भारतीय टीम गुरुवार 25 जनवरी यानी आज से इंग्लैंड के साथ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेल रही है. ये मुकाबला हैदराबाद के राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में खेला जा रहा है. इंग्लैंड टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया है. बता दें इंग्लैंड की टीम इस मैदान पर पहली बार टेस्ट मैच खेलने के लिए उतरी है. टेस्ट मैच के पहले दिन इंग्लैंड के पूर्व कप्तान जो रूट ने इतिहास रच दिया. रूट ने पहली पारी के दौरान 60 गेंदों में एक चौके की मदद से 29 रन बनाए. 29 रन बनाने के साथ ही रूट ने भारतीय टीम के पूर्व स्टार सलामी बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर का एक बड़ा रिकॉर्ड दिया. इंग्लैंड के पूर्व कप्तान जो रूट ने अपनी पारी का 10वां रन बनाते ही मास्टर-ब्लास्टर को पछाड़ दिया. वहीं दूसरी तरफ इंग्लैंड के स्पिनर शोएब बशीर को भारत का वीजा मिल गया है. बशीर के वीजा विवाद मामले में भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी वेंकटेश प्रसाद ने ट्वीट करते हुए ईसीबी की आलोचना की है. उन्होंने कहा, ‘रोना-धोना उनकी पुरानी आदत है.’ बता दें, शुरुआती इनकार के बाद बशीर को भारतीय वीजा मिल गया, लेकिन पूरे मुद्दे पर चर्चा जारी है. केवल अंग्रेजी मीडिया ही नहीं बल्कि इंग्लैंड टीम के कप्तान बेन स्टोक्स भी बशीर वीजा विवाद से नाराज थे.
Also Read: IND vs ENG: जो रूट ने तोड़ा सचिन का रिकॉर्ड, टेस्ट मैचों में भारत का छुड़ाया छक्का
भारतीय टीम के पूर्व तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद ने बुधवार को शाम 4:41 बजे अपने ट्विटर अकाउंट से इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड और शोएब बशीर को लेकर एक पोस्ट किया. पोस्ट में वेंकटेश प्रसाद ने मेजबान देश का समर्थन किया है और ‘बुनियादी प्रक्रियाओं का पालन नहीं करने’ के लिए इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) की आलोचना की है. उन्होंने पोस्ट करते हुए लिखा, ‘उनके वीजा पर यूके में मुहर लगाने की जरूरत थी. ईसीबी ने शोएब बशीर को यूएई भेजा, यह सोचकर कि इस पर किसी तीसरे देश में मुहर लगेगी. बुनियादी प्रक्रियाओं का पालन न करना, चीजों को मान लेना और फिर बेईमानी से रोना एक पुराना अंग्रेजी तरीका है. यह गलती ईसीबी की है.
इंग्लैंड टीम के तरफ से खेल रहे शोएब बशीर मूल रूप से पाकिस्तानी है. उनके साथ स्टुअर्ट हूपर भी हैं, जो हाल ही में ईसीबी में क्रिकेट संचालन के नए प्रबंध निदेशक के रूप में शामिल हुए हैं. बता दें, पेपर वर्क में देरी के कारण बशीर पहले टेस्ट मैच से पहले अपनी टीम के साथ शामिल नहीं हो सके. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बशीर को पेपर वर्क के लिए यूके वापस लौटना पड़ा था.
Also Read: HAPPY BIRTHDAY: Cheteshwar Pujara के जन्मदिन पर जानें उनसे जुड़े खास रिकॉर्ड
ईएसपीएन क्रिकइन्फो से बातचीत के दौरान स्टोक्स ने कहा, ‘बतौर कप्तान मुझे यह विशेष रूप से निराशाजनक लगता है. हमने दिसंबर में स्क्वॉड का ऐलान किया था. सभी इस बात से अवगत थे कि हमें भारत टेस्ट मैच खेलने के लिए जाना है. सभी बात की जानकारी के बाद भी बशीर वीजा के कारण यहां नहीं आ सके. मैं उसके लिए और अधिक निराश हूं. मैं इंग्लैंड की टेस्ट टीम में उसका पहला अनुभव इस तरह की स्थिति में नहीं चाहता था. मुझे उसके लिए सहानुभूति है.’ उन्होंने आगे कहा, ‘लेकिन वह पहला क्रिकेटर नहीं है, जो इससे गुजरा हो. मैंने कई खिलाड़ियों के साथ खेला है, जिनके साथ यही समस्या रही है. मुझे यह निराशाजनक लगता है कि हमने एक खिलाड़ी को चुना है और वह वीजा मुद्दों के कारण हमारे साथ नहीं है. खासकर वह युवा है, मैं उसके लिए परेशान हूं.’
Also Read: IND vs ENG 1st Test: लंच के बाद भी दिखा भारतीय गेंदबाजों का जलवा, बेयरस्टो को भेजा वापस