IND vs SA ODI: भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 8 विकेट से रौंदा, साई सुदर्शन का डेब्यू फिफ्टी, अर्शदीप का 5 विकेट
गेंदबाजों के कमाल के बाद बल्लेबाजों के शानदार प्रदर्शन के दम पर भारत ने पहले वनडे मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका को 8 विकेट से रौंद दिया है. पहले अर्शदीप सिंह के 5 और आवेश खान के 4 विकेट के दम पर भारत ने मेजबान को 116 रनों पर रोका, फिर साई सुदर्शन और श्रेयस अय्यर के पचासे से 17वें ओवर में जीत दर्ज की.
भारत ने एकतरफा मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका को पहले वनडे मुकाबले में 8 विकेट से हरा दिया है. पहले गेंदबाजी में अर्शदीप सिंह और आवेश खान ने कमाल की गेंदबाजी की और उसके बाद साई सुदर्शन और श्रेयस अय्यर ने अर्द्धशतक जड़े.
भारत जब 117 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरा तब रुतुराज गायकवाड़ और डेब्यू करने वाले साई सुदर्शन अच्छी लय में नजर आ रहे थे. लेकिन चौथे ओवर में भारत ने गायकवाड़ का विकेट गंवा दिया. तीसरे नंबर पर बल्लेबाज करने श्रेयस अय्यर आए.
सुदर्शन और अय्यर के बीच 88 रनों की साझेदारी हुई. दोनों ने अपना-अपना अर्धशतक पूरा किया. टीम का स्कोर जब 111 रन था जब अय्यर आउट हो गए. लेकिन डेब्यू फिफ्टी जड़ने वाले सुदर्शन अंत तक जमे रहे. तिलक वर्मा एक रन बनाकर नॉटआउट रहे.
इससे पहले भारतीय तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह और आवेश खान की शानदार गेंदबाजी के सामने दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजों ने घुटने टेक दिए. टीम 27.3 ओवर के अंदर महज 116 रन पर आउट हो गयी. अर्शदीप ने अपने 10 ओवर के कोटे में 37 रन देकर पांच विकेट चटकाए.
आवेश ने आठ ओवर में 27 रन पर चार विकेट अपने नाम किया. एक सफलता कुलदीप यादव (तीन रन पर एक विकेट) को मिली. दक्षिण अफ्रीका के लिए एंडिले फेहलुकवायो ने 33 और सलामी बल्लेबाज टोनी डी जोरजी ने 28 रन का योगदान दिया.
मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह की गैरमौजूदगी में युवा भारतीय तेज गेंदबाजों के सामने दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज असहज नजर आए. अर्शदीप, आवेश और मुकेश कुमार (सात ओवर में बिना किसी सफलता के 46 रन) की तिकड़ी ने इस मैच से पहले कुल सात विकेट लिये थे लेकिन इस मैच में ही उन्होंने नौ विकेट साझा किये.
मुकेश को हालांकि किस्मत का साथ नहीं मिला. पारी की पहली ही गेंद पर पगबाधा की उनकी अपील को मैदानी अंपायर ने खारिज कर दिया और टीम ने रिव्यू नहीं लेने का फैसला किया. रीप्ले में हालांकि रीजा हेंड्रिक्स आउट दिख रहे थे. दक्षिण अफ्रीका की टीम भारत के खिलाफ कोलकाता में अपने पिछले एकदिवसीय (विश्व कप) में महज 83 रन पर आउट हो गयी थी.
भारत के लिए विश्व कप फाइनल खेलने वाली टीम के सिर्फ तीन खिलाड़ी कप्तान केएल राहुल, कलाई के स्पिनर कुलदीप और मध्यक्रम के बल्लेबाज श्रेयस अय्यर इस मैच का हिस्सा थे. ऐसे में टीम के युवा तेज गेंदबाजों ने अपनी प्रतिभा से प्रभावित किया.
भारतीय गेंदबाजों ने यह सुनिश्चित किया कि दक्षिण अफ्रीका के ज्यादातर बल्लेबाजों को क्रीज से बाहर निकलने या बैकफुट पर जाने का मौका नहीं मिले. इस दौरान अर्शदीप और आवेश दोनों के पास हैट्रिक विकेट लेने का मौका था लेकिन वे चूक गए.
अर्शदीप पारी के दूसरे ओवर में लगातार गेंदों पर हेंड्रिक्स और रासी वान डर डुसेन को खाता खोले बगैर आउट करने के बाद पावरप्ले के अंदर चार विकेट चटकाए. इसमें आक्रामक बल्लेबाजी करने वाले टोनी डी जोरजी (28) और हेनरिक क्लासेन (06) का विकेट भी शामिल है. जोरजी ने 22 गेंद की अपनी पारी में दो चौके और दो छक्के लगाए. आठवें क्रम के बल्लेबाज फेहलुकवायो ने 33 रन की पारी खेलकर टीम के स्कोर को 100 रन के पार पहुंचाया.