कप्तानी में बदलाव से टीम इंडिया के ड्रेसिंग रूम पर नहीं पड़ेगा कोई असर, पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर को उम्मीद
भारत के दक्षिण अफ्रीका दौरे से पूर्व बीसीसीआई ने विराट कोहली की जगह रोहित शर्मा को वनडे टीम का कप्तान नियुक्त कर दिया है. इसको लेकर मिलीजुली प्रतिक्रिया आ रही है. ऑस्ट्रेलिया के पूर्व खिलाड़ी ने दावा किया है कि इस बदलाव का टीम इंडिया के ड्रेसिंग रूम पर असर नहीं पड़ेगा.
रोहित शर्मा को भारत की सफेद गेंद वाली टीम के नये कप्तान के रूप में नियुक्त करने के फैसले को क्रिकेट बिरादरी से मिली-जुली प्रतिक्रिया मिल रही है. कई मौजूदा और पूर्व खिलाड़ियों ने बीसीसीआई के इस फैसले का समर्थन किया है तो कइयों ने इसे जल्दबाजी में लिया गया फैसला बताया है. पूरे प्रकरण पर बोलते हुए ऑस्ट्रेलिया के पूर्व स्पिनर ब्रैड हॉग ने उम्मीद जताई कि भारतीय ड्रेसिंग रूम पर नेतृत्व में इस बदलाव का असर नहीं पड़ेगा.
हॉग ने अपने यूट्यूब चैनल पर अपलोड किये गये एक वीडियो में कहा कि मुझे लगता है कि यह एक आशीर्वाद है. मुझे उम्मीद है कि जब वे अपने अगले दौरे पर जायेंगे, तो ड्रेसिंग रूम इन दो विशेष खिलाड़ियों के बीच इस छोटे से मामूली विभाजन से कोई फर्क नहीं पड़ेगा. ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर ने जोर देकर कहा कि विराट कोहली और रोहित शर्मा को अपनी-अपनी भूमिकाओं को अपनाना चाहिए, जिससे भारतीय क्रिकेट को आगे बढ़ने में मदद मिलेगी.
हॉग ने कहा कि दोनों को इसे गले लगाना होगा. एक साथ चेंजिंग रूम में आना होगा और भारतीय क्रिकेट को आगे ले जाना होगा. 50 वर्षीय क्रिकेटर ने कहा कि भारत में जिस तरह की प्रतिभा है, उसमें आने वाले वर्षों में टेस्ट क्रिकेट पर हावी होने की क्षमता है. भारतीय क्रिकेट अभी, बल्लेबाजी और गेंदबाजी में जो प्रतिभा है, उसे कम से कम अगले पांच वर्षों में विश्व क्रिकेट पर हावी होना चाहिए.
हॉग ने आगे कहा कि यह कदम कोहली के लिए एक आशीर्वाद है. भारत का टेस्ट कप्तान कोहली अब खेल के सबसे लंबे प्रारूप में अपनी बल्लेबाजी पर अधिक ध्यान केंद्रित कर सकता है. मुझे लगता है कि यह एक अच्छा कदम है. कोहली को बस इसे अपनाना चाहिए और पूरी स्थिति के बारे में आराम करना चाहिए और टेस्ट टीम की कप्तानी पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए.
उन्होंने कहा कि आपने रोहित शर्मा को केवल उस टीम पर ध्यान केंद्रित करने दिया है जो सफेद गेंद से खेला जाता है. वहीं विराट कोहली टेस्ट क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. यह आप पर से बहुत दबाव कम कर देता है. मुझे लगता है कि यह विराट कोहली के लिए बेहतर होगा. इससे उनके प्रदर्शन में सुधार होगा, जो पिछले कुछ वर्षों में थोड़ा कम हुआ है. जब वह तीनों टीमों की कप्तानी करते हुए दबाव में थे.