वर्ल्ड कप 2019 में अंबाती रायडू का चयन नहीं होने का विवाद अब तक नहीं थमा है, पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने अब इस मुद्दे को फिर उठा दिया है और पूर्व चयनकर्ता के इस फैसले पर सवाल उठा दिए हैं. गौतम गंभीर ने कहा है कि इंग्लैंड के खिलाफ 2016 टेस्ट मैच से पहले मुझे बाहर कर दिया गया था और इसका कारण मुझे नहीं बताया गया कि मुझे क्यों बाहर किया गया. मुझसे इस बारे में कोई बात चीत नहीं की गयी है. उन्होंने सुरेश रैना और युवराज सिंह को भी नहीं चुने जाने को लेकर सवाल उठाएं.
ये वाक्या तब हुआ जब स्टार स्पोर्ट्स के शो क्रिकेट कनेक्टेड में गंभीर और एम एस के प्रसाद दोनों को बुलाया गया था. उन्होंने कहा जब किसी को बाहर किया जाता है तो उससे पहले खिलाड़ियों से कोई बात चीत नहीं की जाती है, आप करुण नायर को देख लीजिए न, आपके सामने सुरेश रैना और युवराज सिंह का भी उदाहरण है. आप देख सकते हैं अंबाती रायडू के साथ क्या हुआ. उन्हें विश्व कप से दो साल पहले तक टीम में जगह दी गयी लेकिन वर्ल्ड कप से ठीक पहले इन्हें 3 डी प्लेयर की जरूरत पड़ गयी. क्या सिलेक्शन कमिटी के चेयरमैन से ऐसे बयान की अपेक्षा की जाती है कि हमें थ्री-डी प्लेयर की जरूरत है.
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इस पर प्रसाद ने कहा कि विराट, रोहित और शिखर ऊपरी क्रम के बल्लेबाज हैं. इनमें से कोई भी गेंदबाजी नहीं कर सकता है, इस वजह से हमें ऐसे खिलाड़ी की तलाश थी जो कि ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी के साथ साथ गेंदबाजी भी कर सकें, इसी वजह से हमने ये फैसला किया कि अंबाती रायडू की जगह विजय शंकर को मौका दिया जाए क्योंकि वो बल्लेबाजी के साथ गेंदबाजी भी कर सकता है. आपको बता दें कि अंबाती रायडू के वर्ल्ड कप से ठीक पहले बाहर कर दिया था और इस पर एम एस के प्रसाद ने बयान दिया था कि हमने विश्व कप के लिए विजय शंकर के रूप में 3 डी प्लेयर चुन लिया है, इस पर रायडू ने तंज कसते हुए लिखा था कि मैं विश्व के लिए 3डी चश्मा खरीद लिया है. इसके बाद जब शंकर चोटिल हुए तो उम्मीद लगाई जा रही थी कि रायडू को मौका मिलेगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं और रायडू की जगह मयंक अग्रवाल को चुना गया.