क्रिकेट को जेंटलमैन गेम कहा जाता है. हालांकि कई बार मैदान पर ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं, जिसके बाद खेल भावना पर सवाल उठने लगे और इसपर बहस शुरू हो गई. सोमवार को दिल्ली का फिरोज शाह कोटला यानी अरुण जेटली स्टेडियम जंग के मैदान में बदल चुका था. वर्ल्ड कप 2023 के 38वें मुकाबले में श्रीलंका और बांग्लादेश के खिलाड़ी एक-दूसरे की जान के पीछे पड़ गए थे. श्रीलंकाई गेंदबाज गेंद से आग उगल रहे थे, तो जवाब में बांग्लादेश के बल्लेबाज बल्ले से गोले दाग रहे थे. स्थिति बेहद तनावपूर्ण हो गई थी. कई बार अंपायर को बीच-बचाव करना पड़ा था.
क्या है मामला
दरअसल सदीरा समरविक्रमा शाकिब अल हसन की गेंद पर 42 गेंदों में 41 रन बनाकर आउट हुए, तो बल्लेबाजी के लिए अगले बल्लेबाज के रूप में एंजेलो मैथ्यूज क्रीज पर उतरे. मैथ्यूज जैसे ही क्रीज पहुंचे और हेलमेट लगाने लगे तो उसका स्ट्रैप टूट गया. उन्होंने ड्रेसिंग रूम से दूसरा हेलमेट लाने का इशारा किया लेकिन इसमें दो मिनट से अधिक का समय लग गया. इस बीच शाकिब ने मैथ्यूज के खिलाफ टाइम आउट की अपील की और अंपायर मराइस इरासमस ने उन्हें आउट करार दे दिया.
मैथ्यूज कर रहे थे घातक गेंदबाजी
बांग्लादेश के खिलाफ मैच में सोमवार को एंजेलो मैथ्यूज घायल शेर की तरह लग रहे थे. जब वो गेंदबाजी के लिए आए तो उनका एक्शन खतरनाक लग रहा था. उनकी एक-एक गेंद बांग्लादेशी बल्लेबाजों के लिए घातक साबित हो रहा था. ऐसा लग रहा था की मैथ्यूज टाइम आउट का बदला वो पूरी बांग्लादेशी टीम को पवेलियन भेजकर ही दम लेंगे. ऐसा हुआ भी उन्होंने शाकिब अल हसन को अपना शिकार बनाया. जब शाकिब 65 गेंदों में 12 चौकों और दो छक्कों की मदद से 82 रन बनाकर खेल रहे थे. मैथ्यूज ने असलंका के हाथों शाकिब को आउट किया. इससे पहले उन्होंने नजमुल हुसैन शान्तो को भी अपना शिकार बनाया. शांतो को मैथ्यूज ने 90 के स्कोर पर बोल्ड कर दिया. मालूम हो शांतो के कहने पर ही शाकिब ने मैथ्यूज के खिलाफ टाइम आउट की अपील की थी. मैथ्यूज ने 7.1 ओवर की गेंदबाजी में 35 रन देकर 2 विकेट चटकाया. इस दौरान उन्होंने एक ओवर मेडन भी डाला.
मैथ्यूज अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ‘टाइम आउट’ होने वाले पहले बल्लेबाज बने
एंजेलो मैथ्यूज अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ‘टाइम आउट’ होने वाले पहले बल्लेबाज बन गए हैं. इससे पहले 146 साल के क्रिकेट इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ था. हालांकि सचिन तेंदुलकर भी इसके शिकार होते रह गए थे. उस समय दक्षिण अफ्रीका के तात्कालिन कप्तान ग्रीम स्मिथ ने अपील नहीं की थी, नहीं तो सचिन आउट हो सकते थे. क्योंकि सचिन को पहली गेंद खेलने में काफी देर हो गया था. उसी तरह सौरव गांगुली के साथ भी ऐसा हुआ था.
शाकिब अल हसन को अपने किये पर कोई पछतावा नहीं
शाकिब से जब यह पूछा गया कि क्या उन्हें इस पर कोई पछतावा है तो उन्होंने टीम की तीन विकेट की जीत के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, बिल्कुल नहीं. हमारा एक क्षेत्ररक्षक मेरे पास आया और कहा कि यदि आप अपील करते हैं, तो नियम कहता है कि वह आउट है क्योंकि उसने समय सीमा के भीतर अपना गार्ड नहीं लिया है. तो फिर मैंने अंपायरों से अपील की, अंपायर ने मुझसे कहा कि आप उसे वापस बुलाएंगे या नहीं. मैंने कहा कि अगर वह आउट है, तो आप उसे वापस बुलाएं, यह अच्छा नहीं लगता. मैंने कहा कि मैं उसे वापस नहीं बुलाऊंगा.
बांग्लादेश ने श्रीलंका के सेमीफाइनल में पहुंचने का सपना तोड़ा
टाइम आउट विवाद के बीच बांग्लादेश ने श्रीलंका को 3 विकेट से हराकर उसके सेमीफाइनल में जगह बनाने के सपने को तोड़ दिया. श्रीलंका ने बांग्लादेश को 280 रन का लक्ष्य दिया था. जिसके जवाब में बांग्लादेश ने 41.1 ओवर में 7 विकेट खोकर 283 रन बनाकर मुकाबले अपने नाम कर लिया.