पूर्व स्पिनर रमेश पोवार को गुरुवार को डब्ल्यूवी रमन की जगह भारतीय महिला क्रिकेट टीम का मुख्य कोच नियुक्त किया गया. पोवार इससे पहले भी टीम के साथ यह भूमिका निभा चुके है. उन्हें हालांकि 2018 टी-20 विश्व कप के बाद टीम इंडिया की सीनियर खिलाड़ी मिताली राज के साथ विवाद के बाद निलंबित कर दिया गया था. वहीं अब कोच पद से हटने के बाद डब्ल्यूवी रमन महिला क्रिकेट टीम पर गंभीर आरोप लगाए हैं. पूर्व कोच ने इसको लेकर BCCI चीफ सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ को चिठ्ठी भी लिखा है.
रमन ने सौरव गांगुली को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि राष्ट्रीय टीम में “प्राइम डोना कल्चर” (आत्मदंभी संस्कृति) है और इसे बदलने की जरूरत है. वहीं राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी के प्रमुख राहुल द्रविड़ को भी भेजे गए मेल में रमन ने देश में महिला क्रिकेट के लिए एक रोडमैप पेश करने की भी पेशकश की है. वहीं रमन के इस ई-मेल की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘ जहां तक मुझे पता है, रमन ने कहा है कि वह हमेशा ‘टीम को हर किसी से ऊपर रखने में विश्वास करते हैं, और इस बात पर जोर देते हैं कि कोई भी व्यक्ति वास्तव में आत्मदंभी नहीं हो सकता’
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बता दें कि पूर्व भारतीय खिलाड़ी मदन लाल की अगुआई वाली क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) ने इस पद के लिए मौजूदा कोच डब्ल्यूवी रमन के अलावा आठ उम्मीदवारों के साक्षात्कार के बाद पोवार के नाम की सिफारिश की. बीसीसीआइ की ओर से गुरुवार को जारी बयान में कहा गया कि बीसीसीआइ रमेश पोवार को भारतीय टीम (वरिष्ठ महिला) के प्रमुख कोच के रूप में नियुक्त करने की घोषणा करता है. बीसीसीआइ ने इस पद के लिए विज्ञापन दिया था और इसके लिए 35 से अधिक आवेदन प्राप्त किये थे. इस पद के लिए पोवार और डब्ल्यूवी रमन के अलावा भारत के पूर्व विकेटकीपर अजय रात्रा और पूर्व मुख्य चयनकर्ता हेमलता काला सहित पांच महिला उम्मीदवार दौड़ में थे.