IND vs AUS: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले मैच में कार्यवाहक कप्तान जसप्रीत बुमराह ने भारतीय टीम को शानदार जीत दिलाई. टीम इंडिया ने खेल के हर पक्ष में अपनी धाक जमाई. पहली पारी में गेंदबाजी से तो दूसरी पारी में बल्लेबाजों के बल्ले ने आग उगली. पर्थ टेस्ट से पहले 15 नवंबर को रोहित शर्मा अपने दूसरे बच्चे के पिता बने. परिवार को समय देने के कारण वे पहले टेस्ट में टीम का हिस्सा नहीं थे. लेकिन अब भारत के नियमित कप्तान रोहित शर्मा टीम के साथ वापस जुड़ चुके हैं. ऐसे में टीम में क्या बदलाव हो सकते हैं.
पर्थ टेस्ट से पहले शुभमन गिल चोटिल हो गए थे. उनकी जगह देवदत्त पडिक्कल को मौका मिला था. भारतीय टीम में कप्तान रोहित भी नहीं थे, ऐसे में मध्यक्रम में ध्रुव जुरेल टीम का हिस्सा बने. चूंकि पर्थ का ऑप्टस स्टेडियम तेज गेंदबाजों को रास आता है तो कप्तान बुमराह ने दोनों अनुभवी स्पिनर्स को आराम दिया था. रवींद्र जडेजा की जगह नीतीश कुमार रेड्डी को उतारा गया तो अश्विन की जगह वाशिंगटन सुंदर को मौका मिला था. इस मैच में हर्षित राणा को भी पदार्पण करने का अवसर मिला.
ध्रुव जुरेल या पडिक्कल, किसी एक का कट सकता है पत्ता
शुभमन गिल की अंगुली की चोट पर अब तक कोई शुभ सूचना नहीं आई है, लिहाजा उनके दूसरे टेस्ट में शामिल होने पर संशय ही है. लेकिन कप्तान रोहित जरूर टीम में शामिल होंगे. ऐसे में एडिलेड की बैटिंग पिच पर किसी बल्लेबाज पर ही गाज गिरेगी. ओपनर यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल ने बेहतरीन पारी खेली है, विराट कोहली ने भी लंबे समय बाद शतक लगाकर वापसी की है. ऋषभ पंत का रिकॉर्ड भी ऑस्ट्रेलिया में काफी अच्छा रहा है. लेकिन देवदत्त पडिक्कल ने पहले टेस्ट में 0 और 25 का स्कोर किया तो ध्रुव जुरेल ने 11 और 1 रन बनाए. दोनों का अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट भी क्रिकेट का कैरियर तुलनात्मक रूप से नया है. पडिक्कल ने जहां 2 मैचों में 90 रन बनाए हैं तो जुरेल ने 4 मैचों में 202 रन बनाए हैं.
हालांकि दोनों ही नवोदित बल्लेबाजों ने ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ इंडिया ए की तरफ से अच्छी बल्लेबाजी की थी. ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ पहले मैच में देवदत्त ने 36 और 88 रन बनाए तो ध्रुव ने दूसरे मैच में 80 और 68 रन स्कोर किए थे. हालांकि प्रथम श्रेणी के मैचों में देवदत्त का पलड़ा भारी है, उनके पास अधिक मैच खेलने का अनुभव है. कप्तान रोहित बल्लेबाजी में ऊपरी क्रम पर उतरते हैं और देवदत्त पडिक्कल भी दूसरे नंबर के बल्लेबाज हैं. ऐसे में पडिक्कल ही कप्तान के लिए जगह खाली कर सकते हैं. एडिलेड की पिच बल्लेबाजों को रास आती है और इस पर तीसरे दिन के बाद से गेंद घूमना शुरू करती है. इस लिहाज से किसी तेज गेंदबाज को रिप्लेस करने पर भी विचार किया जा सकता है लेकिन वह किसी स्पिनर से ही किया जाएगा.
ऑस्ट्रेलिया में रोहित का रिकॉर्ड
कप्तान रोहित ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अब तक 12 मैच खेले हैं. इसकी 22 पारियों में रोहित ने 1 शतक और 3 अर्द्धशतक के साथ 708 रन बनाए हैं. हालांकि रोहित ने ऑस्ट्रेलिया में 7 टेस्ट खेले हैं और उनमें 29 के औसत से 408 रन बना पाए हैं. ऐसे में रोहित भी अपना रिकॉर्ड बेहतर करना चाहेंगे, क्योंकि रोहित पिछले 5 मैचों की 10 पारियों में भी केवल 133 रन बना पाए हैं. दूसरा टेस्ट मैच एडिलेड में 6 दिसंबर से खेला जाएगा और दिन रात का यह टेस्ट मैच गुलाबी गेंद से खेला जाएगा.
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