IND vs SA Test: 31 साल बाद दक्षिण अफ्रीका में सीरीज जीतने के लिए तैयार है टीम इंडिया
भारत मंगलवार से सेंचुरियन में शुरू होने वाले पहले टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका से भिड़ने के लिए तैयार है. रोहित शर्मा के पार 31 साल बाद दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट सीरीज जीतने का मौका होगा. भारतीय टीम सीनियर सितारों से भरी है और जीत की दावेदार भी है.
वनडे विश्व कप 2023 के फाइनल में मिली दिल तोड़ने वाली हार के बाद भारत के कप्तान रोहित शर्मा, स्टार बल्लेबाज विराट कोहली, गेंदबाजी सनसनी जसप्रीत बुमराह जैसे सीनियर खिलाड़ी मैदान पर वापसी के लिए तैयार हैं. सेंचुरियन में दो मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला मंगलवार से शुरू होगा.
भारत, दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट सीरीज जीतने के अपने 31 साल के इंतजार को खत्म करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी. भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच दो टेस्ट मैचों की सीरील मंगलवार से शुरू होगी. यह 1992 से लेकर अब तक भारत की दक्षिण अफ्रीका में नौवीं टेस्ट श्रृंखला होगी.
भारत ने अब तक इस देश में एक भी टेस्ट सीरीज नहीं जीती है. यही वजह है कि हमेशा की तरह वर्तमान सीरीज को भी रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम के लिए ‘अंतिम किला’ कहा जा रहा है. लेकिन सुपरस्पोर्ट पार्क में होने वाले मैच के पहले दो दिन भारी बारिश की भविष्यवाणी की गई है.
सेंचुरियन के विकेट से तेजी और असमान उछाल मिलती है जिससे की मुकाबला खड़ा होने की संभावना है. वनडे विश्व कप में रोहित शर्मा के पास कपिल देव और महेंद्र सिंह धोनी की बराबरी करने का मौका था, लेकिन फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हार के कारण वह विश्व विजेता कप्तान नहीं बन पाए.
अब रोहित शर्मा पास दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट सीरीज जीतने वाला पहला भारतीय कप्तान बनने का मौका है और वह इसे हाथ से नहीं जाने देंगे. रोहित के साथ-साथ विराट और जसप्रीत बुमराह को भी देखना मजेदार होगा. टीम मोहम्मद शमी को जरूर मिस करेगी.
दक्षिण अफ्रीका में मोहम्मद अजहरुद्दीन (1992), सचिन तेंदुलकर (1996) और सौरव गांगुली (2001) की कप्तानी में भारत को नाकामी हाथ लगी. राहुल द्रविड़ (2006-07), धोनी (2010-11 और 2013-14) और विराट कोहली (2018-19 और 2021-22) ने टेस्ट मैच जीते लेकिन कोई भी टीम सीरीज नहीं जीत पाई.
भारत के कुछ स्टार क्रिकेटरों का यह दक्षिण अफ्रीका का अंतिम दौरा हो सकता है और वह निश्चित तौर पर इसको यादगार बनाने के लिए बेताब होंगे. टेम्बा बावुमा की अगुवाई वाले दक्षिण अफ्रीका के पास कुछ अच्छे तेज गेंदबाज हैं जो भारत के युवा बल्लेबाजों के लिए परेशानी खड़ी कर सकते हैं.
सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल की असली परीक्षा कैगिसो रबाडा, लुंगी एनगिडी, मार्को यानसन और गेराल्ड कोएत्जी जैसे गेंदबाजों के सामने होगी.इसी तरह से उपमहाद्वीप की पिचों पर खुद को साबित करने वाले शुभमन गिल और श्रेयस अय्यर जैसे बल्लेबाजों को अधिक चुनौती पूर्ण परिस्थितियों में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा.
शॉर्ट पिच गेंद अय्यर की कमजोरी मानी जाती रही है और उन्हें इससे पार पाने के लिए कुछ खास करना होगा. मुख्य कोच राहुल द्रविड़ नहीं चाहते हैं कि जायसवाल और गिल अपनी शैली में बदलाव करें लेकिन वह चाहते हैं कि वे परिस्थितियों के अनुसार बल्लेबाजी करें.
भारत का प्रदर्शन हालांकि तीन कारकों पर निर्भर करेगा. पहला कप्तान रोहित शर्मा हुक और पुल शॉट का कितनी अच्छी तरह से प्रदर्शन करते हैं. दूसरा विराट कोहली कितने समय तक ऑफ स्टंप से बाहर जाती गेंदों को छोड़ने का फैसला करते हैं और तीसरा टीम मोहम्मद शमी की कमी को कैसे पूरा करती है.
शमी की जगह मुकेश कुमार या प्रसिद्ध कृष्णा में से किसी एक को चुना जा सकता है. बावुमा, इस सीरीज के बाद संन्यास लेने की घोषणा कर चुके डीन एल्गर, स्टाइलिश एडेन मार्कराम, युवा टोनी डी जोरजी और कीगन पीटरसन के रूप में दक्षिण अफ्रीका के पास अच्छे बल्लेबाज हैं जो भारतीय गेंदबाजों को परेशान कर सकते हैं.
इस मैच में केएल राहुल विकेटकीपर की जिम्मेदारी निभाएंगे. सीमित ओवरों की क्रिकेट में इस भूमिका को अच्छी तरह से निभाने वाले राहुल लंबी अवधि के प्रारूप में विकेट के पीछे कैसा प्रदर्शन करेंगे, इस पर भी सभी का ध्यान रहेगा. विदेश में खेला जाने वाला यह एक और टेस्ट मैच होगा जिसमें ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को परिस्थितियों और टीम संयोजन के कारण बाहर बैठना पड़ सकता है.
सुपरस्पोर्ट पार्क में अमूमन चार दिन के अंदर परिणाम निकल जाता है लेकिन अगर पहले दिन का खेल बारिश की भेंट चढ़ जाता है और टॉस दूसरे दिन होता है तो फिर पहले बल्लेबाजी करना निश्चित तौर पर मुश्किल काम होगा. ऐसे में भारत के लिए टॉस जीतना फायदेमंद हो सकता है.