सैम करन और लेग स्पिनर आदिल राशिद ने पाकिस्तानी बल्लेबाजी लाइनअप को इतने दबाव में ला दिया था कि प्रतिद्वंद्वी टीम आठ विकेट पर 137 रन ही बना सकी.
पाकिस्तान की कमाल की गेंदबाजी के सामने इंग्लैंड की टीम दबाव में आ गयी थी लेकिन शाहीन शाह अफरीदी (2.1 ओवर में 13 रन देकर एक विकेट) के चोटिल होकर मैदान से बाहर जाने के बाद मैच का रूख बदल गया. स्टोक्स की 49 गेंद (पांच चौके, एक छक्का) की पारी से इंग्लैंड 19 ओवर में पांच विकेट पर 138 रन बनाकर चैम्पियन बना.
स्टोक्स ने 2019 वनडे विश्व कप में भी अपनी टीम को चैम्पियन बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी. पाकिस्तानी कप्तान बाबर आजम की इसी मैदान पर अपने देश के महान क्रिकेटर इमरान खान की उपलब्धि (1992 की 50 ओवर की विश्व कप विजेता टीम) की बराबरी करने की तमन्ना पूरी नहीं हो सकी.
इंग्लैंड की शुरुआत अच्छी नहीं रही, उसने पावरप्ले में 49 रन पर तीन विकेट गंवा दिये थे जबकि इस समय पाकिस्तान का स्कोर एक विकेट पर 39 रन था. पाकिस्तान को पहली सफलता अफरीदी ने दिलायी जिन्होंने पहले ही ओवर में सलामी बल्लेबाज एलेक्स हेल्स (01)को बोल्ड कर दिया. हेल्स ने भारत के खिलाफ सेमीफाइनल में नाबाद 86 रन बनाये थे.
दस ओवर में पाकिस्तान का स्कोर दो विकेट 68 रन था जबकि इंग्लैंड ने तीन विकेट पर 77 रन बनाये थे. स्टोक्स और हैरी ब्रुक (23 गेंद में 20 रन) चौथे विकेट के लिये अच्छी साझेदारी की ओर बढ़ रहे थे कि शादाब खान (20 रन देकर एक विकेट) ने इस 39 रन की भागीदारी का अंत किया. ब्रुक बड़ा शॉट खेलने के प्रयास में गेंद को ऊंचा खेल बैठे और कवर में अफरीदी को कैच देकर आउट हुए.
कैच लपकते वक्त पैर की मांसपेशियों में खिंचाव के कारण अफरीदी मैदान से बाहर चले गये जिससे इंग्लैंड का स्कोर चार विकेट पर 84 रन हो गया. इसके बाद अफरीदी अपना तीसरा ओवर करने उतरे लेकिन एक गेंद डालने के बाद उन्हें दर्द के कारण मैदान से बाहर जाना पड़ा, जिससे इफ्तिखार को गेंदबाजी पर लगाया गया और यहीं मैच का रूख बदल गया. मोईन अली (12 गेंद में 19 रन) ने 17वें ओवर में तीन चौके जड़ दिये जिससे तीन ओवर में इंग्लैंड को 12 रन चाहिए थे। अली पांचवें विकेट के लिये स्टोक्स के साथ 48 रन की भागीदारी निभाकर 19वें ओवर में मोहम्मद वसीम की गेंद पर बोल्ड हुए जिससे जीत की औपचारिकता पूरी करने लियाम लिविंगस्टन (नाबाद 01) क्रीज पर उतरे. इस तरह इंग्लैंड ने इसी प्रतिद्वंद्वी पर 1992 का विश्व कप फाइनल गंवाने का बदला चुकता किया.