IND VS SA: एक बार फिर इस खिलाड़ी का टूटा सपना, नहीं मिला भारतीय टीम से टेस्ट मैच खेलने का मौका

भारतीय टीम 26 दिसंबर से दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपने टेस्ट मैच की शुरुआत करेगी. पहला टेस्ट मुकाबला 26 से 30 दिसंबर तक खेला जाएगा. भारतीय टीम के चयनकर्ताओं ने इस बार भी भारतीय टीम के स्पिन गेंदबाज युजवेंद्र चहल को टेस्ट टीम में जगह नहीं दी है. चहल ने भारत के तरफ से टेस्ट मैच में डेब्यू नहीं किया है.

By Vaibhaw Vikram | December 13, 2023 4:05 PM
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भारतीय टीम अभी दक्षिण अफ्रीका में मौजूद है. भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका के साथ अभी तीन मैचों की टी20 सीरीज खेल रही है. जिसके बाद भारतीय टीम को तीन वनडे और दो टेस्ट मुकाबले खेलने हैं. भारतीय टीम 26 दिसंबर से दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपने टेस्ट मैच की शुरुआत करेगी. पहला टेस्ट मुकाबला 26 से 30 दिसंबर तक खेला जाएगा. भारतीय टीम के चयनकर्ताओं ने इस बार भी भारतीय टीम के स्पिन गेंदबाज युजवेंद्र चहल को टेस्ट टीम में जगह नहीं दी है. चहल ने भारतीय टीम के तरफ से वनडे और टेस्ट मुकाबलों में अपना डेब्यू कर रखा है. दोनों ही फॉर्मेट मेन चहल का प्रदर्शन अच्छा रहा है. खेले गए वनडे विश्व कप 2023 के भारतीय खेमे में चहल को जगह नहीं दी गई थी. चहल के अलावा टीम में शिखर धवन और भुवनेश्वर कुमार जैसे दिग्गज प्लेयर्स को मौका नहीं मिला था. शिखर धवन ने वर्ल्ड कप के लिए भारत को ‘बेस्ट ऑफ लक’ भी कहा था. वहीं चहल को वर्ल्ड कप में मौका नहीं मिलने के बाद उन्होंने इंग्लैंड का रुख किया था. जहां वह काउंटी क्रिकेट में हिस्सा लेने पहुंचे थे. उन्होंने कहा है कि वह टेस्ट क्रिकेटर का टैग लेना चाहते हैं.

बीसीसीआई की ओर से चहल को मिली थी एनओसी

‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, वर्ल्ड कप में नहीं चुने जाने के बाद युजवेंद्र चहल ने काउंटी क्रिकेट खेलने का फैसला किया था. उन्हें बीसीसीआई की ओर से एनओसी यानी नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट भी मिल गया था. चहल उनके लिए तीन मैच खेले थे. उन्होंने यह भी कहा था कि जब भी भारतीय टीम को उनकी जरूरत होगी, वह तुरंत भारतीय टीम से जुड़ जाएंगे.

चहल को किया गया नजरअंदाज

यह देखने को मिल रहा है कि चयनकर्ता चहल को टीम में बहुत कम चांस दे रहे हैं. खेले गए एशिया कप के लिए भी चहल को टीम में जगह नहीं दी गई. इसके अलावा वर्ल्ड कप में चयनित 15 खिलाड़ियों में भी उन्हें जगह नहीं दी गई. 2023 में चहल ने अब तक सिर्फ दो ही एक दिवसीय मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने तीन विकेट लिए हैं. उन्हें मुख्यत: वनडे टीम से दूर रखा जा रहा है. इसलिए वह लाल गेंद में किस्मत आजमा रहे हैं.

अब तक ऐसा रहा करियर

चहल भारत के लिए व्हाइट बॉल क्रिकेट खेलते हैं. उन्होंने अब तक 72 वनडे और 80 टी20 इंटरनेशनल मुकाबले खेले हैं. वनडे में उन्होंने 27.13 की औसत से 121 विकेट चटकाए हैं. इसके अलावा टी20 इंटरनेशनल में चहल ने 25.09 की औसत से 96 विकेट अपने नाम किया है. उन्होंने जून, 2016 में अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया था.

मुझे रेड बॉल क्रिकेट में फोकस करना है : चहल

युजवेंद्र चहल ने एक इंटरव्यू में कहा कि हर खिलाड़ी का सपना होता है कि वह अपनी टीम का प्रतिनिधित्व इंटरनेशनल लेवल पर करे और देश के लिए वाइट और रेड बॉल क्रिकेट खेले. मेरा सपना भी कुछ ऐसा ही है. मैंने वाइट बॉल क्रिकेट में बहुत कुछ हासिल किया है. अब मुझे रेड बॉल क्रिकेट पर फोकस करना है. मेरा सपना है कि मेरे नाम के पीछे टेस्ट क्रिकेटर का टैग लगे.

भारत के तरफ से चहल ने अब तक नहीं किया है टेस्ट डेब्यू

भारत के तरफ से घातक बॉलिंग करने वाले चहल को भारत के ओर से टेस्ट मैच खेलने का मौका नहीं मिला है. चहल अपने करियर में कुल 72 ओडीआई मैच खेल चुके हैं, जिसमें उन्होंने कुल 3283 रन देकर 121 विकेट चटकाए हैं. इसके अतिरिक्त टी-20 और आईपीएल की बात करें तो टी-20 में चहल ने 80 पारियों में 2409 रन देकर 96 विकेट अपने नाम किया है. वहीं आईपीएल में 145 मैचो में 3173 रन देकर सबसे अधिक 187 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया है.

काउंटी चैंपियनशिप में चहल का चला था जादू

33 साल के भारतीय लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल ने खेले गए अपने पहले मुकाबले के दूसरे दिन 20 ओवर में 52 रन देकर तीन विकेट चटकाए. चहल ने नॉटिंघमशर के बल्लेबाजों मैथ्यू मोंटगोमरी, लिंडन जेम्स और कैविन हैरिसन को आउट किया. केंट द्वारा बनाए गए 446 रन के जवाब में टीम ने 219 रन पर अपने आठ विकेट गंवा दिए. चहल ने जेम्स को बोल्ड करके अपनी पहली सफलता हासिल की. केंट ने इसी काउंटी चैंपियनशिप में भारत के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह के साथ भी करार किया था. अर्शदीप सिंह ने पांच मैच में 13 विकेट चटकाए थे.

शतरंज के माहिर खिलाड़ी हैं चहल

गेंदबाजी के अलावा चहल शतरंज के भी माहिर खिलाड़ी है. खाली समय में वह टीम के खिलाड़ियों के साथ शतरंज खेलना पसंद करते हैं. एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा था कि टीम में कोई भी ऐसा खिलाड़ी नहीं जो मुझे शतरंज में हरा दे. कभी-कभी मैं अश्विन और हमारे ट्रेनर शंकर बासु के इस खेल का लुत्फ उठाता हूं.

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