IND vs AUS: ऑस्ट्रेलिया में क्या रहेगी भारत की रणनीति, हर्षा भोगले ने बताया
India Australia Tour: क्रिकेट कमेंटेटर हर्षा भोगले ने न्यूजीलैंड के खिलाफ दो मैचों में मिली हार के बाद भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए अपनी राय रखी है. हर्षा भोगले ने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम का अधिकतर दारोमदार बैटिंग लाइन अप के प्रदर्शन पर रखा है. भारतीय टीम में शामिल किए गए खिलाड़ियों के अनुभवी खिलाड़ियों को ही परफॉर्म करना होगा. कैप्टन रोहित के लिए सीरीज में क्या संभावनाएं हैं, इस पर भी चर्चा की है.
Border Gavaskar Trophy: अपने निजी यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए, क्रिकेट कमेंटेटर हर्षा भोगले ने इस ऑस्ट्रेलियन समर में भारतीय टीम की घोषणा के बाद अपनी विशेषज्ञ राय रखी है. हर्षा भोगले ने कहा कि भारत ने 2018 में सीरीज जीती थी, लेकिन आप कह सकते हैं, कि उस टीम में स्मिथ नहीं थे, वार्नर नहीं थे. लेकिन 2021 की सीरीज में भारत ने क्या प्रदर्शन किया था. भारतीय क्रिकेट इतिहास में सबसे लाजवाब सीरीज रही हैं. पिछली दो सीरीज में भारत ने जो प्रदर्शन किया था, वो मैंने अपने जीवन में सबसे बेहतरीन सीरीज देखी हैं. आने वाली इस सीरीज के लिए केवल भारत में ही नहीं बल्कि ऑस्ट्रेलिया लोगों में भी काफी उत्साह है. पांच मैचों की सीरीज, बेहद शानदार रहेगी.
बैटिंग रहेगी सबसे मजबूत कड़ी:
टीम के बारे में बात करते हुए हर्षा ने भारत की बैटिंंग लाइन अप में युवा यशस्वी और शुभमन को की प्लेयर बताया. उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया की परिस्थितियां शुभमन की लंबाई और बैटिंग क्लास के लिए अनुकूल हैं. यशस्वी के लिए द. अफ्रीका में स्विंग की वजह से कुछ समस्या हुई थी, लेकिन ऑस्ट्रेलिया में ऐसा नहीं होगा. हो सकता है, कि लोग कहें कि भारत कुछ अन्य बैट्समैन का भी चुनाव कर सकता था, लेकिन अभिमन्यु ईश्वरन के ऊपर भी आप भरोसा कर सकते हैं. विराट और रोहित अब रिटायरमेंट की तरफ बढ़ रहे हैं और उन्हें भी अपनी विरासत युवा कंधों पर डालनी पड़ेगी.
विराट और रोहित के बारे में हर्षा ने विस्तार से बात की. विराट के बारे में उन्होंने कहा कि, उनकी भारत से बाहर खेली गईं कुछ ऐतिहासिक पारियां ऑस्ट्रेलिया में ही आई हैं. उनके बारे में कहा जा रहा है, कि अब वे वह विराट नहीं रहे, लेकिन मैं ऐसा नहीं मानना चाहता. उनके पिछले 5 मैचों में रिकॉर्ड अच्छे नहीं रहे हैं, उनका औसत 48 के आस-पास रहा है, विराट का औसत 48 नहीं होना चाहिए. लेकिन विराट की यादगार पारियां ऑस्ट्रेलिया में ही आई हैं. विराट को पेस, बाउंस पसंद है. वहां पर ज्यादा स्विंग नहीं है, लो टर्नर नहीं है और उनका रिकॉर्ड देखिए. उनका औसत देखिए उन्होंने 54 की औसत से रन बनाए हैं. 2018 के बाद विराट ने वहां केवल 1 टेस्ट खेला है. उनको 1 और मैच तो ऑस्ट्रेलिया में खेलना ही चाहिए. विराट को पता है कि तैयारी कैसे करनी है, वे ऑस्ट्रेलिया में प्रदर्शन करने वाले सबसे बेहतरीन खिलाड़ी रहे हैं. रोहित के बारे में कहते हुए हर्षा ने कहा कि रोहित की बैटिंग को देखकर लगता है, कि ऑस्ट्रेलियाई पिच के लिए सबसे मुफीद बैट्समैन हैं. लेकिन उनका औसत मात्र 31 का रहा है. वे जब से सफेद गेंद के मास्टर बने हैं तब से लाल गेंद को पढ़ने में थोड़ा-सा कमजोर हुए हैं.
