अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने सोमवार को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की अपील के बाद इंदौर की पिच की रेटिंग में बदलाव कर दिया है. यहां इस महीने की शुरुआत में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का टेस्ट मैच हुआ था. मैच के बाद पिच को “खराब” का दर्जा दिया गया था. तीन दिनों के भीतर मैच समाप्त होने के बाद पिच को तीन डिमेरिट अंक दिये गये थे. हालांकि, बीसीसीआई की एक अपील के बाद रेटिंग को ‘औसत से नीचे’ में बदल दिया गया है.
इंदौर की पिच दो दिनों के भीतर 31 विकेट गिरने के बाद इसकी काफी आलोचना हुई थी. इस मुकाबले में स्पिनर्स ने 26 विकेट चटकाये थे. ऑस्ट्रेलिया पर भारत की तीसरे टेस्ट के तीसरे दिन नौ विकेट से जीत के बाद आईसीसी मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड ने पिच पर कड़ा फैसला सुनाया था. उन्होंने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि पिच, जो बहुत सूखी थी, शुरू से ही स्पिनरों के पक्ष में थी और बल्ले और गेंद के बीच संतुलन प्रदान नहीं कर रही थी.
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बॉर्डर-गावस्कर सीरीज के समापन के बाद बीसीसीआई ने अपील की. आईसीसी की ओर से अपील पैनल में आईसीसी के महाप्रबंधक (क्रिकेट) वसीम खान और आईसीसी मेन्स क्रिकेट कमेटी के सदस्य रोजर हार्पर शामिल थे. दोनों ने टेस्ट मैच के फुटेज की समीक्षा की. दोनों पैनलिस्टों ने कहा कि मैच रेफरी ने पिच निगरानी प्रक्रिया के परिशिष्ट ए के अनुसार दिशानिर्देशों का पालन किया. लेकिन ‘खराब’ रेटिंग को वारंट करने के लिए पर्याप्त अत्यधिक परिवर्तनशील उछाल नहीं था. इसलिए, इंदौर पिच के लिए रेटिंग को ‘खराब’ से ‘औसत से नीचे’ में बदल दिया गया.
इसका अर्थ यह भी है कि इसे अब तीन के बजाय केवल एक डिमेरिट अंक प्राप्त होगा. इस सीरीज के बाद ऑस्ट्रेलिया और भारत दोनों ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली. भारत ने चार मैचों की सीरीज 2-1 से जीत ली, क्योंकि आखिरी मुकाबला ड्रॉ रहा. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल जून में इंग्लैंड के द ओवल में खेला जायेगा. भारत पिछली बार फाइनल में न्यूजीलैंड से हार गया था.