Happy Mother’s Day 2021: धौनी-कोहली समेत जब टीम इंडिया के सभी खिलाड़ियों ने मैदान पर अपनी ‘मां’ को इस खास अंदाज में किया था याद, जिसे देख सभी को हुआ था गर्व
Happy Mother's Day 2021 : अक्टूबर 2016 विशाखापट्टनम में टीम इंडिया न्यूजीलैंड के खिसाफ पांच मैचों के वनडे सीरीज का अंतिम मुकाबला खेलने उतरी तो किसी ने नहीं सोचा था कि मैच के पहले कुछ ऐसा हुआ जो इस दिन से पहले भारतीय क्रिकेट इतिहास में कभी भी नहीं हुआ.
Happy Mother’s Day 2021 : मां को याद करने का कोई एक दिन तो नहीं होता है पर किसी खास दिन, मौके पर मां के लिए आदर को व्यक्त करने से रिश्ते मजबूत होते है. मदर्स डे एक ऐसा ही खास मौका है. मां का नाम आते ही मन में उनकी ममता, करुणा व त्याग का एहसास होने लगता है. मां के लिए बच्चे हमेशा बच्चे ही रहते हैं चाहें वह कितने बड़े आदमी क्यों ना बन जाए. टीम इंडिया के खिलाड़ी भी अपने मां से काफी प्यार करते हैं. मदर्स डे के मौके पर हम आपको बताते है वह खास मैच जब टीम के सभी खिलाड़ियों ने अपने-अपने मां को मैदान पर इस खास अंदाज में याद किया.
#TeamIndia sporting their mothers' names on the jersey in the 5th and final ODI #INDvNZ pic.twitter.com/pWcMAKMchB
— BCCI (@BCCI) October 29, 2016
मैच में रचा गया इतिहास
अक्टूबर 2016 विशाखापट्टनम में टीम इंडिया न्यूजीलैंड के खिसाफ पांच मैचों के वनडे सीरीज का अंतिम मुकाबला खेलने उतरी तो किसी ने नहीं सोचा था कि मैच के पहले कुछ ऐसा हुआ जो इस दिन से पहले भारतीय क्रिकेट इतिहास में कभी भी नहीं हुआ. आखिरी वनडे मुकाबले में टीम इंडिया के सभी खिलाड़ी एक खास अंदाज में मैदान पर उतरे. सीरीज़ के इस अहम मैच में भारतीय खिलाड़ियों ने अपनी टी-शर्ट के पीछे लिखे अपने नामों को बदला.
मैं जितना कोहली हूं, उतना सरोज भी – विराट
भारतीय खिलाड़ियों ने जर्सी पर अपने नाम की जगह अपनी माता का नाम लिखी जर्सी पहनी. विराट कोहली की टी-शर्ट पर उनकी मां सरोज का नाम लिखा था. वहीं भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी की टी-शर्ट पर देवकी लिखा था, जो उनकी मां का नाम है. वहीं विराट का कहना था कि मैं आज जो हूं अपनी मां की वजह से हूं, मैं जितना कोहली हूं, उतना सरोज भी.
धौनी ने इस तरह मां को दिया था याद
इस बदलाव पर टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने कहा था कि हम लोग अपने पिता का सरनेम प्रयोग करने के आदी हो चुके हैं. अब मौका है कि मां को भी उस स्तर पर सम्मान दिया जा सके जिसकी वो वास्तव में हकदार हैं. वहीं रहाणे का कहना था कि लोग कहते हैं कि पिता का नाम रोशन करो, लेकिन मेरे लिए मां का नाम रोशन करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है.