भारत को अच्छा प्रदर्शन करना है, तो इन चार बल्लेबाजों को अपना पूरा जोर लगाना होगा. लेकिन एक बल्लेबाज जिसके बारे में कंगारू टीम सबसे ज्यादा चिंतित होगी वो ऋषभ होंगे. ऋषभ ने ऑस्ट्रेलिया में पिछली सीरीज में जो तहलका मचाया था वह उन्हें जरूर याद रहेगा. के. एल. राहुल, सरफराज खान और ध्रुव जुरेल टीम के लिए बढ़िया बैकअप रहेंगे. भारतीय प्रबंधन को सरफराज के ऊपर मेहनत करनी चाहिए. अगर कीवी टीम के खिलाफ मुंबई टेस्ट जल्दी समाप्त हो जाता है, तो सरफराज को ऑस्ट्रेलिया भेजकर उन्हें ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ जरूर खेलना चाहिए. भारत को अगर ऑस्ट्रेलिया में जीतना है, तो बैटिंग को परफॉर्म करना ही पड़ेगा.
बुमराह के कंधों पर रहेगी जिम्मेदारी:
मो. शमी चोट के कारण भारतीय टीम से बाहर हैं, लेकिन उनकी कमी भारतीय टीम को खलेगी. उनकी स्विंग ऑस्ट्रेलिया में कमाल कर सकती है. शमी अगर चोट से उबर जाते हैं, तो उन्हें एडिलेड में डे-नाइट टेस्ट मैच में खेलने के लिए भारत को प्रयास करना चाहिए. भारत को शमी की कमी खलेगी. कुलदीप को बाहर रखना भी समझ के परे है. लेफ्ट आर्म फिंगर स्पिनर को टीम में नहीं रखा गया है. जडेजा और अश्विन अपनी लय में नहीं दिख रहे. युवा गेंदबाजों पर सारा दारोमदार रहेगा. वाशिंगटन सुंदर, प्रसिद्ध कृष्णा और हर्षित राणा को वार्म-अप मैचों में खेलना चाहिए ताकि उन परिस्थितियों में ढल सकें. सिराज आउट ऑफ फॉर्म नजर आ रहे हैं तो सारा दारोमदार जसप्रीत बुमराह पर ही होगा. कप्तान जब भी गेंद उन्हें देंगे तो उनसे विकेट की ही उम्मीद करेंगे, क्योंकि वे ही सबसे अनुभवी हैं. आकाशदीप भी भारत की स्क्वाड में हैं. लेकिन जसप्रीत की छाया में ही भारतीय बॉलिंग लाइन अप चलेगी. नीतीश कुमार रेड्डी को ऑल राउंडर के रूप में शामिल कर भारत ने बैटिंग और बॉलिंग की कमी को पूरा कर पाएगा.
इस बार की ऑस्ट्रेलियन समर में टेस्ट मैचों के बीच में काफी समय दिया गया है. ऐसा लगता है, कि वे इस सीरीज के साथ एशेज की भी तैयारी कर रहे हैं, जो उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ खेलनी है. एशेज ऑस्ट्रेलिया के लिए ज्यादा महत्वपूर्ण लग रहा है. भारत के साथ पहला टेस्ट 22 नवंबर से शुरू हो रहा है और दूसरा 6 दिसंबर से यानि पहले और दूसरे मैच में 9 दिन का गैप जबकि तीसरे और चौथे मैच के बीच में 7 दिनों का गैप है. ऐसे में दोनों टीमों के पास किसी भी परिस्थिति में वापसी का मौका होगा. बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से पहले भारत की इंडिया ए टीम भी ऑस्ट्रेलिया दौरे पर रहेगी और भारत की सीनियर टीम को उसके साथ भी वार्म मैच खेलना है.
ऑस्ट्रेलिया सीरीज के मैचों का शेड्यूल
पहला टेस्ट- 22- 26 नवंबर 2024 पर्थ
दूसरा टेस्ट- 06- 10 दिसंबर 2024 एडिलेड
तीसरा टेस्ट- 14- 18 दिसंबर 2024 ब्रिसबेन
चौथा टेस्ट- 26- 30 दिसंबर 2024 मेलबर्न
पांचवां टेस्ट- 03- 07 जनवरी 2025 सिडनी
ऑस्ट्रेलिया दौरे के भारतीय टीम की स्क्वाड:
रोहित शर्मा (कप्तान), जसप्रीत बुमराह (उपकप्तान), विराट कोहली, केएल राहुल, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), शुभमन गिल, यशस्वी जयसवाल, अभिमन्यु ईश्वरन, सरफराज खान, ध्रुव जुरेल (विकेटकीपर), आर अश्विन, रवींद्र जडेजा, वाशिंगटन सुंदर, मोहम्मद सिराज, आकाश दीप, प्रसिद्ध कृष्णा, हर्षित राणा, नितीश कुमार रेड्डी.
रिजर्व खिलाड़ी: मुकेश कुमार, नवदीप सैनी और खलील अहमद.