IND vs NZ T20I: एबी डिविलियर्स ने हर्षल पटेल को दी ये खास एडवाइज, डेब्यू मैच में ही रच दिया इतिहास
हर्षल पटेल ने कहा कि रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के पूर्व साथी खिलाड़ी का उनके कैरियर पर बड़ा असर रहा है. हर्षल ने न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टी-20 मैच में डेब्यू किया और 25 रन देकर दो विकेट लिए. भारत ने मैच सात विकेट से जीता और हर्षल मैन ऑफ द मैच रहे.
रांची : शुक्रवार को इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू करने वाले तेज गेंदबाज हर्षल पटेल ने अपने पहले ही मैच में इतिहास रच दिया है. शुक्रवार को ही साउथ अफ्रीका के महान ऑलराउंडर एबी डिविलियर्स ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास की घोषणा कर दी. डिविलियर्स आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का भी हिस्सा रहे हैं, जिस टीम से हर्षल भी खेलते हैं.
हर्षल पटेल ने कहा कि रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के पूर्व साथी खिलाड़ी का उनके कैरियर पर बड़ा असर रहा है. हर्षल ने न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टी-20 मैच में डेब्यू किया और 25 रन देकर दो विकेट लिए. भारत ने मैच सात विकेट से जीता और हर्षल मैन ऑफ द मैच रहे. हर्षल ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि एबी का मेरे कैरियर पर बड़ा असर रहा है. मैं हमेशा उन्हें चुपचाप देखता आया हूं. हाल ही में यूएई में मैने उनसे पूछा कि बड़े ओवरों में किफायती गेंदबाजी कैसे करूं.
हर्षल ने बताया कि एबी ने कहा कि जब बल्लेबाज अच्छी गेंद को भी पीटे तो भी बदलाव मत करो. अच्छी गेंदों को मारने के लिए बल्लेबाज को मजबूर करो क्योंकि वह सोचेगा कि आप दूसरी गेंद डालोगे लेकिन ऐसा होगा नहीं. उन्होंने कहा कि आईपीएल के दूसरे चरण में यह बात मेरे जेहन में रही और अब पूरे कैरियर में रहेगी. हर्षल ने आईपीएल के इस सत्र में सर्वाधिक विकेट लेकर पर्पल कैप अपने नाम किया है.
इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू पर कही यह बात
हर्षल पटेल का मानना है कि उनकी सफलता का राज यह है कि उन्होंने अपनी सीमाओं को पहचाना और अपनी असल क्षमता को मैदान पर दिखाने के लिए मेहनत की. अपने 31वें जन्मदिन से चार दिन पहले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने वाले हर्षल ने आईपीएल 2021 सत्र में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के लिए शानदार प्रदर्शन किया. उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ कल दूसरे टी-20 मैच में 25 रन देकर दो विकेट लिए और मैन ऑफ द मैच रहे.
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उन्होंने मैच के बाद कहा कि मुझे पता था कि मैं शीर्ष स्तर पर खेल सकता हूं. मैं शीर्ष स्तर पर बल्ले और गेंद दोनों से अच्छा प्रदर्शन कर सकता हूं. मैं अपनी क्षमता का सर्वश्रेष्ठ प्रयोग करने के लिए मेहनत कर रहा था. मुझे एक पल को भी नहीं लगा कि भारतीय टीम में पदार्पण नहीं कर सकूंगा. उन्होंने कहा कि तेज गेंदबाज को रफ्तार चाहिए लेकिन मुझे लगा कि मैं 135 किमी प्रति घंटे से ज्यादा तेज गेंद नहीं फेंक सकता. बहुत कोशिश करने पर 140 लेकिन उससे ज्यादा नहीं. फिर मैंने दूसरी चीजों पर फोकस किया और अपने कौशल को निखारा. मेरा एक्शन बायो मैकेनिक्स की नजर में परफेक्ट नहीं है लेकिन यही मेरी ताकत बन गया. इसी की वजह से बल्लेबाजों को मुझे खेलने में दिक्कत आती है.