भले ही सरकार द्वारा लॉकडाउन 4 में स्टेडियमों और स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स को खोलने की अनुमति मिल गयी है लेकिन अभी भी टीम इंडिया अभ्यास की शुरूआत नहीं की है. वो अभ्यास कब से शुरू करेंगे उस बारे में बीसीसीआई की तरफ से कोई बयान सामने नहीं आया है. लेकिन टीम इंडिया के फील्डिंग कोच आर श्रीधर का कहना है कि वो लगातार कोशिश में लगे हुए हैं कि जल्द से जल्द फिटनेस कार्यक्रम के जरिए उनकी प्रैक्टिस सुनिश्चित की जाए. तब तक हम ये सुनिश्चित कर रहे हैं कि सभी खिलाड़ी मानसिक रूप से इसके लिए तैयार रहे.
ये बातें उन्होंने टाइम्स ऑफ इंडिया के एक इंटरव्यू में कही. उनका ये भी कहना है कि वो तारीख का निर्णय लेने के लिए लगातार भारत सरकार और बीसीसीआई से बात चीत कर रहे हैं. खिलाड़ियों की क्षेत्ररक्षण अभ्यास तैयारियों के बारे जब उनसे पूछा गया तो उनका कहना है वो खिलाड़ियों को टेनिस बॉल से कैच पकड़ने की अभ्यास करवाएंगे क्योंकि खिलाड़ी लंबे वक्त बाद मैदान में उतरेंगे तो ऐसे में जरूरी है कि उनकी सुरक्षा का ख्याल रखा जाए ताकि उन्हें हार्ड बॉल को पकड़ते वक्त चोट न लगे. ये काम हो जाने के बाद ही उनके लिए काम का बोझ बढ़ाएंगे.
जब उनसे खिलाड़ियों की अभ्यास टास्क के बारे में बात किया गया तो उनका कहना है कि उनके पास मौजूद संसाधन और उपकरणों के आधार पर हमने उन्हें अभ्यास के लिए कहा है. ताकि उनकी प्रैक्टिस प्रभावित न हो. अभ्यास शुरू होने के बाद उन्हें फिट होने में कितने दिन का वक्त लगेगा इस सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि हर खिलाड़ियों की अलग अलग समय सीमा हो सकती है, लेकिन लगभग फिट होने के लिए 3 से 4 सप्ताह वक्त लगने की बात उन्होंने कही.
गेंदों पर लार के उपयोग वाले सवाल के जवाब में उन्होंने बॉल गेंदबाजी कोच भारत अरुण के पाले में डाल दिया उनका कहना है इस सवाल के जवाब देने के लिए वो उपयुक्त व्यक्ति नहीं है. भारतीय टीम के सबसे शानदार फील्डर के सवाल पर उन्होंने विराट कोहली को बेस्ट आउट फील्डर बताया है. उन्होंने कहा कि विराट कोहली एक शानदार आउटफिल्डर थे, लेकिन अब वह अभी स्लिप फील्ड की फील्डिंग में सुधार किए हैं. विराट ने अपनी स्लिप कैचिंग स्किल्स पर काफी मेहनत की है. रोहित एक अन्य खिलाड़ी हैं जिन्होंने अपनी स्लिप फील्डिंग स्किल्स में सुधार किया है और यह इस क्षेत्र में बहुत भरोसेमंद है. युजवेंद्र चहल ने बहुत सुधार किया है क्योंकि वह अपने दिल और आत्मा को इसमें लगाते हैं. जसप्रीत बुमराह और केदार जाधव अन्य खिलाड़ी हैं जिन्होंने छलांग और सीमा रेखा पर क्षेत्ररक्षण के मामले में सुधार किया है.