T 20 Cricket World cup 2022 में टीम इंडिया 1997 का इतिहास नहीं रच पाई. उस समय भारतीय टीम ने टी 20 वर्ल्ड कप अपने नाम किया था. जबकि 10 नवंबर को एडिलेड में इंग्लैंड के साथ हुए सेमीफाइनल मुकाबले में भारतीय टीम असहाय दिखी. न बल्लेबाजी कमाल दिखा पाई और न गेंदबाजी. मिस फील्डिंग इतनी हुई जिससे इंग्लैंड की टीम बिना विकट गंवाए ही मैच जीत गई. खैर, अब भारतीय टीम को न्यूजीलैंड दौरे पर जाना है. लेकिन उससे पहले टी 20 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम की विफलता को लेकर कुछ सवाल उठ रहे हैं. जानकारों की मानें तो टीम इंडिया की हार के पीछे 5 बड़ी वजह रही हैं, जिस पर किसी दूसरे दौरे से पहले मंथन जरूरी है.
जानकार बताते हैं कि BCCI इन कमियों को दूर करने के बाद ही टीम इंडिया को किसी दूसरे टूर्नामेंट के दौरे पर जाने देगा. इसमें राहुल द्रविड के T20 कोच रहने से लेकर रोहित शर्मा की कप्तानी तक शामिल है. केएल राहुल का खराब फॉर्म और टीम प्लेइंग 11 का गलत चुनाव भी टी20 वर्ल्ड कप में हार की वजह बताया जा रहा है. अब सेलेक्टर्स टीम इंडिया की हार पर मंथन करेंगे. सवाल भी पूछे जाएंगे लेकिन खेल है, हार-जीत लगी रहेगी.
रोहित शर्मा की कप्तानी पर सवाल
रोहित शर्मा पूरे टूर्नामेंट में बड़ा स्कोर नहीं बना पाए. इससे पहले दक्षिण अफ्रीका के भारत दौरे में उन्होंने कई बड़ी पारियां खेली थीं, जिससे भारतीय सेलेक्टर्स और प्रशंसक उम्मीद कर रहे थे कि ऑस्ट्रेलिया में बड़ा कमाल होगा. टीम को टी20 वर्ल्ड कप का दावेदार माना जा रहा था. टूर्नामेंट में विराट कोहली और सूर्य कुमार यादव की बेहतरी पारियों की बदौलत टीम इंडिया सेमीफाइनल तक पहुंची भी. लेकिन रोहित शर्मा की कप्तानी में सिफर गेंदबाजी और फील्डिंग ने उन बल्लेबाजों की मेहनत पर पानी फेर दिया. रोहित शर्मा की बात करें तो वह पूरे टूर्नामेंट में बहुत ज्यादा रन नहीं बना पाये. उन्होंने केवल नीदरलैंड के खिलाफ अर्धशतक जड़ा. वहीं 2022 में रोहित शर्मा ने 137 के स्ट्राइक रेट से 614 रन बनाए हैं. इस हार के बाद उनकी कप्तानी को लेकर सवाल उठ रहे हैं. जानकार इसे बड़ी वजह मान रहे हैं. अभी रोहित 35 साल के हैं और 2024 टी20 वर्ल्ड कप शुरू होने तक रोहित 37 साल के हो जाएंगे. तो सवाल उठता है कि क्या उनकी कप्तानी टी20 में बरकरार रह पाएगी.
राहुल द्रविड़ का टेपरामेंट
जानकार कहते हैं कि कोच राहुल द्रविड़ शानदार क्रिकेटर रहे हैं लेकिन टी20 की शैली को लेकर उनका टेपरामेंट सवालों के घेरे में है. टी20 मैच, वनडे (One Day Internationals) और टेस्ट (Test Match) से अलग कैटेगरी का खेल है. इसमें आक्रामक बल्लेबाजी के साथ सधी और किफायती गेंदबाजी बड़े मायने रखती है. साथ ही चुस्त फील्डिंग रन बचाती और विकेट दिलाती है. राहुल द्रविड शायद इसे पकड़ नहीं पाए और टीम इंडिया अपने बेहतरीन T20 फॉर्म कैटेगरी के फॉर्म में होने के बावजूद फाइनल तक नहीं पहुंच सकी.
केएल राहुल का खराब फॉर्म
टीम इंडिया के उपकप्तान केएल राहुल खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं. हालांकि T20 World cup 2022 के सभी क्वालिफायर या दूसरे मैचों में वह ओपनिंग करने उतरे. लेकिन एकाद मैच को छोड़कर खास बल्लेबाजी नहीं दिखा पाए. टी20 मैच में पॉवर प्ले में रन बटोरने का सबसे बड़ा रोल होता है. इस दौरान ही टीम इंडिया हर मैच में बिखरती दिखी. हर मैच में उसकी रन बनाने की शुरुआत काफी धीमी रही. वह डेथ ओवरों में ही कमाल कर पाई. इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मैच में केएल राहुल सबसे पहले आउट होने वाले बल्लेबाज थे. वह सिर्फ 5 रन बना सके. पूरे टूर्नामेंट में भी उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा. वह अपनी फॉर्म से जूझते दिखे. ऐसे में देखना होगा कि जब कप्तान के साथ वाइस कैप्टन भी खराब फॉर्म से जूझ रहा है तो क्या आगे किसी दौरे में इन्हें टीम में रखना सही होगा.
टीम इंडिया प्लेइंग 11 का चुनाव
कप्तान रोहित शर्मा को पूरे T20 Cricket World Cup के दौरान कमेंटेटर्स और दूसरे सीनियर खिलाड़ी यही सुझाव देते रहे कि वे अपने प्लेइंग इलेवन के चुनाव पर ध्यान दें. लेकिन शायद वह इस ओर फोकस नहीं कर पाए. वह दीपक चाहर को बतौर तेज गेंदबाज ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर ले जरूर गए. लेकिन उन्हें एक भी मैच नहीं खिलाया. यह सवाल टूर्नामेंट के क्वालिफायर मैचों के दौरान ही खड़ा हो गया था. इससे एक तरह से कप्तान रोहित शर्मा की जिद के तौर पर भी देखा जा रहा है. यह भी टूर्नामेंट में हार का बड़ा कारण माना जा रहा है. टॉप स्पिनर युजवेंद्र चहल ने भी पूरे टूर्नामेंट में बेंच ही गर्म किया, उन्हें एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला.
ऋषभ पंत पर भरोसा
दिनेश कार्तिक अच्छे विकेटकीपर हैं. वह अनुभवी क्रिकेटर भी हैं. क्वालिफायर मैचों में टीम इंडिया को जीत दिलाने में उन्होंने काफी मदद की, चाहे रन के रूप में या विकेटकीपिंग के रूप में. लेकिन सेमीफाइनल और रनर अप मैच में उनकी जगह ऋषभ पंत को खिलाना सेलेक्टरों को अखरा. यही सवाल उठा कि उनका अनुभव टीम इंडिया के काम आ सकता है लेकिन कप्तान रोहित शर्मा शायद यह नहीं समझ सके.