भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे आईसीसी अंडर-19 वर्ल्ड कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया है. भारत को पहले गेंदबाजी करने को कहा गया है. हालांकि, भारतीय टीम भी पहले बल्लेबाजी करना चाहती होगी, क्योंकि भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए अपने तीन मुकाबले 200 से ज्यादा रनों से जीते हैं. फिर भी भारतीय गेंदबाज ऑस्ट्रेलिया को आज एक छोटे स्कोर पर रोकने का प्रयास करेंगे. रनों का पीछा करते हुए भी भारत ने दक्षिण अफ्रीका को सेमीफाइनल में हराया है. उस समय सचिन धास और उदय सहारन की बल्लेबाजी देखने लायक थी. कुल मिलाकर एक रोमांचक मुकाबले की उम्मीद की जा सकती है.
दोनों टीमों की प्लेइंग इलेवन
ऑस्ट्रेलिया U19: हैरी डिक्सन, सैम कोन्स्टास, ह्यू वेइबगेन (कप्तान), हरजस सिंह, रयान हिक्स (विकेटकीपर), ओलिवर पीक, राफ मैकमिलन, चार्ली एंडरसन, टॉम स्ट्राकर, महली बियर्डमैन, कैलम विडलर.
भारत U19 : आदर्श सिंह, अर्शिन कुलकर्णी, मुशीर खान, उदय सहारन (कप्तान), प्रियांशु मोलिया, सचिन धास, अरावेली अवनीश (विकेटकीपर), मुरुगन अभिषेक, राज लिम्बानी, नमन तिवारी, सौमी पांडे.
Also Read: ICC U19 World Cup Final LIVE Streaming: कब और कहां फ्री में देख सकते हैं भारत और ऑस्ट्रेलिया का मुकाबला
अर्शिन कुलकर्णी बनाम कैलम विडलर
कैलम विडलर नई गेंद से ऑस्ट्रेलिया के शानदार गेंदबाज रहे हैं. इस तेज गेंदबाज की लाइन और लेंथ विपक्षी टीम के शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों के लिए परेशानी खड़ी करती है. फाइनल में भारतीय ओपनर अर्शिन कुलकर्णी को पारी की शुरुआत में सीम मूवमेंट से जूझना पड़ सकता है. खासकर ऑफ स्टंप के बाहर. टूर्नामेंट में वह तीन बार विकेट कीपर या स्लिप में आउट हुए हैं. नई गेंद के साथ विडलर के कौशल को देखते हुए भारत को सतर्क रहना होगा.
सचिन धास बनाम टॉम स्ट्राकर
अंतिम सुपर सिक्स गेम और सेमीफाइनल में 116 और 96 के स्कोर के बाद सचिन धास भारत के तुरुप का इक्का हैं. टूर्नामेंट की शुरुआत नंबर 7 पर करने वाला यह बल्लेबाज अब मध्य क्रम में भारत का मुख्य आधार है. लेकिन क्वेना मफाका ने धीमी गति से गेंदबाजी करके सबको हैरान किया है. टूर्नामेंट में गति में बदलाव धास के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं रहा है. उन्हें अपनी टाइमिंग के साथ संघर्ष करना पड़ा है. ऑस्ट्रेलिया का तेज गेंदबाज अतिरिक्त गति के लिए जाना जाता है और अपनी गति विविधताओं से वह धास को परेशान कर सकता है.
Also Read: ICC U19 World Cup में रहा है भारत का दबदबा, 5 बार खिताब जीत चुकी है टीम इंडिया
ह्यू वीबगेन बनाम सौमी पांडे
सौमी पांडे ने इस टूर्नामेंट में बीच के ओवरों में अपनी कसी हुई गेंदबाजी से बाएं और दाएं हाथ के बल्लेबाजों को परेशान किया है. इस बीच, वीबगेन मध्यक्रम में ऑस्ट्रेलिया के स्तंभ रहे हैं, लेकिन फाइनल में भारत के खिलाफ उनका मुकाबला कठिन होगा. टूर्नामेंट में छह पारियों में से तीन में बाएं हाथ के स्पिनरों ने वीबगेन को आउट किया है. जिम्बाब्वे के रयान सिम्बी, इंग्लैंड के थियो वाइली और श्रीलंका के विश्व लाहि, सभी बाएं हाथ के ऑर्थोडॉक्स स्पिनर हैं, जिन्होंने इस बल्लेबाज को आउट किया है. सौमी टूर्नामेंट में सर्वश्रेष्ठ बाएं हाथ के स्पिनर रहे हैं और फाइनल में उनका सामना करने की संभावना ऑस्ट्रेलियाई कप्तान के लिए चुनौतीपूर्ण होगी.