IND vs AUS: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांचवां और आखिरी टेस्ट मैच आज 3 जनवरी से सिडनी में शुरू हुआ. चार मैचों में 2-1 की लीड लेकर ऑस्ट्रेलिया बढ़त बनाए हुए है. भारत ने आखिरी टेस्ट के लिए अपनी टीम में बदलाव करते हुए रोहित शर्मा की जगह जसप्रीत बुमराह को कप्तानी करने का मौका दिया. बुमराह ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया. लेकिन भारतीय टीम की बल्लेबाजी एक बार फिर नाकाम रही. केवल 72 रन पर ही विराट, शुभमन समेत चार बल्लेबाज पवेलियन लौट गए थे. इसी समय ऋषभ पंत ने भारतीय टीम को संभालने का प्रयास किया, लेकिन इस दौरान ऋषभ को तीन बार अपने शरीर पर गेंद की मार झेलनी पड़ी. लेकिन उन्होंने छक्के मारने का रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया.
ऋषभ पंत 57 रन पर शुभमन का विकेट गिरने के बाद बैटिंग करने उतरे. उसके बाद उन्होंने 120 रन पर आउट होने तक 40 रन की पारी खेली. 98 गेदों की अपनी इस पारी में पंत ने 3 चौके और 1 छक्का लगाया. इस 1 छक्के की मदद से वे भारत की तरफ से ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट मैचों में सबसे ज्यादा छक्का मारने वाले बल्लेबाज बन गए हैं. उन्होंने 11 वां छक्का लगाकर रोहित शर्मा का रिकॉर्ड तोड़ा, जिन्होंने 10 छक्के लगाए थे.
टेस्ट मैचों में ऑस्ट्रेलिया में सबसे ज्यादा छक्के मारने वाले भारतीय
ऋषभ पंत- 11 छक्का
रोहित शर्मा- 10 छक्का
नीतीश कुमार रेड्डी- 8 छक्का
वीरेंद्र सहवाग- 8 छक्का
सचिन तेंदुलकर- 7 छक्का
ऋषभ पंत की जुझारू पारी
ऋषभ पंत ने अपनी इस पारी के दौरान काफी धैर्य दिखाया. उन्होंने अपनी इस पारी में चार बार शरीर पर गेंदें झेली. इसी मैदान पर पिछली बार चेतेश्वर पुजारा ने भी 11 बार अपने शरीर पर गेंदें झेल कर मैच बचाया था. पंत को मिचेल स्टार्क की एक गेंद हाथ पर लगी, जिसके बाद उनका खून का थक्का जम जाने के कारण हाथ ही काला हो गया. एक गेंद उनके हेलमेट से जा टकराई, वह भी स्टार्क की ही गेंद थी. हालांकि उसके बाद स्टार्क उनका हाल पूछने गए थे. स्कॉट बोलैंड की एक गेंद उनके पेट में भी जा लगी, जिसके बाद उन्हें फिजियो का सहारा लेना पड़ा. लेकिन इसके बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और जबरदस्त छक्का मारा.
संयम भरी पारी खेलने के बाद क्या बोले पंत
पंत ने पहले दिन के खेल के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘ इस पारी में विकेट को देखते हुए मैं आक्रामक खेलने की स्थिति में नहीं था. कई बार आपको रक्षात्मक खेलना पड़ता है. कई बार ऐसे मौके थे जब मैं 50 . 50 जोखिम ले सकता था लेकिन मैने नहीं लिया.’’ पंत ने कहा कि वह बतौर बल्लेबाज परिपक्व हो रहे हैं और आक्रामकता और रक्षात्मक खेल के बीच संतुलन बनाना सीख रहे हैं. उन्होंने आगे कहा,‘‘ आप स्वाभाविक बल्लेबाजी करना चाहते हैं लेकिन आक्रामकता और रक्षात्मक खेल में संतुलन बनाना भी सीखते हैं.’’ पंत ने स्वीकार किया कि अच्छा नहीं खेलने पर बल्लेबाज चीजों को उलझा देता है.
अंत में बुमराह का कमाल
ऋषभ और रवींद्र जडेजा ने भारतीय टीम को संभालने की कोशिश की. दोनों ने मिलकर 48 रन की साझेदारी की. लेकिन ऋषभ की संघर्षपूर्ण पारी के बाद भारतीय टीम की कमर ही टूट गई. उनके आउट होने के बाद रवींद्र जडेजा भी 95 गेदों पर 26 रन बनाकर आउट हो गए. भारतीय टीम ने 72.2 ओवर में सभी विकेट खोकर 185 रन बनाए. हालांकि मैच के अंतिम क्षणों में जसप्रीत बुमराह ने भी अपना जलवा बिखेरा. उन्होंने पहले दिन सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले स्कॉट बोलैंड की तीन गेंदों पर लगातार चौके जड़े और उसके बाद पैट कमिंस की गेंद पर जबरदस्त छक्का ठोक दिया. इतना ही नहीं, उन्होंने दिन के आखिरी गेंद पर उस्मान ख्वाजा को भी आउट कर ऑस्ट्रेलिया को 9 रन के स्कोर पर पहला झटका दे दिया.
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(न्यूज एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)