वर्ल्ड कप में 183 रन बनाकर भी जीत चुका है भारत, लोएस्ट स्कोर पर ऐसा रहा प्रदर्शन, देखें आंकड़े
वर्ल्ड कप में भारत का सबसे कम स्कोर 125 रन रहा है. 15 फरवरी 2003 को भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सेंचुरियन में वर्ल्ड कप का मैच खेला गया था. जिसमें भारतीय टीम केवल 125 रन पर ऑल आउट हो गई थी. फिर ऑस्ट्रेलिया ने उस मैच को 166 गेंद शेष रहते 128 रन बनाकर मुकाबला 9 विकेट से जीत लिया था.
वर्ल्ड कप 2023 में लगातार पांच मैच जीत चुकी भारतीय टीम लखनऊ के इकाना स्टेडियम में इंग्लैंड के खिलाफ 50 ओवर में केवल 229 रन ही बना पाई. लोएस्ट स्कोर को देखते हुए भारतीय टीम पर टूर्नामेंट में पहली हार का खतरा मंडराने लगा है. हालांकि यह पहली बार नहीं है, जब भारत ने वर्ल्ड कप में कम स्कोर बनाया है. आइये जानें भारतीय टीम ने कब-कब वर्ल्ड कप में लोएस्ट स्कोर बनाया और उसका रिजल्ट कैसा रहा.
वर्ल्ड कप में भारत ने अबतक 9 बार लोएस्ट स्कोर बनाया
वर्ल्ड कप में भारतीय टीम आज से पहले 9 बार लोएस्ट स्कोर पर ऑल आउट हुई है या फिर स्कोर बनाया. जिसमें उसका प्रदर्शन बेहद खराब रहा है. 9 में से केवल एक मैच ही भारतीय टीम ने जीती. 1983 के वर्ल्ड कप में भारतीय टीम लॉर्ड्स में केवल 183 रन पर ऑल आउट हो गई थी, लेकिन वर्ल्ड चैंपियन वेस्टइंडीज की टीम को 140 रन पर ढेर कर मुकाबला जीत लिया था. लेकिन उस मैच को अगर छोड़ दें तो सभी 8 मैचों में भारत को हार का सामना करना पड़ा है.
वर्ल्ड कप में भारत का लोएस्ट स्कोर 125 रन
वर्ल्ड कप में भारत का सबसे कम स्कोर 125 रन रहा है. 15 फरवरी 2003 को भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सेंचुरियन में वर्ल्ड कप का मैच खेला गया था. जिसमें भारतीय टीम केवल 125 रन पर ऑल आउट हो गई थी. फिर ऑस्ट्रेलिया ने उस मैच को 166 गेंद शेष रहते 128 रन बनाकर मुकाबला 9 विकेट से जीत लिया था.
4 बार स्कोर का पीछा करते हुए लोएस्ट स्कोर पर आउट हुई भारतीय टीम
वर्ल्ड कप में भारतीय टीम 5 बार लोएस्ट पर ऑल आउट हुई, तो 4 बार स्कोर का पीछा करते हुए लोएस्ट पर ऑल आउट हुई. वर्ल्ड कप में जब-जब भारतीय टीम कम स्कोर पर आउट हुई, उसे हार का सामना करना पड़ा है. 1975 में भारत और इंग्लैंड के बीच वर्ल्ड कप में भिड़ंत हुई थी. जिसमें भारतीय टीम 202 रन से मुकाबला हार गई थी. उस मैच में इंग्लैंड की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए 334 रन का स्कोर खड़ा किया था. लेकिन रन का पीछा करते हुए भारतीय टीम 60 ओवर खेलकर तीन विकेट खोकर केवल 132 रन ही बना पाई. उस मैच में सुनील गावस्कर ने 174 गेंदों का सामना कर केवल 32 रन बनाए थे और आखिर तक आउट नहीं हुए थे.