नयी दिल्ली : भारतीय टीम के मध्यक्रम के स्तंभ चेतेश्वर पुजारा पिछले कुछ समय से खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं. वह पिछली 40 पारियों में शतक नहीं लगा पाए हैं और अर्द्धशतक के मामले में भी अब पहले जैसी बात नहीं रही. पुजारा के बल्ले से डक की संख्या बढ़ गयी है और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि वह उस पारी को मजबूत करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं जो वह कभी आसानी से करते थे.
रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी में पुजारा की भूमिका और भी महत्वपूर्ण होने जा रही है. भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच रविवार से शुरू होने वाले पहले टेस्ट से पहले, 33 वर्षीय खिलाड़ी को उस फॉर्म को फिर से हासिल करने की उम्मीद होगी जो उन्होंने अंत में पहले डरबन में 153 रन बनाया था. चेतेश्वर पुजारा के भारत की प्लेइंग इलेवन का हिस्सा होने की संभावना है, लेकिन उन पर दबाव होगा.
भारत के पूर्व बल्लेबाज प्रवीण आमरे का मानना है कि पुजारा को प्रबंधन की ओर से निर्देश दिये गये हैं और उन्होंने भारतीय क्रिकेट के लिए जो हासिल किया है उसे देखते हुए अच्छा प्रदर्शन करने के लिए उनका समर्थन किया गया है. पूर्व कोच ने कहा कि मुझे यकीन है कि चेतेश्वर पुजारा को टीम प्रबंधन से संदेश प्राप्त हुए हैं. मैंने इसे मीडिया रिपोर्टों में पढ़ा है. उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 6589 रन बनाए हैं.
आमरे ने कहा कि उन्होंने जो भी रन बनाए हैं वे कड़ी मेहनत से अर्जित किये हैं. उन्होंने कई टेस्ट मैच जीते हैं. वह अनुभवी हैं और जब टीम इंडिया को उनकी जरूरत थी तब उन्होंने रन बनाए हैं, यह उनके लिए आसान नहीं रहा है. उन्होंने टेस्ट मैच जीतने में अपनी भूमिका निभाई है. आमरे ने आगे कहा कि पुजारा और अजिंक्य रहाणे दोनों भले ही खराब फॉर्म से जूझ रहे हों, लेकिन मध्यक्रम कभी भी रन बनाने के लिए काफी है.
हालांकि उन्हें श्रेयस अय्यर, हनुमा विहारी और सूर्यकुमार यादव की पसंद से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है. मुंबई और दिल्ली कैपिटल के पूर्व कोच ने उनके पिछले गौरव को उजागर किया और रहाणे और पुजारा के अच्छे फॉर्म में आने का भरोसा दिया. आमरे ने कहा कि वे टीम में हैं क्योंकि उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया है. इसलिए उनकी क्षमताओं पर संदेह करने के बजाय उनका समर्थन करना महत्वपूर्ण है. इन दो लड़कों – रहाणे और पुजारा ने भारत के लिए अच्छा प्रदर्शन किया है.