पाकिस्तान के पूर्व कप्तान और दिग्गज ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी (Shahid Afridi) ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के नियम के खिलाफ नाराजगी व्यक्त की है. अफरीदी ICC के उस नियम से खफा हैं जो कोरोना का कारण फिल्ड पर लागू किय गये हैं. बता दें कि कोविड-19 महामारी के कारण अंपायरों को मैच के दौरान खिलाड़ियों की टोपी स्वेटर और चश्मा नहीं लेते हैं, इसी नियम पर पाकिस्तानी खिलाड़ी ने नाराजगी जताई है.
Dear @ICC wondering why the umpires are not allowed to hold bowlers cap even though they are in the same bubble as the players/management and even shake hands at the end of the game? 🤷♂️
— Shahid Afridi (@SAfridiOfficial) February 24, 2021
बता दें कि इस समय पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) में लीग चल रहा है. जिसमें शाहिद अफरीदी मुल्तान सुल्तान्स (Multan Sultans) की तरफ से खेल रहे हैं. वहीं PSL में पेशावर जाल्मी टीम के खिलाफ एक मैच के खलते हुए नाखुश दिखें. उनकी नाराजगी का कारण था अंपायर द्वारा उनकी टोपी लेने से इनकार करना. इस मैच के बाद शाहिद अफरीदी ने ट्वीटर पर अपनी भड़ास निकाली और ICC के इस नियम पर सवाल खड़े कर दिये.
अफरीदी ने अपने ट्वीट में ICC को टैग करते हुए लिखा कि प्रिय ICC में हैरान हूं कि अंपायरों को गेंदबाजों की टोपी लेने की अनुमति क्यों नहीं दी गई, जबकि वे उसी बायो बबल से गुजरते हैं जिससे की मैच खेलने वाले सारे खिलाड़ी. उन्होंने आगे अपने ट्वीट में लिखा कि मैच के खत्म हो जाने के बाद अंपायर सभी खिलाड़ियों से हाथ मिलाते हैं.
मालूम हो कि कोरोना महामारी के पहले ऑन-फील्ड अंपायर गेंदबाजी करने आने वाले खिलाड़ियों की टोपी, स्वेटर या धूप का चश्मा अपने पास रख लेते थें. लेकिन वैश्विक महामारी के कारण ICC ने नए दिशानिर्देशों जारी किया, जिसमें अंपायर को खिलाड़ियों की टोपी लेने का मना किया था. आईसीसी के खेल के दिशा-निर्देशों करते हुए कहा था कि खिलाड़ियों और अंपायरों को क्रिकेट के मैदान पर सोशल डिस्टेंसिग बनाए रखना चाहिए और इसमें अंपायर या टीम के साथी खिलाड़ियों (टोपी, तौलिया, धूप का चश्मा, जंपर्स) को हाथ नहीं लगाना चाहिए.
Posted by : Rajat Kumar