इस दिग्गज खिलाड़ी ने मौत को दी मात, कहा- भाग्यशाली हूं कि जीवित हूं
केर्न्स ने कहा, हम नहीं जानते कि आगे क्या होगा. मैं नहीं जानता कि मैं चल पाऊंगा या नहीं, नहीं जानता कि खड़ा हो पाऊंगा या नहीं. लेकिन शायद मैं खड़ा हो सकता हूं. मैं शायद चल सकता हूं.
न्यूजीलैंड के पूर्व ऑल राउंडर क्रिस केर्न्स ने जिंदगी की लड़ाई जीतने के तीन महीने बाद कहा कि वह भाग्यशाली हैं कि जीवित हैं. तीन महीने पहले उनकी दिल की सर्जरी की गयी जिसके बाद उन्हें कई और सर्जरी से गुजरना पड़ा जिससे उन्हें जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया और इसी दौरान स्पाइनल स्ट्रोक के कारण उनका निचला हिस्सा लकवाग्रस्त हो गया, जिससे यह 51 वर्षीय उबरने की कोशिश कर रहा है.
केर्न्स ने कैनबरा टाइम्स से कहा, हम नहीं जानते कि आगे क्या होगा. मैं नहीं जानता कि मैं चल पाऊंगा या नहीं, नहीं जानता कि खड़ा हो पाऊंगा या नहीं. लेकिन शायद मैं खड़ा हो सकता हूं. मैं शायद चल सकता हूं. सिर्फ एक ही विकल्प बचा है कि इलाज प्रक्रिया को जारी रखें. मैं सिर्फ भाग्यशाली नहीं हूं बल्कि मैं बहुत बहुत भाग्यशाली हूं कि मैं जीवित हूं.
वह अब लकवे से उबर रहे हैं जिससे उन्हें तीन महीने में पहली बार अपनी छाती और बांह का इस्तेमाल करने को कहा गया है. उन्होंने कहा, इस प्रक्रिया को जारी रखने की सबसे अच्छी चीज यही है कि अगर ऐसा कुछ फिर होता तो है तो आपको तैयार रहना चाहिए.
अपने समय के सर्वश्रेष्ठ हरफनमौला खिलाड़ियों में से एक केर्न्स ने न्यूजीलैंड के लिये 62 टेस्ट, 215 वनडे और दो टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं. उनकी पत्नी मेलानी ने कहा, क्रिस को सिर्फ एक दिन ही स्ट्रोक नहीं पड़ा, बल्कि वह दो हफ्तों तक मौत के करीब रहा.
वह अब हमारे पास है. हां, कुछ शारीरिक चुनौतियां हैं, लेकिन जिम में उन्होंने स्टाफ से कहा कि तुम मुझे बताओ क्या करना है और मैं इसे पूरा करूंगा.