भारतीय क्रिकेट टीम की एशिया कप 2023 टीम को लेकर काफी उत्सुकता बनी हुई है. कई अन्य देशों ने अपनी टीमों की घोषणा कर दी है. इस बीच बीसीसीआई अब भी इंतजार कर रहा है. बीसीसीआई के लिए खासकर कुछ शीर्ष सितारों की फिटनेस चिंता का विषय है जो चोट से वापसी कर रहे हैं.
जसप्रीत बुमराह, केएल राहुल, श्रेयस अय्यर उस सूची में आते हैं, जो अपनी चोट से उबर रहे हैं. चूंकि भारत अपना एशिया कप मैच श्रीलंका में खेल रहा है, इसलिए बीसीसीआई चयनकर्ता एक अतिरिक्त स्पिनर के साथ जा सकते हैं. यह भारत के पूर्व कोच रवि शास्त्री के साथ पूर्व बीसीसीआई मुख्य चयनकर्ता संदीप पाटिल और एमएसके प्रसाद के बीच चर्चा का विषय था.
पाटिल ने तीन स्पिनरों के रूप में रवींद्र जडेजा, कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल को चुना. शास्त्री ने कहा कि चार स्पिनर भी एक विकल्प हो सकते हैं, अक्षर पटेल चौथे होंगे. प्रसाद ने अपनी ओर से रविचंद्रन अश्विन को शामिल करने की वकालत की, लेकिन शास्त्री इससे सहमत नहीं थे.
एमएसके प्रसाद ने ईएसपीएन क्रिकइन्फो पर कहा, ‘मैं अभी भी अश्विन को शामिल करने के पक्ष में हूं. क्योंकि आप एशियाई परिस्थितियों में खेल रहे हैं. वह एक ऐसा व्यक्ति है जो बाएं हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ प्रभावी हो सकता है. अश्विन उपयोगी होंगे.’
प्रसाद ने कहा कि केवल एक चीज जो मेरे दिमाग में चल रही है वह है अश्विन का अनुभव. यह उपयोगी हो सकता है. क्या आपको दो कलाई के स्पिनरों की आवश्यकता है? यह एक ऐसा क्षेत्र है जिसके बारे में मैं सोच रहा हूं. जडेजा, चहल और यहां तक कि अक्षर भी समान शैली के हैं. अगर वह चूक गए तो हमें उनकी कमी खलेगी.
उस तर्क पर शास्त्री ने कहा, ‘मुझे लगता है कि बाएं हाथ के बल्लेबाजों को सुलझाना कुलदीप का काम है.’ लेकिन एमएसके प्रसाद ने आगे कहा, ‘अब हमारे पास यही विकल्प है. लेकिन सांख्यिकीय रूप से भी, बाएं हाथ के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों ने उनके खिलाफ संघर्ष किया. हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि हम भारत और श्रीलंका में खेल रहे हैं जो उनकी गेंदबाजी के अनुकूल है.’
तब शास्त्री ने कहा, ‘कभी-कभी इस बाएं हाथ के बल्लेबाज, दाएं हाथ के बल्लेबाज की बात को ज्यादा तूल दिया जाता है. ईमानदारी से कहूं तो, मैंने बाएं हाथ के स्पिनर के रूप में काफी बाएं हाथ के बल्लेबाजों को आउट किया है. मुझे लगता है कि वामपंथी वामपंथियों को गेंदबाजी नहीं कर सकते, यह सिद्धांत है. उस सिद्धांत के अनुसार, ऑफ स्पिनर दाएं हाथ के बल्लेबाजों को गेंदबाजी नहीं कर सकते.’
भारत एशिया कप में अपना पहला मैच 2 सितंबर को पाकिस्तान से खेलेगा. भारत अपने चिर प्रतिद्वंद्वि पाकिस्तान के खिलाफ तीन मैच खेल सकता है अगर दोनों टीमें फाइनल में जगह बनाने में कामयाब हो जाती हैं. एशिया कप के बाद भारत और पाकिस्तान की भिड़ंत वनडे वर्ल्ड कप में होगी.