कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव को बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टेस्ट में भारत के प्लेइंग इलेवन में जगह नही दी गयी. इस बात से उनकी जगह जयदेव उनादकट को मौका दिया गया है. उनादकर 12 साल बाद टेस्ट क्रिकेट में वापसी कर रहे हैं. कुलदीप के बाहर किये जाने से कई पूर्व क्रिकेटरों को निराशा हुई है और वे हैरान भी हैं. पूर्व दिग्गज सलामी बल्लेबाज और कप्तान सुनील गावस्कर ने इसे अविश्वसनीय करार दिया है.
बाएं हाथ के स्पिनर कुलदीप यादव ने चटगांव में पहले टेस्ट की पहली पारी में करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 40 रन पर पांच विकेट चटकाये थे. वहीं, दूसरी पारी में कुलदीप ने कुल तीन विकेट हासिल किये हैं. दोनों पारियों में उनके नाम आठ विकेट रहे और उन्होंने अपने खाते से केवल 113 रन लुटाये. कुलदीप के इस प्रदर्शन से भारत ने पहला टेस्ट आसानी से 188 रन से जीत लिया था.
पूर्व क्रिकेटर गावस्कर के साथ-साथ पूर्व टेस्ट गेंदबाज डोडा गणेश और पूर्व महिला कप्तान अंजुम चोपड़ा को भी इस बात से हैरानी हुई हैं. सभी का कहना है कि आखिर टीम प्रबंधन ऐसा फैसला कैसे कर सकती है, जबकि कुलदीप फिट हैं. सीरीज के प्रसारणकर्ता ‘सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क’ पर कमेंटरी करते हुए गावस्कर ने कहा कि मैच के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी को बाहर करना अविश्वसनीय है. मैं सिर्फ इसी शब्द का इस्तेमाल कर सकता हूं और यह एक सौम्य शब्द है. मैं काफी कड़े शब्दों का इस्तेमाल करना चाहता था लेकिन यह अविश्वसनीय है कि आपने मैच के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी को बाहर कर दिया जिसने 20 में से आठ विकेट चटकाये.
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गावस्कर ने आगे कहा कि टीम के पास रविचंद्रन अश्विन और अक्षर पटेल के रूप में दो स्पिलर थे, जिनमें से किसी एक को बाहर किया जा सकता था. लेकिन जिस खिलाड़ी ने पहले टेस्ट में आठ विकेट चटकाये उसे ही बाहर कर दिया गया. जिस प्रकार की पिच है, कुलदीप को आज खेलना चाहिए था. इधर, गणेश हैरान हैं कि कुलदीप के साथ ऐसा व्यवहार क्यों किया गया. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि कुलदीप यादव के साथ बार-बार ऐसा क्यों होता है. मैं उसके लिए दुखी हूं.
गणेश ने कहा कि पहले टेस्ट में यह देखा गया कि बांग्लादेश के बल्लेबाजों को कुलदीप की गेंद खेलने में खासा परेशानी हो रही थी. ऐसे में उनका बाहर किया जाना और भी मूर्खतापूर्ण फैसला है. आप कैसे किसी मैच विजेता को बाहर बैठा सकते हैं. उन्होंने कहा कि बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे युवा खिलाड़ियों के प्रति थिंक टैंक को और अधिक संयम दिखाने की जरूरत है. कुलदीप के साथ जो हुआ है, वह स्तब्ध करने वाला है. अंजुम चोपड़ा ने इस फैसले को अजीब करार दिया है.
समाचार एजेंसी पीटीआई भाषा इनपुट के साथ