IND vs WI: यशस्वी जायसवाल ने डेब्यू टेस्ट में 171 रन जड़ रचा इतिहास, यह रिकॉर्ड दर्ज करने वाले पहले भारतीय बने
युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने भारत के लिए टेस्ट डेब्यू करते हुए 171 रनों की शानदार पारी खेली. जायसवाल ने अकेले ही पूरी वेस्टइंडीज टीम को पीछे छोड़ दिया. वेस्टइंडीज की पूरी टीम 150 के स्कोर पर पहली पारी में आउट हो गयी थी. जायसवाल ने एक बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया.
आज क्रिकेट के हर फैन की जुबान पर यशस्वी जायसवाल का नाम है. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने वाले सलामी बल्लेबाज ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट के तीसरे दिन 150 रन का आंकड़ा पार किया. उन्होंने डोमिनिका में दूसरे दिन अपना पहला टेस्ट शतक पूरा किया था. तीसरे दिन 143 रन से पारी फिर शुरू करते हुए जायसवाल को इतिहास रचने के लिए सिर्फ 7 रन चाहिए थे. उन्होंने 150 रन के आंकड़े को पार करने में बहुत कम समय बर्बाद किया और किसी विदेशी मैच में अपने पदार्पण पर ऐसा करने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बन गये. जासवाल और रोहित शर्मा की शतकीय पारी के दम पर भारत ने वेस्टइंडीज पर शिकंजा कस लिया है. भारत ने पहली पारी में 5 विकेट पर 421 रन बनाकर 271 रनों की बढ़त हासिल की और अपनी पहली पारी घोषित कर दी. तीसरे दिन वेस्टइंडीज ने खेलना शुरू कर दिया है.
जायसवाल के नाम दर्ज हुआ बड़ा रिकॉर्ड
यशस्वी जायसवाल के रिकॉर्ड की बात करें तो वह डेब्यू टेस्ट में शतक जड़ने वाले भारत के 17वें बल्लेबाज हैं. उनसे पहले लाला अमरनाथ, मोहम्मद अजहरूद्दीन, सौरव गांगुली, वीरेंद्र सहवाग, रोहित शर्मा, शिखर धवन, श्रेयस अय्यर और पृथ्वी शॉ जैसे क्रिकेटर यह कारनामा कर चुके हैं. लेकिन 150 का आंकड़ा पार करने वाले वह भारत के तीसरे बल्लेबाज हैं. इससे पहले डेब्यू टेस्ट मैच में 150 से अधिक रन शिखर धवन और रोहित शर्मा के नाम है. धवन ने किसी भारतीय के लिए टेस्ट डेब्यू पर सबसे अधिक रन बनाने का रिकॉर्ड बनाया है. हालांकि, उनकी 187 रन की पारी घरेलू मैदान पर (मार्च 2013 में) ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आयी थी. यहां तक कि रोहित शर्मा ने भी अपनी पहली टेस्ट पारी में 177 रन बनाये, लेकिन उनकी पारी 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू मैदान पर ही आयी. ऐसे में जायसवाल विदेशी जमीन पर टेस्ट डेब्यू में सबसे अधिक 171 रन बनाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बन गये हैं. ऐसे देखा जाए तो वह टेस्ट डेब्यू में भारत के लिए तीसरे सबसे बड़े स्कोरर बन गये हैं.
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कोच ज्वाला सिंह ने कही यह बात
जायसवाल को सबसे करीब से जानने वाले उनके बचपन के कोच ज्वाला सिंह को हमेशा यह विश्वास था कि यशस्वी जयसवाल राष्ट्रीय स्तर पर अच्छी शुरुआत करेंगे और पूर्व कोच को खुशी है कि उनका शिष्य उन्हें सही साबित कर रहा है. उन्होंने पीटीआई से कहा, “मैं उसे बढ़ता हुआ देखकर खुश हूं. मुझे लग रहा था कि वह अच्छी शुरुआत करेगा. उसने आईपीएल और घरेलू क्रिकेट में भी चार अच्छे सीजन बिताए हैं. उसने ज्यादातर विश्व स्तरीय गेंदबाजों को काफी दबाव में खेला है, विशेष रूप से आईपीएल में. उनके पास शीर्ष गुणवत्ता वाले गेंदबाजों के साथ खेलने का अनुभव है. एक खिलाड़ी के रूप में, रन बनाने की आदत होना महत्वपूर्ण है. एक कोच के रूप में मैं हमेशा अपने खिलाड़ियों को गेंदबाज को नहीं बल्कि गेंद को देखना सिखाता हूं और उस पर प्रतिक्रिया करने की कोशिश करता हूं.’
रोहित-जायसवाल की जोड़ी ने बनाया यह रिकॉर्ड
वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में केवल जायसवाल के बल्ले से ही शतक नहीं निकला. भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने भी काफी समय के बाद शतक जड़ा. दोनों ने पहले विकेट के लिए 229 रनों की विशाल साझेदारी के साथ इतिहास भी रचा. अपनी दोहरी शतकीय साझेदारी के साथ, रोहित और जायसवाल ने टेस्ट में वेस्टइंडीज के खिलाफ भारत के लिए सबसे बड़ी ओपनिंग साझेदारी दर्ज की. जिसने 2006 के ग्रोस आइलेट टेस्ट में वीरेंद्र सहवाग और वसीम जाफर के बीच 159 रन की पिछली सबसे बड़ी साझेदारी को पीछे छोड़ दिया. उनके बाद एक और महान जोड़ी है सुनील गावस्कर और चेतन चौहान की. इस जोड़ी ने – 1978 में मुंबई में 153 रन की साझेदारी की थी. 1976 में गावस्कर और अंशुमन गायकवाड़ के बीच 136 रन की साझेदारी हुई थी. रोहित और जायसवाल की मैराथन साझेदारी के दम पर टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में यह पहली बार भारत ने अपनी पहली पारी में बिना कोई विकेट खोए बढ़त हासिल की.