WTC Final: बीच मैच में मैदान छोड़ चले गये रिषभ पंत, विकेटकीपिंग के लिए टीम इंडिया को बुलाना पड़ा दूसरा खिलाड़ी
WTC Final, Ind Vs NZ, Rishabh Pant : न्यूजीलैंड के दूसरी पारी के 20 ओवर होने के बाद से ही विकेटकीपर बल्लेबाज रिषभ पंत को फील्डिंग के दौरान कुछ परेशानी हुई.
WTC Final,India Vs New Zealand : विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल गंवाते ही विराट कोहली का पहला आईसीसी टूर्नामेंट जीतने का सपना भी टूट गया. भारत को 8 विकेट से हराकर न्यूजीलैंड टेस्ट का वर्ल्ड चैंपियन बन गया. इस ऐतिहासिक जीत के साथ न्यूजीलैंड ने टेस्ट की रैंकिंग में टॉप की अपनी पॉजिशिन को कायम रखा है. न्यूजीलैंड की टीम ने खिताबी मुकाबले में शुरू से ही शानदार प्रदर्शन किया और टीम इंडिया को खेल के हर क्षेत्र में मात दी. वहीं दूसरी पारी में टीम इंडिया की तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाने के बाद भी रिषभ पंत (Rishabh Pant) को बीच मैच में फील्डिंग के दौरान बाहर जाना पड़ा.
Wriddhiman Saha has taken over the keeping gloves from Rishabh Pant. #INDvNZ
— CricketMAN2 (@ImTanujSingh) June 23, 2021
बता दें कि 140 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी न्यूजीलैंड ने काफी सधी शुरूआत की. पहला विकेट जल्द गिरने के बाद कीवी कप्तान केन विलियमसन ने खुद मोर्चा संभाला. वहीं न्यूजीलैंड के दूसरी पारी के 20 ओवर होने के बाद से ही विकेटकीपर बल्लेबाज रिषभ पंत को फील्डिंग के दौरान कुछ परेशानी हुई. आखिरकार उन्होंने कप्तान से बात की और फिर मैच को बीच में छोड़कर मैदान से बाहर जाने का फैसला लिया. उसके बाद स्टैंडबाय के तौर पर रिद्दिमान साहा ने विकेटकीपिंग करते नजर आए हांलाकि पंत जल्द ही मैदान पर वापस आ गये.
दूसरी पारी में पंत ने किया संघर्ष
भारत की तरफ से रिषभ पंत ने ढाई घंटे क्रीज पर बिता कर 88 गेंदों पर सर्वाधिक 41 रन बनाये. रोहित शर्मा (30) और शुभमन गिल (आठ) की सलामी जोड़ी के मंगलवार शाम को पवेलियन लौटने के बाद भारत ने अपने तीनों भरोसेमंद बल्लेबाजों कप्तान विराट कोहली (29 गेंदों पर 13 रन), पुजारा (80 गेंदों पर 15 रन) को और उप कप्तान अंजिक्य रहाणे (40 गेंदों पर भी 15) के विकेट सुबह के सत्र में ही गंवा दिये. ऐसे में पंत ने जिम्मेदारी संभाली लेकिन दूसरे छोर से विकेट गिरने का दबाव उन पर साफ दिख रहा था. उन्होंने अपनी पारी में चार चौके लगाये. वह आखिर में बोल्ट की गेंद को सीमा रेखा पार भेजने के प्रयास में हवा में लहरा गये और हेनरी निकोल्स ने लंबी दौड़ लगा उसे कैच में बदल दिया.