मानसिक मजबूती और कभी हार न मानने वाले रवैये के परिचय हनुमा विहारी ने दिया है. बाएं हाथ में फ्रैक्चर होने के बाद भी चल रहे रणजी ट्रॉफी के क्वार्टर फाइनल में मध्य प्रदेश के खिलाफ आंध्र प्रदेश की दूसरी पारी में वह बल्लेबाजी करने आये. इस दौरान उन्होंने एक हाथ से बल्लेबाजी की और चौका भी लगाया. विहारी 11वें खिलाड़ी के रूप में बल्लेबाजी के लिए आये जब उनकी टीम 76/9 के स्कोर पर सिमट रही थी. आंध्र के कप्तान ने अपने बाएं हाथ को बचाते हुए केवल दाहिने हाथ से बल्लेबाजी की और 16 गेंदों पर 15 रन बनाये, जिसमें तीन चौके शामिल थे.
अपने जोरदार प्रयास से आंध्र ने अपनी दूसर पारी में 93 रन ही बनाये. विपक्षी टीम ने भी हनुमा विहारी के इस जज्बे को सलाम किया. उन्होंने रिवर्स स्वीप खेलते हुए बल्ले को एक तलवार के जैसे इस्तेमाल किया. उनके शॉट का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. टीम भावना के अपने अनुकरणीय प्रदर्शन के बाद, विहारी ने मैच के दौरान अपनी बल्लेबाजी के प्रतिष्ठित क्षणों वाला एक वीडियो पोस्ट करने के लिए ट्विटर का सहारा लिया.
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उन्होंने एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि यह टीम के लिए करो. कभी हार मत मानो. अपनी शुभकामनाओं के लिए सभी को धन्यवाद. आवेश खान की बाउंसर पर शॉट लगाने की कोशिश करते हुए विहारी के हाथ में फ्रैक्चर हो गया था. लेकिन फिर भी, उन्होंने 57 गेंदों में 27 रन बनाये और पुछल्ले बल्लेबाज ललित मोहन के साथ एक महत्वपूर्ण साझेदारी की. उनके साहसिक प्रयास ने आंध्र को पहली पारी में 379/10 तक पहुंचने में मदद की थी.
@Hanumavihari 🧎💥🔥#HanumaVihari #RanjiTrophy2023 https://t.co/O1reQglKMM
— Teja Tanush (@Tejatanush1) February 2, 2023
Do it for the team. Do it for the bunch.
Never give up!!
Thank you everyone for your wishes. Means a lot!! pic.twitter.com/sFPbHxKpnZ— Hanuma vihari (@Hanumavihari) February 1, 2023
दिलचस्प बात यह है कि यह पहली बार नहीं है जब विहारी ने अपनी खेल भावना का परिचय दिय और यह बहादुरी दिखायी. उन्होंने अपनी टीम भावना की एक झलक तब भी दिखा दी थी जब बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में भारत संघर्ष कर रहा था. हैमस्ट्रिंग में चोट के साथ बल्लेबाजी की थी और भारत को 2021 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का सिडनी टेस्ट ड्रॉ कराने में मदद की थी.