नयी दिल्ली : भारतीय क्रिकेट को शिखर तक ले जाने वाले और टीम इंडिया को पहली बार क्रिकेट का चैंपियन बनाने वाले भूतपूर्व कप्तान कपिल देव को हार्ट अटैक आया है, जिसके बाद उन्हें दिल्ली के अस्पताल में भरती कराया गया है. बताया जा रहा है कि कपिलदेव की एजियोप्लास्टी की गयी है, अभी उनकी स्थिति स्थिर बतायी जा रही है.
भारत के पहले विश्व कप विजेता क्रिकेट कप्तान कपिल देव की सीने में दर्द की शिकायत के बाद शुक्रवार को एंजियोप्लास्टी की गयी और उनको अगले दो दिन में अस्पताल से छुट्टी मिलने की उम्मीद है. फोर्टिस अस्पताल ने यह जानकारी दी. कपिल देव को गुरूवार को बेचैनी की शिकायत के बाद यहां अस्पताल में भर्ती कराया गया. अस्पताल ने कहा, ‘‘क्रिकेटर कपिल देव 23 अक्टूबर को सीने में दर्द की शिकायत के बाद रात को एक बजे फोर्टिस एस्कोर्ट्स हार्ट इंस्टिट्यूट (ओखला रोड) में आये थे. उनकी जांच की गयी और रात में ही आपात कोरोनरी एंजियोप्लास्टी की गयी. ”
इस समय वह डा. अतुल माथुर और उनकी टीम की देखरेख में आईसीयू में हैं. उनकी हालत स्थिर है. एंजियोप्लास्टी ‘ब्लॉक’ हुई धमनियों को खोलने की प्रक्रिया है ताकि हृदय में सामान्य रक्त संचार हो सके. भारतीय क्रिकेटर संघ (आईसीए) अध्यक्ष और कपिल के मित्र अशोक मल्होत्रा ने यह जानकारी दी कि अब उनका स्वास्थ्य ठीक है. पूर्व टेस्ट खिलाड़ी मल्होत्रा ने कहा, ‘‘वह अब ठीक महसूस कर रहे हैं. मैंने अभी उनकी पत्नी (रोमी) से बात की.
उनकी तबीयत खराब होने के बाद प्रतिक्रियाओं का दौर शुरू हो गया, साथ ही उनके फैंस उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं. क्रिकेटर मदनलाल ने ट्वीट कर बताया कि कपिल देव की तबीयत थोड़ी खराब थी जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जायेगा गया, अभी उनकी तबीयत ठीक है. वहीं कांग्रेस नेता शशि थरूर ने भी ट्वीट किया कि कपिल देव के बारे में जानकर चिंता हो रही है. वे जल्दी स्वस्थ हों, उन्होंने देश के लिए कई जंग लड़े
दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने कहा, ‘‘अपना ध्यान रखें. आपके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना कर रहा हूं.” भारतीय क्रिकेट कप्तान विराट कोहली ने ट्वीट किया, ‘‘ आपके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना कर रहा हूं. जल्दी ठीक हो जाइये पाजी.” भारतीय बल्लेबाज शिखर धवन ने ट्वीट किया, ‘‘कपिल देव सर आपके जल्दी से ठीक होने की कामना करता हूं. हमेशा मजबूत रहिये.
कपिल देव अभी 61 साल के हैं, भारतीय क्रिकेट में उनसे बेहतर फास्ट बॉलर अबतक कोई नहीं हुआ है. उन्होंने भारतीय गेंदबाजी की धार को विश्व में पहचान दिलायी थी. 1983 में उन्होंने भारत को क्रिकेट का विश्व विजेता बनाया था, उनके बाद यह गौरव सिर्फ महेंद्र सिंह धौनी को ही प्राप्त हुआ है, जिन्होंने 2011 में भारत को दूसरी बार वर्ल्ड चैंपियन बनाया.
कपिलदेव की नाबाद 175 रन की पारी को आज भी याद किया जाता है, जो उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ खेली थी. उन्होंने क्रिकेट में सबसे पहले 434 विकेट लेने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था. साथ ही वे एक अच्छे हार्ड हीटर बैट्समैन भी थे. कपिलदेव हरियाणा के रहने वाले हैं.
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Posted By : Rajneesh Anand