एडल्ट फिल्मों से क्रिकेट मैदान तक की सनसनीखेज दास्तान, एक अंपायर के जीवन की अनोखी कहानी
Garth Stirrat: गार्थ स्टिर्राट, जिनका नाम एडल्ट इंडस्ट्री में एक समय पर चर्चा का विषय था, अब क्रिकेट अंपायर के रूप में अपनी नई पहचान बना रहे हैं. उनके जीवन का यह बदलाव दर्शाता है कि कभी-कभी हम किसी नई दिशा में कदम रख सकते हैं, और इस बदलाव का स्वागत भी किया जा सकता है.
Garth Stirrat: कब, कौन, कहां किस जीवन की ओर मुड़ जाए कहा नहीं जा सकता. अक्सर कठिन जीवन के दलदल से निकलने के प्रयास में आदमी उसी में और धंसता चला जाता है. लेकिन कुछ विरले बहादुर भी होते हैं, जो उससे निकलकर एक नई पहचान भी बना लेते हैं. कुछ इसी तरह की कहानी है एक बाजीगर की जिसने एडल्ट इंडस्ट्री के धंधे को छोड़कर ‘सभ्य समाज’ का हिस्सा बना. 05 नवंबर, 1968, पोरीरूआ, वेलिंगटन न्यूजीलैंड में जन्मे गार्थ एंड्रयू स्टिर्राट ने एक समय पर बी ग्रेड की अश्लील फिल्मों में काम किया था, लेकिन उन्होंने अपने जीवन में उससे आगे बढ़ने की सोची और उस पर विजय प्राप्त की.
गार्थ स्टिर्राट, जिनकी पूर्व जिंदगी एडल्ट इंडस्ट्री से जुड़ी रही, अब क्रिकेट अंपायर के रूप में एक नई पहचान बना रहे हैं. 51 वर्षीय स्टिर्राट का जीवन एक दिलचस्प बदलाव की कहानी प्रस्तुत करता है. सन न्यूज के मुताबिक वह पहले न्यूजीलैंड प्रोफेशनल गोल्फर्स एसोसिएशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) थे, लेकिन उनकी ‘गुप्त’ पोर्न स्टार जिंदगी सामने आने के बाद उन्हें गोल्फ की नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था. रिपोर्ट्स के अनुसार, स्टिर्राट ने एक मैगजीन में ग्राफिक स्प्रेड का हिस्सा बनने के साथ-साथ ‘स्टीव पार्नेल’ नाम के छद्म नाम से एडल्ट वीडियो भी शूट किए थे.
गार्थ स्टिर्राट ने उस मैच के बाद मिरर स्पोर्ट से बात करते हुए कहा था, “मैं अपने बहुत पुराने अतीत से जुड़े इस मुद्दे पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता, और जिस पर मैं दोबारा बहस करने का कोई इरादा नहीं रखता.”
उन्होंने न्यूजीलैंड होटल काउंसिल के प्रमुख का पद भी संभाला था, लेकिन उनकी एक्स-रेटेड हरकतों की खबर सामने आने के बाद उन्होंने पद छोड़ दिया था. 2010 में न्यूजीलैंड होटल काउंसिल की अध्यक्ष जेनी लैंगली ने कहा था, “मैंने गार्थ से बात की थी और उन्होंने मुझे बताया कि छह साल पहले जब वे अकेले थे और ऑकलैंड में रहते थे, तब वे कुछ फिल्मांकन में शामिल थे. मैंने एनजेडएचसी बोर्ड के सदस्यों से भी बात की है, जिन्हें पहले इस स्थिति की जानकारी नहीं थी और उन्होंने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है.”
इसके बाद, गार्थ ने अपने करियर को एक नई दिशा दी और क्रिकेट अंपायरिंग में कदम रखा. उनकी मेहनत और समर्पण ने उन्हें महिला अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैचों में मुख्य अंपायर के रूप में सफलता दिलाई. स्टिर्राट ने इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच 5 नवंबर 2019 को खेले गए तीसरे टी20 मैच में टीवी अंपायर के रूप में भूमिका निभाई थी. इस बदलाव ने यह सिद्ध कर दिया कि कोई भी व्यक्ति अपने अतीत से उबर कर नए क्षेत्रों में सफलता पा सकता है. गार्थ स्टिर्राट की कहानी उन लोगों के लिए प्रेरणा है जो जीवन में किसी नए मुकाम तक पहुंचने का साहस रखते हैं.
वेलिंगटन के स्टिर्राट ने इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के लिए चौथे अधिकारी के रूप में नामित किए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की थी. न्यूजीलैंड प्रोफेशनल क्रिकेट अंपायर्स एसोसिएशन (एनजेडपीसीयूए) के पेज पर अपने प्रोफाइल में उन्होंने अंपायरिंग में जाने के अपने निर्णय के बारे में बताया है. उन्होंने उसमें कहा, “मैंने हमेशा कहा है कि यह घर में सबसे अच्छी सीट है- यदि आपको क्रिकेट देखना पसंद है और इसके प्रति जुनून है, तो आप इससे ज्यादा करीब नहीं पहुंच सकते.”
इंडस्ट्री छोड़कर अंपायरिंग में बनाया कैरियर
गार्थ स्टिर्राट ने पहले अपने देश में क्रिकेट खेला था, बाद में उन्होंने अंपायरिंग में कदम रखा. जहां तक उनके करियर की बात है तो स्टिर्राटने न्यूजीलैंड क्रिकेट (एनजेडसी) के साथ अंपायरिंग की भूमिका निभाई. उन्होंने 2016-17 प्लंकेट शील्ड और 2016-17 फोर्ड ट्रॉफी के दौरान घरेलू मैचों में अंपायरिंग की.
स्टिर्राट ने अपने कैरियर में महिला एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मैचों में अंपायर के तौर पर 4 मैचों में भाग लिया, जिसमें से 3 बार उन्होंने मुख्य अंपायर के रूप में और 1 बार टीवी अंपायर के रूप में कार्यभार संभाला था. WT20Is में, उन्होंने 3 मैचों में अंपायरिंग की, जिनमें 1 मुख्य अंपायर के रूप में और 2 टीवी अंपायर के रूप में थे. फर्स्ट क्लास (FC) में वह 9 मैचों में मुख्य अंपायर रहे. लिस्ट ए (List A) में भी उन्होंने 17 मैचों में अंपायरिंग की, सभी में मुख्य अंपायर के रूप में. T20s में, उन्होंने 15 मैचों में अंपायरिंग की, जिनमें 11 मुख्य अंपायर और 4 टीवी अंपायर के रूप में थे.
गार्थ ने जून 2021 में संन्यास ले लिया. उसके बाद से वे सोशल मीडिया पर भी सक्रिय रहते हैं. उनकी निजी जिंदगी बाहर आने के बाद सोशल मीडिया एक्स पर उन्होंने पोस्ट किया था, “अब समय आ गया है कि हम सब कुछ छोड़ दें. क्रिकेट अंपायरिंग पिछले 16 सालों से मेरे जीवन का एक जुनून और हिस्सा रही है और इसने मुझे कई मौके और मैच अनुभव दिए हैं, जिनके लिए मैं भाग्यशाली और आभारी हूँ. अब मैं क्रिकेट का लुत्फ पिच के दूसरी तरफ से उठा सकता हूँ!”