India tour of England 2021 : इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट के पहले मुकाबले से ठीक पहले टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली (virat kohli) ने एक बड़ी बात कह दी. उन्होंने कोरोना महामारी (corona pandemic) के दौर में जारी क्रिकेट टूर्नामेंट को लेकर चिंता जाहिर की. कोहली का इशारा बायो बबल पर है.
विराट कोहली ने कहा, बायो-बबल (bio-bubble) जीवन से अगर खिलाड़ी समय-समय पर ब्रेक नहीं लेते हैं, तो जल्द ही ऐसा समय आ सकता है जब तनाव के कारण कोई भी अच्छा क्रिकेटर नहीं बचेगा.
टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने बायो-बबल की जिंदगी को मुश्किल भरा करार दिया. उन्होंने कहा, जिस तरह से इंग्लैंड के क्रिकेटर बेन स्टोक्स ने अनिश्चितकाल के लिए क्रिकेट से ब्रेक ले लिया है, कोई आश्चर्य नहीं होगा, जब अन्य क्रिकेटर भी बेन स्टोक्स जैसा रास्ता अपना लें.
मालूम हो बेन ने बायो बबल का हवाला देते हुए भारत के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट शृंखला से अपना नाम वापस ले लिया. कोहली ने इंग्लैंड के खिलाफ बुधवार को खेले जाने वाले शुरुआती टेस्ट की पूर्व संध्या पर कहा, ये ब्रेक मेरे लिए भी खुद को तरोताजा कर वापस आने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. कप्तानी करना और टीम की जिम्मेदारी निभाना तनावपूर्ण हो सकता है.
उन्होंने आगे कहा, अगर आप लंबे समय तक एक बबल के अंदर है तो चीजें और भी मुश्किल हो जाती हैं. ऐसे में समय-समय पर ब्रेक लेना जरूरी है. भारतीय कप्तान ने कहा, खेल संचालकों को जल्द ही इस ओर ध्यान देना होगा, नहीं तो बायो बबल की थकान के कारण क्रिकेट का स्तर प्रभावित होगा.
कोहली ने चिंता जताते हुए कहा, अगर आपके पास खिलाड़ी खेलने के लिए नहीं बचे तो क्रिकेट की गुणवत्ता को बनाए रखना मुश्किल होगी. जैसे उसने बेन स्टोक्स ने ब्रेक लिया, भविष्य में और खिलाड़ी भी ऐसा कर सकते हैं.