सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल (121 रन) के पांचवें वनडे शतक के बावजूद भारत को शुक्रवार को यहां एशिया कप के अंतिम सुपर फोर मैच में बांग्लादेश से छह रन से हार का सामना करना पड़ा. बांग्लादेश ने अपने स्पिनरों और कप्तान शाकिब अल हसन के हरफनमौला प्रदर्शन की बदौलत भारत को जीत के लिए 266 रन का लक्ष्य देकर उसे 49.5 ओवर में 259 रन पर समेट दिया.
हालांकि इस मुकाबले का नतीजा दोनों टीमों के लिए मायने नहीं रखेगा क्योंकि भारत पहले ही रविवार को होने वाले फाइनल के लिए क्वालीफाई कर चुका है, जिसमें उसका सामना श्रीलंका से होगा. बांग्लादेश पहले ही एशिया कप से बाहर हो चुका है. इसलिए ही भारत ने अपने पहली पसंद के पांच खिलाड़ियों, विराट कोहली, हार्दिक पंड्या, मोहम्मद सिराज, जसप्रीत बुमराह और कुलदीप यादव को आराम दिया, जबकि तिलक वर्मा को वनडे में पदार्पण कराया.
इससे मोहम्मद शमी, प्रसिद्ध कृष्णा, शार्दुल ठाकुर और सूर्यकुमार यादव को अंतिम एकादश में शामिल किया गया. गिल ने मुश्किल भरी परिस्थितियों में यादगार पारी खेली. एक छोर पर विकेट गिर रहे थे और गिल ने बांग्लादेश के स्पिन आक्रमण के खिलाफ संभालकर खेलते हुए 44वें ओवर तक जिम्मेदारी संभाली. उनकी 133 गेंद की पारी में आठ चौके और पांच छक्के जड़े थे.
अक्षर पटेल (34 गेंद में 42 रन) ने अंत में कुछ शानदार शॉट लगाकर भारत को जीत की दौड़ में बनाये रखा. लेकिन हार से नहीं बचा सके. बल्लेबाजी का न्योता मिलने के बाद शाकिब अल हसन (80 रन) और तौहिद हृदय (54 रन) ने भारत के कम धारधार गेंदबाजी आक्रमण का फायदा उठाते हुए अर्धशतक जड़े, जिसकी बदौलत बांग्लादेश ने आठ विकेट पर 265 रन का अच्छा स्कोर खड़ा किया.
भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही और कप्तान रोहित शर्मा खाता खोले बिना पारी की दूसरी गेंद पर पदार्पण कर रहे तंजिम हसन साकिब की गेंद पर अनामुल हक को आसान कैच देकर पवेलियन पहुंच गए. तिलक वर्मा पदार्पण में कोई कमाल नहीं कर सके और वह भी तंजिम हसन का शिकार बने. इस तरह तीसरे ओवर में भारत ने अपना दूसरा विकेट गंवा दिया.
केएल राहुल (19 रन) गिल का साथ निभा रहे थे. गिल जहां तेजी से बल्लेबाजी करते हुए अपने अर्धशतक की ओर पहुंच गये, वहीं राहुल धीमा खेल रहे थे. विकेटकीपर बल्लेबाज राहुल 39 गेंद खेलने के बावजूद दो चौके ही जड़ सके थे, जिससे वह काफी हताश दिख रहे थे. बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में उन्होंने मेहदी हसन की गेंद को सीधा मिडविकेट पर उठा दिया लेकिन सही टाइम नहीं कर सके. और 18वें ओवर में भारतीय टीम को तीसरा झटका लगा. इस तरह तीसरे विकेट के लिए 57 रन की भागीदारी टूट गयी.
गिल अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे, उन्हें दूसरे छोर पर सहयोग की जरूरत थी. ईशान किशन (05) क्रीज पर उतरे. गिल ने इस दौरान मेहदी हसन पर छक्का जड़कर अर्धशतक पूरा किया. किशन जूझते दिखे और ज्यादा देर तक क्रीज पर नहीं टिक सके. मेहदी हसन मिराज की गेंद को रिवर्स स्विप करने के प्रयास में किशन की पारी समाप्त हुई, हालांकि इस भारतीय बल्लेबाज ने इसका रिव्यू भी लिया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ.
अब सबकी निगाहें सूर्यकुमार यादव (26 रन) पर लगी थी. पिच से स्पिनरों को मदद मिल रही थी और वे भारतीय स्पिनरों से ज्यादा धीमी गेंद फेंक रहे थे. बांग्लादेश के गेंदबाजों ने गिल और सूर्यकुमार के लिए रन जुटाना मुश्किल कर दिया जिसका असर रन रेट पर साफ दिखने लगा. सूर्यकुमार ने सहजता से खुलकर खेलना शुरु किया और इस बीच कुछ जोखिम भरे शॉट खेले जिनसे रन भी बने.
सूर्यकुमार लगातार हर गेंद को स्वीप करने की कोशिश कर रहे थे. बांग्लादेश के अनुभवी कप्तान शाकिब अल हसन ने इसे भांपते हुए सही लेंथ में गेंदबाजी की और उन्हें क्लीन बोल्ड कर दिया. वहीं अपने पांचवें वनडे शतक की ओर बढ़ रहे गिल ने 36वें ओवर में मेहदी हसन मिराज पर लांग आन और इस गेंदबाज के सिर के ऊपर से दो गगनदायी छक्के जड़े जिससे स्कोर पांच विकेट पर 163 रन हो गया.
रवींद्र जडेजा (07) 12 गेंद ही खेल सके और मुस्तफिजुर रहमान की गेंद पर बोल्ड हुए जिससे भारत ने छठा विकेट 170 रन पर गंवाया. गिल ने 39वें ओवर में तंजिम हसन साकिब पर दो रन लेकर 117 गेंद में छह चौके और चार छक्के से अपना शतक पूरा करने के बाद इसी ओवर में मिड ऑफ और स्वायर लेग में दो चौके जड़े. गिल के 44वें ओवर में आउट होने के बाद अक्षर पटेल से उम्मीद बंधी थी लेकिन वह टीम को जीत तक नहीं ले जा सके.
इससे पहले बांग्लादेश ने बल्लेबाजी का न्योता मिलने के बाद 59 रन पर चार विकेट गंवा दिये थे लेकिन शाकिब ने 85 गेंद में 80 रन की पारी खेलकर टीम को संभाला और तौहिद ने 81 गेंद में 54 रन बनाकर उनका अच्छा साथ निभाया. भारतीय ऑलराउंडर जडेजा (53 रन देकर एक विकेट) एक विकेट लेते ही वनडे में 2,000 से अधिक रन और 200 या इससे अधिक विकेट लेने वाले भारत के दूसरे क्रिकेटर बन गए.