गौतम गंभीर ने कहा, कप्तानी किसी का जन्मजात अधिकार नहीं, विराट कोहली को अब रन बनाने पर देना होगा ध्यान
गंभीर ने कहा, कप्तानी किसी का जन्मजात अधिकार नहीं है. उन्होंने कहा, विराट कोहली का एक मात्र फोकस अब रन बनाने पर होना चाहिए.
टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर (gautam gambhir) ने विराट कोहली (virat kohli) के कप्तानी छोड़ने पर बड़ा बयान दे दिया है. गंभीर ने कहा, कप्तानी किसी का जन्मजात अधिकार नहीं है. उन्होंने कहा, विराट कोहली का एक मात्र फोकस अब रन बनाने पर होना चाहिए.
गौतम गंभीर से जब एक कार्यक्रम में पूछा गया कि क्या कप्तानी छोड़ने के बाद विराट कोहली की बल्लेबाजी बेहतर हो जाएगी. गंभीर ने इस सवाल पर कहा, आप नया क्या देखना चाहते हैं. कप्तानी पर किसी का जन्मजात अधिकार नहीं होता. महेंद्र सिंह धोनी ने भी विराट कोहली को कप्तानी सौंपी थी. बाद में वो भी कोहली की कप्तानी में खेले. जबकि धोनी ने तीन आईसीसी ट्रॉफी और 4 आईपीएल खिताब जीते.
गौतम गंभीर ने आगे कहा, विराट कोहली का अब पूरा फोकस रन बनाने पर होना चाहिए. आप भारत की जीत के लिए खेलते हैं. केवल इतना बदलाव होता है कि आप टॉस के लिए नहीं जाते और फील्ड प्लेसमेंट नहीं करते.
उन्होंने कहा, खिलाड़ी को उसी एनर्जी के साथ मैदान पर उतरना चाहिए, चाहे वो बतौर खिलाड़ी मैदान पर उतरे या फिर कप्तान के रूप में. क्योंकि आप हमेशा देश के लिए खेलते हैं, जो गर्व की बात होती है.
विराट कोहली ने 15 जनवरी को सोशल मीडिया पोस्ट लिखकर अचानक टेस्ट टीम की कप्तानी छोड़ने का ऐलान कर दिया. कोहली के कप्तानी छोड़ने के बाद क्रिकेट जगत में एक नयी बहस शुरू हो गयी है. विराट कोहली भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान हैं. उनकी कप्तानी में भारत ने सबसे अधिक 40 मैच जीते. अगर वर्ल्ड क्रिकेट में सबसे सफल टेस्ट कप्तान की बात करें, तो उसमें भी विराट कोहली तीसरे स्थान पर हैं.
महेंद्र सिंह धौनी के टेस्ट कप्तानी छोड़ने के बाद विराट कोहली 2014 में कप्तान बनाये गये थे. उसके बाद उन्होंने 7 साल तक भारतीय टीम की कप्तानी की. कोहली की कप्तानी में भारत आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में नंबर वन टीम बना. जबकि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल तक भी टीम पहुंची.