‘इंग्लैंड के लिए यह एक कठिन सीरीज…’, जानें सौरव गांगुली ने क्यों दिया ये बड़ा बयान
भारतीय टीम हैदराबाद में इंग्लैंड के साथ पहला टेस्ट मैच खेल रही है. पहले टेस्ट मुकाबले में भारतीय टीम टीम बेहतरीन लय में नजर आ रही है. पहले टेस्ट मुकाबले के खत्म होने से पहले भारतीय टीम के पूर्व भारतीय कप्तान और बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली का बयान सामने आया है.
भारतीय टीम हैदराबाद में इंग्लैंड के साथ पहला टेस्ट मैच खेल रही है. पहले टेस्ट मुकाबले में भारतीय टीम टीम बेहतरीन लय में नजर आ रही है. भारतीय टीम की कमान रोहित शर्मा संभाल रहे हैं. भारतीय टीम ने दूसरी पारी में इंग्लैंड टीम को 420 रन पर रोक दिया है. भारत को पहले टेस्ट मैच में जीत के लिए 231 रनों की जरूरत है. पहले टेस्ट मुकाबले के खत्म होने से पहले भारतीय टीम के पूर्व भारतीय कप्तान और बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली का बयान सामने आया है. गांगुली का मानना है कि भारत यह सीरीज तो जीतेगा, मगर वह 4-0 या 5-0 में से किस अंतर से जीतेगा यह कहना मुश्किल है. दादा के अनुसार इंग्लैंड इस टूर पर एक भी मुकाबले में भारत को नहीं हरा पाएगा. इसके अलावा हैदराबाद में जारी पहले टेस्ट को लेकर भी गांगुली ने बड़ी बात कही है. उनका कहना है कि भारत के खिलाफ भारतीय सरजमीं पर 230-240 रन बनाकर कोई टीम नहीं जीत सकती.
पोप ने अपनी टीम को पहुंचाया सम्मान जनक लक्ष्य तक
बता दें, हैदराबाद टेस्ट में इंग्लैंड की पहली पारी 246 रनों पर सिमट गई थी, जिसके बाद भारत ने 436 रन बोर्ड पर लगाकर 190 रनों की बढ़त हासिल की थी. हालांकि दूसरी पारी में ओली पोप की जुझारू पारी के दम पर मेहमान टीम 420 रनों का आंकड़ा कर सकी. इंग्लैंड ने दूसरी पारी के दम पर भारत के खिलाफ 230 रनों की बढ़त बना ली. पोप ने अपनी टीम को सम्मान जनक लक्ष्य तक तो जरूर पहुंचा दिया पर वह अपने दोहरे शतक से चूक गए.
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इंग्लैंड के लिए यह एक कठिन सीरीज: सौरव गांगुली
सौरव गांगुली ने कहा, ‘भारत सीरीज जीतेगा, बात यह है कि वे इसे 4-0 से जीतेंगे या 5-0 से. हर टेस्ट कड़ा होगा. अगर इंग्लैंड ने अच्छी बल्लेबाजी की होती तो यह टेस्ट मैच जीत सकता था. कोई भी भारत के खिलाफ भारतीय सरजमीं पर 230-240 रन बनाकर नहीं जीत सकता. अगर उन्होंने 350 या 400 रन बनाए होते तो वे भारत को हरा सकते थे, लेकिन वे ऐसा नहीं कर पाए. इंग्लैंड के लिए यह एक कठिन सीरीज है. उस दौर की ऑस्ट्रेलिया के अलावा कोई भी टीम यहां कोई प्रभाव नहीं डाल पाई.’
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