महिला क्रिकेट के लिए एक अच्छी खबर है. आने वाले दिनों में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के टूर्नामेंट में महिला को भी पुरुषों के बराबर प्राइस मनी मिल सकती है. आईसीसी क्रिकेट की वैश्विक प्रतियोगिताओं में महिलाओं और पुरुषों की पुरस्कार राशि के बीच की खाई को पाटने पर चर्चा चल रही है. इसकी जानकारी आईसीसी के मुख्य कार्यकारी ज्योफ एलार्डिस ने दी.
आईसीसी टूर्नामेंट 2024 से 2031 तक के चक्र में हो सकता है बड़ा बदलाव
आईसीसी के मुख्य कार्यकारी ज्योफ एलार्डिस ने कहा कि खेल की शीर्ष संस्था ने 2024 से 2031 तक शुरू होने वाले अगले आठ साल के चक्र में अपने पुरुष और महिला टूर्नामेंटों में समान स्थान हासिल वाली टीमों लिए पुरस्कार राशि में समानता लाने की योजना बनाई है. एलार्डिस का यह बयान तब आया जब उन्हें बताया गया कि न्यूजीलैंड में चल रहे महिला एकदिवसीय विश्व कप के विजेता को 2019 पुरुष विश्व कप विजेताओं द्वारा जीती गई पुरस्कार राशि के मुकाबले सिर्फ एक तिहाई रकम मिलेगी.
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प्राइस मनी बराबर करने पर आईसीसी ने काम शुरू किया
एलार्डिस ने ‘ईएसपीएनक्रिकइंफो डॉट कॉम’ से कहा, चक्र की शुरुआत में हमने जो कुछ किया था उसमें इस ओर बढ़ने का जिक्र था. आईसीसी के अधिकांश वित्तीय मामले आठ साल के चक्र से जुड़े होते है और हम इस चक्र में महिला और पुरुष टीमों के बीच के पुरस्कार राशि के अंतर को कम करने की कोशिश पर काम शुरू कर चुके है.
महिला वर्ल्ड कप में प्राइस मनी को आईसीसी ने किया दोगुना
आईसीसी ने भले ही मौजूदा महिला एकदिवसीय विश्व कप की पुरस्कार राशि को दोगुना कर 1.32 मिलियन डॉलर (लगभग 10 करोड़ रुपये) कर दिया है, फिर भी यह 2019 पुरुष एकदिवसीय विश्व कप में दी गई राशि से 6.5 मिलियन डॉलर कम है, जिसे इंग्लैंड ने जीता था. आईसीसी अधिकारी ने कहा कि महिला वनडे विश्व कप का विस्तार आठ से 10 टीमों तक 2029 में होगा.