टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और दिग्गज खिलाड़ी सुनील गावस्कर ने टीम इंडिया की कोचिंग को लेकर बड़ा बयान दे दिया है. गावस्कर ने बताया कि वो टीम इंडिया को कोचिंग देने के बारे में कभी क्यों नहीं सोचे. भारत के सार्वकालिक महान क्रिकेटरों में शामिल गावस्कर ने इसके पीछे की वजह हाल ही में बतायी.
गावस्कर ने बताया कि किसी भी टीम का कोच बनने के लिए आपको बॉल-टू-बॉल मैच देखना होता है, लेकिन उनके पास इतनी संयम नहीं है और इसलिए मैं कोचिंग के लिए खुद को फिट नहीं पाता. उन्होंने बताया, वो मैच टुकड़ों में देखते हैं.
उन्होंने बताया, जब वो टीम इंडिया के लिए खेल रहे थे, उस समय भी जब आउट होकर पवेलियन लौटते थे, तो लगातार बैठकर मैच नहीं देखते थे. बल्कि चेंज रूम में चले जाते थे और या तो किताबें पढ़ता था या फिर चिट्ठियों का जवाब देता था.
उन्होंने टीम इंडिया के पूर्व महान खिलाड़ी गुंडप्पा विश्वनाथ और माधव मंत्री की तारीफ करते हुए बताया कि ये दोनों खिलाड़ी बॉल-टू-बॉल क्रिकेट देखते थे. लेकिन अगर मेरी बात की जाए, तो मैं एक साथ बैठकर पूरा मैच कभी नहीं देख पाता.
सचिन, गांगुली, सहवाग, द्रविड लेते थे उनसे क्रिकेट के टिप्स
गावस्कर ने बताया कि सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, वीरेंद्र सहवाग, राहुल द्रविड उनसे हमेशा क्रिकेट के टिप्स लेते रहते थे. सचिन, सहवाग और गांगुली ने उनसे हमेशा ही सलाह लिया करते थे. गावस्कर ने बताया, उनको सलाह देकर उन्हें अच्छा भी लगता था. उन्होंने बताया कि द्रविड और सचिन तो उनसे हमेशा सलाह लेने उनके घर तक पहुंच जाते थे.
गौरतलब है कि गावस्कर ने टीम इंडिया के लिए 125 टेस्ट और 108 वनडे मैच खेले हैं. जिसमें उन्होंने टेस्ट में 34 शतक, 4 दोहरे शतक और 45 अर्धशतक की मदद से 10122 रन बनाये. जबकि वनडे में 1 शतक और 27 अर्धशतक की मदद से 3092 रन बनाये. गावस्कर टेस्ट क्रिकेट में 10 हजार रन बनाने वाले दुनिया के पहले खिलाड़ी हैं.
posted by – arbind kumar mishra