टी-20 विश्व कप टालने पर विचार कर रही है आईसीसी- सूत्र
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद टी- 20 टूर्नामेंट को टालने का विचार कर रही है. इसे लेकर 28 मई को आईसीसी की बैठक होने वाली है.
कोविड-19 महामारी के कारण अभी क्रिकेट स्थगित है, और इस महामारी का असर भी कम नहीं हुआ है, ऐसे में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद टी- 20 टूर्नामेंट को टालने का विचार कर रही है. इसे लेकर 28 मई को आईसीसी की बैठक होने वाली है. बोर्ड के एक सदस्य ने इस बारे में बात करते हुए बताया कि कोरोना वायरस के कारण आईसीसी इस टूर्नामेंट को रद्द कर सकती है. बोर्ड के सदस्य ने बताया कि टी- 20 वर्ल्ड कप टालने के प्रस्ताव का क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया भी समर्थन कर सकता है.
गौरतलब है कि विश्व कप टी-20 का आयोजन इस साल 18 अक्टूबर से लेकर 15 नवंबर के बीच होना है. लेकिन आईसीसी के साथ होने वाले इस बैठक में कई तरह की चर्चा की जाएगी जिसमें गेंद में लार और पसीना के उपयोग से लेकर विश्व कप रद्द कराने पर चर्चा की जाएगी. अगर टी20 विश्व कप होता भी है तो क्या विकल्प होगा इस पर भी विस्तार से बात चीत की जाएगी.
बोर्ड के सदस्य ने पीटीआई से बात चीत में गोपनीयता के शर्त पर बताया कि अगर विश्व कप आयोजन के प्रस्ताव पारित होते हैं तो तीन विकल्पों पर चर्चा की जा सकती है. पहला विकल्प 14 दिन के पृथकवास (आइसोलेशन) के साथ विश्व टी 20 विश्व कप का आयोजन हो, जिसमें दर्शकों की अनुमति है. इसमें दूसरा विकल्प है कि मैच खाली स्टेडियम में हों. तीसरा विकल्प है कि टूर्नामेंट को 2022 के लिए स्थगित कर दिया जाए.
बोर्ड की बैठक में अध्यक्ष शशांक मनोहर दो महीने विस्तार पर भी चर्चा करेंगे लेकिन मुख्य फोकस टी-20 विश्व कप के आयोजन पर होगा. हालांकि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ये चाहता है कि इस साल के अंत में भारत के साथ होनी वाली टेस्ट सीरीज भी आयोजित हो. बोर्ड के इस सदस्य ने यह भी बताया कि अगर विश्व कप का आयोजन इस वर्ष नहीं होता है तो बोर्ड को थोड़ी सी तो वित्तीय परेशानी का सामना करना पड़ सकता है लेकिन ये अल्प कालिक समस्या है.
लेकिन अगर ये चर्चित टूर्नामेंट अगर 2022 तक के लिए टल जाता है तो कोई परेशानी नहीं होगी. ऐसे में आईपीएल के भी आयोजित होने के आसार बढ़ गए है. लेकिन बोर्ड के सदस्य ने बताया कि अगर टूर्नामेंट अपने निर्धारित समय पर होता है तो बड़ी संख्या में लोगों को आइसोलेशन में रहना होगा. इसमें 16 टीमों के खिलाड़ी और अधिकारियों के अलावा टेलीविजन सदस्य और अन्य जरूरी स्टाफ शामिल है. यह काफी जटिल और महंगा साबित होगा.