IND vs ENG W 2nd ODI: भारतीय महिला टीम की उभरती हुई स्टार शेफाली वर्मा का इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे वनडे में पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धौनी की याद दिला दी. बता दें कि भारतीय महिला क्रिकेट टीम और इंग्लैंड महिला टीम के बीच सीरीज का दूसरा वनडे मुकाबला खेला गया. इस मुकाबले में इंग्लैंड ने भारत को 5 विकेट से हरा दिया है और इसी के साथ सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त बना ली है. पहले बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया 50 ओवर में सभी विकेट गंवाकर 221 रन ही बना पाया। जवाब में उतरी इंग्लैंड महिला टीम ने 47.3 ओवर में 5 विकेट खोते हुए आसानी से लक्ष्य हासिल कर लिया.
This is the second time in 2 ODI’s that we are making harder than it needs to be for the third umpire. Be great to get bright coloured bails pic.twitter.com/0bXAdO1jMw
— Lisa Sthalekar (@sthalekar93) June 30, 2021
भारत को पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने के बाद शेफाली वर्मा (55 गेंदों पर 44 रन) और स्मृति मंधाना (30 गेंदों पर 22 रन) ने पहले विकेट के लिये 54 रन जोड़े लेकिन 21 रन के अंदर तीन विकेट गंवाने से टीम दबाव में आ गयी.शेफाली, जो 55 गेंदों में 44 रन बनाकर अच्छी दिख रही थी और टीम को एक मजबूत शुरुआत प्रदान की थी, को विकेटकीपर एमी जोन्स ने बाएं हाथ के स्पिनर सोफी एक्लेस्टोन की गेंद पर स्टंप किया. रोहतक की 17 वर्षीय खिलाड़ी ने गेंद की लंबाई कम होने पर उसने लेट कट लगाने की कोशिश की, लेकिन कनेक्ट नहीं हो सकी.
How's that for a stretch from @msdhoni 😮😮
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— BCCI (@BCCI) February 27, 2019
शेफाली ने अपना पिछला पैर खींचकर क्रीज में वापस आने की कोशिश की, जबकि एमी ने बेल्स को हटा दिया. फैसला करीब था लेकिन यह इंग्लैंड के पक्ष में गया. जब गेंद उनकी पहुंच से बाहर निकलते हुए पीछे गई तो शेफाली ने भी फुल स्ट्रेच करते हुए उसी अंदाज में क्रीज में पहुंचने का प्रयास किया जैसे कई बार महेंद्र सिंह धोनी करके दिखाया करते थे. वहीं शेफाली के आउट दिये जाने पर विवाद भी खड़ा हो गया है.
ऑस्ट्रेलियाई महिला क्रिकेटर लीजा स्थालेकर ने वीडियो ट्वीट किया और लिखा, “ये दो वनडे मैचों में दूसरी बार हुआ है जब हम थर्ड अंपायर के लिए चीजों को और मुश्किल बना रहे हैं. बता दें कि गेंद या विकेटकीपर के दस्तानों के संपर्क के समय एलईडी बेल जलती है, जिससे तीसरे अंपायर को यह जांचने में मदद मिलती है कि बल्लेबाज के पैर सही समय पर कहां थे और सही निर्णय पर पहुंचे.