भारतीय बेटियों ने किया कमाल, बांग्लादेश को रौंदकर एमर्जिंग एशिया कप पर किया कब्जा
श्रेयंका पाटिल और मन्नत कश्यप की फिरकी के जादू से भारत ने बुधवार को यहां बांग्लादेश को फाइनल में 31 रन से हराकर महिला एमर्जिंग एशिया कप टी20 खिताब जीत लिया
श्रेयंका पाटिल और मन्नत कश्यप की फिरकी के जादू से भारत ने बुधवार को यहां बांग्लादेश को फाइनल में 31 रन से हराकर महिला एमर्जिंग एशिया कप टी20 खिताब जीत लिया. भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए सात विकेट पर 127 रन का प्रतिस्पर्धी स्कोर खड़ा किया और फिर श्रेयंका (13 रन पर चार विकेट) और मन्नत (20 रन पर तीन विकेट) की फिरकी की बदौलत बांग्लादेश को 19.2 ओवर में 96 रन पर ढेर कर दिया.ऑफ स्पिनर कनिका आहुजा ने भी 23 रन देकर दो विकेट चटकाए.
स्पिनर की तिकड़ी के सामने बांग्लादेश फेल
श्रेयंका, मन्नत और कनिका की स्पिन तिकड़ी ने मिशन रोड ग्राउंड की धीमी पिच पर बांग्लादेश की बल्लेबाजों को कोई मौका नहीं दिया. नाहिदा अख्तर ने बांग्लादेश की ओर से सर्वाधिक नाबाद 17 रन बनाए जबकि शोभना मोस्तरी ने 16 रन की पारी खेली.
"Hearty congratulations to the India A team. This is a tremendous achievement by these women to win the Emerging Asia Cup considering that many of them were playing a tournament at the international level for the first time! Yet another shot in the arm for Indian Women's Cricket… pic.twitter.com/jKbaCeZPlF
— VVS Laxman (@VVSLaxman281) June 21, 2023
इससे पहले दिनेश वृंदा 29 गेंद में 36 रन बनाकर भारत की ओर से शीर्ष स्कोरर रहीं जबकि कनिका ने 23 गेंद में नाबाद 30 रन बनाए. बांग्लादेश की गेंदबाजों ने नियमित अंतराल पर विकेट चटकाकर भारतीय बल्लेबाजों पर दबाव बनाए रखा. वृंदा और कनिका के अलावा भारत की ओर से विकेटकपर यू छेत्री (22) और कप्तान श्वेता सहरावत (13) ही दोहरे अंक तक पहुंच पाईं. बांग्लादेश की तरफ से बाएं हाथ की स्पिनर नाहिदा ने 13 रन देकर दो जबकि ऑफ स्पिनर सुल्ताना खातून ने 30 रन देकर दो विकेट चटकाए.
सेमीफाइनल का मुकाबला हुआ था रद्द
भारत ने श्रीलंका के खिलाफ मंगलवार को सेमीफाइनल मुकाबला एक भी गेंद फेंके बिना बारिश की भेंट चढ़ने के बाद फाइनल में जगह बनाई थी. भारत ने फाइनल से पहले सिर्फ एक मैच मेजबान हांगकांग के खिलाफ खेला. टीम का यह टूर्नामेंट में पहला मैच था जो उसने नौ विकेट से जीता. इसके बाद श्रीलंका के खिलाफ सेमीफाइनल सहित भारत के तीन मैच एक भी गेंद फेंके बिना बारिश की भेंट चढ़ गए. बारिश के करण टूर्नामेंट में आठ मैच नहीं खेले जा सके.