WTC के इतिहास में पहली बार फाइनल में नहीं होगा भारत, जानिए 2023-25 के चक्र में कैसा रहा टीम इंडिया का सफर
IND vs AUS: भारत को सिडनी टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आखिरी टेस्ट में 6 विकेट से हार देखनी पड़ी है. इसके साथ ही उसका विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल में लगातार तीसरी बार पहुंचने का सपना टूट गया. जानिए भारत का 2023-24 का सफर कैसा रहा.
IND vs AUS: बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के पांचवें और आखिरी मैच में सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर भारत हार गया. 6 विकेट से करारी हार के साथ ही भारत ने एक दशक बाद इस सीरीज को भी 1-3 से गंवाया. विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल में पहुंचने की उम्मीद भी आखिरी मैच के साथ समाप्त हो गई. भारत WTC के इतिहास में पहली बार फाइनल में पहुंचने में विफल रहा है. 2021 और 2023 में फाइनल में पहुंचने के बाद, भारत 2025 में जून में लॉर्ड्स में होने वाले फाइनल का हिस्सा नहीं होगा. क्रिकेट के मक्का में अब ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका 11 जून से मुकाबले में उतरेंगे. भारत ने इस विश्व टेस्ट चैंपियंशिप के चक्र में कुल 19 मैच खेले, आइए उन पर एक नजर डालते हैं.
भारत ने डब्ल्यूटीसी के 2023-25 चक्र में खेले गए 19 टेस्ट मैचों में 9 टेस्ट जीते, 8 हारे और 2 ड्रॉ रहे. भारत ने 2023 में वेस्टइंडीज में सीरीज जीतकर अपने अभियान की शुरुआत की. हालांकि इसके बाद उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में 2023-24 की शुरुआत में सीरीज बराबर करने के लिए कड़ी मेहनत की. इसके बाद भारत ने टी20 विश्व कप जीतने से पहले जनवरी 2024 में इंग्लैंड के भारत दौरे पर 4-1 से जीत दर्ज की.
गंभीर-रोहित युग की शुरुआत
इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज जीत के बाद राहुल द्रविड़ ने टेस्ट टीम के कोच के तौर पर आखिरी बार काम किया था. भारत की टी20 विश्व कप जीत के बाद उन्होंने अपना कार्यकाल समाप्त कर दिया था. इसके बाद गौतम गंभीर भारतीय टीम के कोच बने. इसके बाद भारत ने विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप चक्र के अपने अंतिम चरण की शुरुआत बांग्लादेश पर 2-0 की शानदार जीत के साथ की, जिसने टेस्ट क्रिकेट में गौतम गंभीर-रोहित शर्मा युग की शुरुआत भी की.
न्यूजीलैड के खिलाफ हार के बाद बढ़ा दबाव
इसके बाद भारत को न्यूजीलैंड की टीम ने चौंका दिया. इतिहास में पहली बार भारत को घरेलू सीरीज में 0-3 से हार का सामना करना पड़ा. भारत 12 साल बाद कोई सीरीज अपने घर में हारा था. इसके बाद भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों में से चार में जीत दर्ज करने का दबाव था. भारत ने इस पर जबरदस्त तरीके से अमल भी किया जब उन्होंने जसप्रीत बुमराह की अगुआई में पर्थ में सनसनीखेज जीत के साथ सीरीज़ की शुरुआत की. लेकिन इसके बाद रोहित शर्मा की वापसी हुई और एडिलेड के दूसरे और मेलबर्न के चौथे टेस्ट मैच में भारतीय टीम को हार झेलनी पड़ी. ब्रिसबेन में बारिश से प्रभावित टेस्ट ड्रॉ पर समाप्त हुआ.
भारत का WTC 2023-25 का चक्र
भारत का वेस्ट इंडीज दौरा – 2 मैचों की सीरीज 1-0 से जीती
भारत का साउथ अफ्रीका दौरा – 2 मैचों की सीरीज 1-1 से ड्रा
इंग्लैंड का भारत दौरा – 5 मैचों की सीरीज 4-1 से जीती
बांग्लादेश का भारत दौरा – 2 मैचों की सीरीज 2-0 से जीती
न्यूजीलैंड का भारत दौरा – 3 मैचों की सीरीज 3-0 से हारी
भारत का ऑस्ट्रेलिया दौरा – 5 मैचों की सीरीज 3-1 से हारी
बल्लेबाज़ी की विफलता के कारण भारत के लिए सीरीज़ की राह आसान नहीं रही. कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली पूरे WTC चक्र में नाकाम रहे. ऑस्ट्रेलिया में तो यह और भी भयावह रहा. विराट ने पांच मैचों में 190 रन बनाए तो रोहित ने तीन मैचों में केवल 31 रन. भारत को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी बरकरार रखने के लिए सिडनी टेस्ट जीतना जरूरी था, लेकिन उसके बल्लेबाज तीखी पिच पर असफल रहे, जिससे ऑस्ट्रेलिया का 10 साल लंबा इंतजार खत्म हो गया.
सिडनी टेस्ट का हाल
सिडनी टेस्ट में भारत को जीत से कम कुछ नहीं चाहिए था. रोहित शर्मा के सीरीज के निर्णायक मैच से बाहर होने के बाद, भारत सिर्फ़ 185 रन ही बना पाया. हालाँकि, उन्होंने पूरी ताकत से गेंदबाजी की और ऑस्ट्रेलिया को सिडनी की पिच पर 181 रनों पर आउट कर दिया, जो पहले से कहीं ज़्यादा तेज़ गेंदबाज़ों के लिए मददगार थी. भारत अत्यधिक सीम मूवमेंट से निपटने में सक्षम नहीं था और अपनी दूसरी पारी में 157 रनों पर ढेर हो गया, जिससे ऑस्ट्रेलिया को 161 रनों का मामूली लक्ष्य मिला. भारत के लिए यह निराशाजनक रहा कि सीरीज में 32 विकेट लेकर गेंदबाजी आक्रमण के अगुआ रहे जसप्रीत बुमराह पीठ की चोट के कारण अंतिम पारी में गेंदबाजी के लिए उपलब्ध नहीं थे. भारत ने चार विकेट चटकाते हुए कड़ी टक्कर दी, लेकिन यह काफी नहीं था और ऑस्ट्रेलिया ने 162 रनों का लक्ष्य 4 विकेट खोकर हासिल कर लिया.
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