HBD Harbhajan Singh: ट्रक ड्राइवर बनना चाहता था यह भारतीय क्रिकेटर, बहनों ने रोका तो रच दिया इतिहास
हरभजन सिंह एक समय क्रिकेट छोड़कर ट्रक ड्राइवर बनने जा रहे थे, लेकिन ठीक समय पर उनकी मां और बहनों ने उन्हें रोक लिया और क्रिकेट खेलना जारी रखने के लिए प्रेरित किया. बाद में भज्जी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक से बढ़कर एक रिकॉर्ड अपने नाम किये.
बहुत कम लोग इस बात को जानते होंगे कि टीम इंडिया के दिग्गज स्पिनर हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) ट्रक ड्राइवर बनना चाहते थे. लेकिन मां और बहनों के कहने पर क्रिकेट खेलना जारी रखा. बाद में उन्होंने टेस्ट में हैट्रिक विकेट लेकर इतिहास रच डाला. दरअसल हरभजन सिंह आज अपना जन्मदिन मना रहे हैं. भज्जी 42 साल के हो गये हैं. इसी साल उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा. टर्बनेटर के नाम से मशहूर भज्जी को सुबह से ही जन्मदिन की बधाई दी जा रही है.
ट्रक ड्राइवर बनना चाहते थे भज्जी, मां और बहन ने रोका तो कई दिया क्रिकेट में कमाल
हरभजन सिंह एक समय क्रिकेट छोड़कर ट्रक ड्राइवर बनने जा रहे थे, लेकिन ठीक समय पर उनकी मां और बहनों ने उन्हें रोक लिया और क्रिकेट खेलना जारी रखने के लिए प्रेरित किया. बाद में भज्जी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक से बढ़कर एक रिकॉर्ड अपने नाम किये. दरअसल 2000 में भज्जी के पिता का निधन हो गया. जिसके बाद उनके ऊपर मां और पांच बहनों की जिम्मेदारी आ गयी. जिसके बाद हरभजन सिंह ने ट्रक चलाने कनाडा जाने के लिए तैयार हो गये. लेकिन बहनों ने उन्हें ऐसा करने से रोक लिया और क्रिकेट जारी रखने के लिए प्रेरित किया.
टेस्ट में हैट्रिक विकेट लेने वाले भज्जी पहले भारतीय गेंदबाज
टेस्ट क्रिकेट में हैट्रिक विकेट लेने वाले हरभजन सिंह पहले भारतीय गेंदबाज हैं. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कोलकाता टेस्ट में यह कारनामा किया था. उसके बाद भारत की ओर से मोहम्मद शमी, इरफान पठान और जसप्रीत बुमराह ने टेस्ट में हैट्रिक विकेट लिये हैं.
क्रिकेट से राजनेता बने भज्जी
हरभजन सिंह का क्रिकेट करियर काफी सफल रहा. उन्होंने भारत के लिए 103 टेस्ट, 236 वनडे और 28 अंतरराष्ट्रीय टी20 मैच खेले हैं. जिसमें उन्होंने टेस्ट में 417, वनडे में 269 और टी20 में 25 विकेट लिये हैं. भज्जी क्रिकेट से संन्यास के बाद राजनीति में उतर गये हैं. आम आदमी पार्टी की टिकट से भज्जी राज्यसभा पहुंचे हैं.