गंभीर नहीं थे पहली पसंद, बीसीसीआई इस दिग्गज को बनाना चाहता था टीम इंडिया का कोच
Gautam Gambhir: भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच गौतम गंभीर जुलाई में नियुक्त किए गए थे. लेकिन कोच के लिए वह बीसीसीआई की पहली पसंद नहीं थे.
Gautam Gambhir: भारतीय टीम के टी20 विश्वकप में जीत के बाद राहुल द्रविड़ ने हेड कोच के पद से इस्तीफा दे दिया था. उसके बाद बीसीसीआई ने उनकी जगह गौतम गंभीर को टीम का नया कोच नियुक्त किया.गंभीर इससे पहले कोलकाता नाइटराइडर्स के मेंटर के रूप में आईपीएल में वयस्त थे और उसके बाद सीधे उन्हें भारत की मुख्य टीम का कोच बना दिया गया. लेकिन अब रिपोर्ट्स में यह दावा किया जा रहा है, कि वे कोच के रूप में पहली पसंद नहीं थे.
द्रविड़ की जगह गौतम गंभीर को लेने की अफवाहें मुख्य रूप से आईपीएल 2024 के दूसरे भाग के दौरान शुरू हुईं. गंभीर के पास कोचिंग का कोई अनुभव नहीं होने के बावजूद, उनकी दावेदारी को चुनौती देने वाला कोई नहीं थी. गंभीर के पास अपनी योग्यता साबित करने के लिए फरवरी में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी तक का समय है. न्यूज एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि गंभीर द्रविड़ की जगह लेने के लिए बीसीसीआई की पहली पसंद कभी नहीं थे. बल्कि वह नेशनल क्रिकेट एकेडमी के प्रमुख वीवीएस लक्ष्मण थे.
लक्ष्मण थे पहली पसंद
वीवीएस लक्ष्मण ने कोच बनने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था. इसके अलावा गंभीर को तब चुना गया जब कुछ अन्य विदेशी खिलाड़ियों ने भी कोच बनने का ऑफर ठुकरा दिया. बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर पीटीआई को बताया, “वह कभी भी बीसीसीआई की पहली पसंद नहीं थे, बल्कि वीवीएस लक्ष्मण थे. कुछ जाने-माने विदेशी नाम तीनों प्रारूपों के कोच नहीं बनना चाहते थे, इसलिए उन्हें एक समझौता माना गया. जाहिर है, कुछ अन्य मजबूरियां भी थीं.” हालांकि लक्ष्मण भारत की टी20 टीम के कोच जरूर बने और साउथ अफ्रीका में सूर्यकुमार की अगुवाई वाली उस टीम ने पांच टी20 मैचों की सीरीज में शानदार जीत भी दर्ज की.
गंभीर की कोचिंग में टीम का बुरा प्रदर्शन
जुलाई 2024 में गंभीर टीम के कोच बने और तब से टीम के साथ उनका भी बुरा दौर चल रहा है. भारतीय टीम उनकी कोचिंग पीरियड में श्रीलंका में एकदिवसीय सीरीज में हार और न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में शर्मनाक 0-3 से वाइटवॉश भी शामिल है. अब वह लगातार दूसरी टेस्ट श्रृंखला हारने की कगार पर है, क्योंकि भारत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1-2 से पीछे है. रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम इंडिया पिछली चार बार से बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी जीत रही है. ऐसे में गंभीर को बस यही उम्मीद होगी कि भारत बॉर्डर-गावस्कर श्रृंखला के पांचवें टेस्ट मैच में एससीजी में कोई चमत्कार कर दिखाए. जिससे उन्हें 2027 में अपने अनुबंध के अंत तक भारतीय टीम के साथ बने रहने की कुछ उम्मीद मिल सकती है. वरना उनकी कुर्सी खतरे में होगी.
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