क्राइस्टचर्चः न्यूजीलैड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में भारत की 0-2 की हार के बाद कप्तान विराट कोहली ने कहा कि इसके लिए कोई बहाना नहीं है. कोहली ने स्वीकार किया कि दूसरे दिन गेंदबाजों ने टीम को वापसी दिलाई थी लेकिन बल्लेबाजों ने एक बार फिर निराश किया. कोहली ने मैच के बाद कहा, हम इसे स्वीकार करते हैं और अगर हमें विदेशों में जीतना है तो ऐसा करना होगा. कोई बहाना नहीं, बस आगे बढ़ते हुए सीख रहे हैं. टेस्ट मैचों में हम वैसा क्रिकेट नहीं खेल पाए जैसा खेलना चाहते थे.
करो या मरो के दूसरे टेस्ट में भारतीय टीम पहली पारी में 242 रन ही बना सकी थी लेकिन टीम ने न्यूजीलैंड को 235 रन पर रोक दिया. दूसरी पारी में हालांकि भारतीय बल्लेबाजी क्रम सिर्फ 124 रन पर ढेर हो गया जिससे न्यूजीलैंड को 132 रन का लक्ष्य मिला जो उसने तीन विकेट गंवाकर हासिल कर लिया. कोहली ने कहा, बल्लेबाजों ने इतने रन नहीं बनाए कि गेंदबाज प्रयास और आक्रमण करते. गेंदबाजी अच्छी थी, मुझे लगता है कि वेलिंगटन में भी हमने अच्छी गेंदबाजी की. पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान कोहली ने कहा कि उनकी टीम को अपनी रणनीति पर विचार करना होगा.
कोहली ने कहा, पहले मैच में हम पर्याप्त जज्बा नहीं दिखा पाए जबकि यहां हम मैच को खत्म नहीं कर पाए. हम लंबे समय तक सही लाइन और लेंथ के साथ गेंदबाजी नहीं कर पाए. उन्होंने काफी दबाव बनाया. यह इस बात का संयोजन रहा कि हम अपनी योजना को अमलीजामा नहीं पहना पाए और उन्होंने अपनी योजना को लागू किया. उन्होंने कहा, निराशाजनक, बैठकर विचार करना होगा और चीजों को सही करना होगा.
यह पूछने पर कि क्या टास हारने का भी असर पड़ा, कोहली ने कहा, टास, आप सोच सकते हैं कि यह एक मुद्दा हो सकता है लेकिन हम शिकायत नहीं करेंगे. इससे प्रत्येक टेस्ट में गेंदबाजों को अतिरिक्त फायदा मिला लेकिन एक अंतरराष्ट्रीय टीम के रूप में उम्मीद की जाती है कि आप इसे समझेंगे.
न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन ने कहा कि दुनिया की नंबर एक टीम भारत को हराना बेहद संतोषजनक है. विलियमसन ने कहा, भारत विश्व स्तरीय टीम है और उन्हें हराना काफी संतोषजनक है. शानदार प्रयास. उन्होंने कहा, काफी सहायक पिचें थी, आप पूरे मैच के दौरान मौके बना सकते थे. इतिहास गवाह है कि इनसे शुरुआत में मदद मिलती है और फिर ये सपाट हो जाती हैं. इस पिच पर 30 और 40 रन की साझेदारियां काफी बड़ी थी.
विलियमसन ने मैच आफ द मैच काइल जेमीसन की जमकर तारीफ की जिन्होंने दोनों मैचों में प्रभावित किया. उन्होंने कहा, जेमीसन काफी प्रतिभावान है, दोनों मैचों में काफी अच्छा योगदान दिया. दोनों मैचों में पारी के अंत में उसने जो रन बनाए वे काफी बहुमूल्य थे. अपने दूसरे ही टेस्ट में जेमीसन ने पांच विकेट चटकाने के बाद पहली पारी में 49 रन बनाकर न्यूजीलैंड को संकट से उबारा.