भारतीय टीम के पूर्व कोच ग्रैग चैपल ने की धौनी की जमकर तारीफ, कहा- उनके जैसा दमदार बल्लेबाज आज तक नहीं देखा

भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी के बल्लेबाजी की पूर्व भारतीय कोच ग्रैग ने जम कर तारीफ की है, उनके जैसा उन्होंने दमदार बल्लेबाज आज तक नहीं देखा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 13, 2020 10:56 PM

भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी क्रिकेट के मैदान से अभी बाहर हैं, 2019 वर्ल्ड कप सेमी फाइनल में हार के बाद धौनी के बल्लेबाजी की काफी आलोचना हुई थी. हालांकि कई खिलाड़ियों ने उनका समर्थन भी किया था. लेकिन इस भारतीय कप्तान के बल्लेबाजी की पूर्व भारतीय कोच ग्रैग ने जम कर तारीफ की है. उन्होंने यहां तक कह दिया है कि उनके जैसा उन्होंने दमदार बल्लेबाज आज तक नहीं देखा है.

आपको बता दें कि ऑस्ट्रेलिया के इस पूर्व खिलाड़ी का कार्यकाल काफी विवादों से भरा हुआ था. उस वक्त भारत के तत्कालीन कप्तान सौरव गांगुली के साथ उनका विवाद काफी चर्चा में रहा था. यहां तक कि पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने एक इंटरव्यू में यहां तक कह दिया था कि ग्रैग चैपल से तो उनकी बीवी खुश नहीं रहेगी तो फिर इंडिया कहां से खुश रहेगा. महेंद्र सिंह धौनी ने ग्रैग चैपल के ही कार्यकाल में भारतीय टीम में अच्छी तरह से जगह बनाई थी. ग्रैग चैपल ने आईएनएस से बात करते हुए कहा कि जब मैंने पहली बार उसकी बल्लेबाजी देखी तो हैरत में पड़ गया.

उस समय वो निश्चित रूप से भारत के सभी लोगों के लिए उत्सुकता पैदा करने वाले खिलाड़ी थे. वो गेंद को उस जगह पर हिट करते थे जहां पर बहुत कम फील्डर लगे होते थे. जितने भी मैंने बल्लेबाज देखें उनमें से वो सबसे ज्यादा ताकतवर हैं.

धौनी की हिटिंग पावर लाजवाब

ग्रैग चैपल ने श्रीलंका के खिलाफ उनकी 183 रनों की पारी को याद करते हुए कहा मुझे अब भी वो दिन याद है जब वो श्रीलंका के गेंदबाजों की जम कर धुनाई कर रहे थे. वह अब तक उसकी सबसे बेस्ट पवार हिटिंग थी. और हमारा अगला मैच पुणे में था तब मैंने धौनी से बात करते हुए पूछा था कि आप हर गेंद चौके मारने की बजाय जमीनी शॉट क्यों नहीं खेलते, उस मैच में 260 रनों का पीछा कर रहे थे और हमारी स्थिति उस वक्त काफी बेहतर थी. धौनी उसी तरह दमदार बैटिंग कर रहे थे जैसे वो इससे पहले वाले मैच में किए थे. जब हमें जीत के लिए 20 रनों की दरकार थी तो उन्होंने उस वक्त आरपी टीम के माध्यम से मुझसे पूछा था कि मैं क्या छक्का लगा सकता हूं उस वक्त मैंने ये कहते हुए मना कर दिया था कि जब तक जीत दर्ज करने का लक्ष्य 1 अंकों पर नहीं आ जाता तब तक हम ऐसा नहीं करेंगे. जब टीम को जीत के लिए 6 दरकार थी तब उन्होंने छक्का लगा कर टीम को जीत दिलाई थी.

धौनी अब तक के सबसे बेहतरीन फिनिशर

उन्होंने धौनी की फिनिशिंग क्षमता की तारीफ करते हुए कहा कि उनकी गेम को फिनिश करने की ताकत वाकई लाजवाब है. मैं हमेशा से ही उनको चुनौती देता था कि क्या मैच को खत्म करके आ सकते हैं और जब कभी भी वो मैच को खत्म करके आता तब उनके चेहरे पर एक अदभुत मुस्कान होती थी. वो वाकई में इस खेल के अब तक के सबसे शानदार फिनिशर हैं

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