टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच सिडनी में तीसरा टेस्ट मैच खेला जा रहा है. चौथे दिन का खेल समाप्त हो चुका है और भारतीय टीम इस समय दो विकेट खोकर 98 रन बनाकर जीत के लिए संघर्ष कर रही है. ऑस्ट्रेलिया ने टीम इंडिया को जीत के लिए 407 रन का लक्ष्य दिया है. भारत के दोनों सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा और शुभमन गिल आउट होकर पवेलियन लौट चुके हैं और खेल खत्म होने पर कप्तान अजिंक्य रहाणे (नाबाद 04) और चेतेश्वर पुजारा (नाबाद 09) क्रीज पर डटे हुए थे. टीम इंडिया को सिडनी टेस्ट जीतने के लिए अब भी 309 रन की दरकार है.
सोमवार को खेल का पांचवां दिन है और आखिरी दिन में टीम इंडिया को मैच बचाना बड़ी चुनौती होगी. हालांकि दूसरी पारी में टीम इंडिया को रोहित शर्मा और गिल ने अच्छी शुरुआत दिलायी. लेकिन अब भी जीत बहुत दूर है. अगर भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज अपने नाम करना है, तो बड़ा मैजिक करना होगा. आइये जानते हैं सिडनी टेस्ट में टीम इंडिया को कैसे जीत मिल सकती है.
1. रहाणे को खेलनी होगी कप्तानी पारी
टीम इंडिया को अगर सिडनी टेस्ट अपने नाम करना है, तो अजिंक्य रहाणे को कप्तानी पारी खेलनी होगी. दूसरे टेस्ट में रहाणे की कप्तानी पारी के कारण ही टीम इंडिया को जीत मिली थी. उस मैच में रहाणे पर कप्तानी के साथ-साथ सीरीज में टीम इंडिया को वापसी करने का दबाव था, लेकिन उन्होंने वो कर दिखाया और टीम इंडिया ने मेजबान टीम को 8 विकेट से रौंदकर सीरीज में शानदार वापसी की. रहाणे ने दूसरे टेस्ट में पहली पारी में 112 और दूसरी पारी में नाबाद 27 रन बनाये थे. मेलबर्न टेस्ट में टीम इंडिया की जीत के बाद रहाणे की जमकर तारीफ हुई थी, उनकी कप्तानी की सभी पूर्व क्रिकेटरों ने प्रशंसा की थी. सिडनी टेस्ट में भी रहाणे से उसी मैजिकल पारी की उम्मीद की जा रही है.
2. पुजारा को देना होगा रहाणे का साथ
टीम इंडिया की जीत इसी से सुनिश्चित हो सकती है, जब रहाणे और पुजारा के बीच अच्छी साझेदारी बने. पुजारा टेस्ट विशेषज्ञ माने जाते हैं. सिडनी टेस्ट में उनसे अच्छी पारी की उम्मीद की जा रही है. कप्तान रहाणे के साथ उन्हें क्रीज पर जमे रहने के साथ-साथ रन भी बनाने होंगे. खेल के आखिरी दिन में टीम इंडिया के लिए मैच जीतने के साथ-साथ मैच बचाने पर भी फोकस करना होगा. अगर पुजारा और रहाणे के बीच अच्छी साझेदारी बनती है, तो टीम इंडिया के लिए मैच जीतना आसान हो सकता है. मौजूदा सीरीज में पुजारा का रिकॉर्ड अच्छा नहीं रहा है, हालांकि उन्हें पहले टेस्ट की पहली पारी में शानदार 43 रन बनाये थे, लेकिन दूसरी पारी में अपना खाता भी नहीं खोल पाये. मेलबर्न टेस्ट में भी पुजारा कुछ खास नहीं कर पाये थे. पहली पारी में 17 और दूसरी पारी में केवल 3 रन बनाये थे.
3. हनुमा बिहारी को करना होगा धैर्य के साथ बल्लेबाजी
कर्नाटक के युवा खिलाड़ी हनुमा बिहारी के लिए सिडनी टेस्ट खास है. उनके पास अपनी प्रतिभा दिखाने का अच्छा मौका है. अबतक 11 टेस्ट खेल चुके हनुमा बिहारी अगर सिडनी टेस्ट में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो टीम इंडिया की जीत पक्की है. हनुमा ने पहले टेस्ट में केवल 16 और 8 रन ही बना पाये थे, वहीं दूसरे टेस्ट में उन्हें केवल एक पारी खेलने का मौका मिला था, जिसमें उन्होंने 21 रन बनाये थे. बिहारी पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करने आते हैं, यह स्थान टीम के लिए सबसे अहम मानी जाती है. अगर बिहारी सिडनी टेस्ट के आखिरी दिन अच्छी बल्लेबाजी कर पाते हैं, तो टीम की जीत पक्की है. बिहारी के टेस्ट कैरियर पर अगर गौर करें तो उन्होंने 11 मैचों में अब तक 1 शतक और 4 अर्धशतक की मदद से 597 रन बना लिये हैं. उनका औसत भी ठीक है.
4. जडेजा पर एक बार फिर से लाजवाब पारी की उम्मीद
चोटिल रविंद जडेजा से एक बार फिर लाजवाब पारी की उम्मीद की जा रही है. जडेजा हमेशा से टीम इंडिया के लिए ट्रंप कार्ड साबित हुए हैं. पहले टेस्ट मैच में उन्हें प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया गया था, लेकिन दूसरे टेस्ट में रहाणे ने उन्हें खेलने का मौका दिया. जडेजा ने दूसरे टेस्ट में न केवल गेंदबाजी में बल्कि बल्लेबाजी में भी अच्छा प्रदर्शन किया था. दूसरे टेस्ट में जडेजा ने 3 विकेट और 57 रन बनाये थे. सिडनी टेस्ट में भी जडेजा ने अब तक शानदार प्रदर्शन दिखाया है. पहली पारी में जडेजा ने 18 ओवर में केवल 62 रन देकर 4 विकेट चटकाये. वहीं पहली पारी में उन्होंने नाबाद 28 रन बनाये थे. दूसरी पारी में चोटिल होने के कारण बल्लेबाजी नहीं कर पाये थे. लेकिन ऐसी बताया जा रहा है कि सिडनी टेस्ट में अगर जरूरत पड़ी तो वह दर्द निवारक इंजेक्शन लेकर बल्लेबाजी करेंगे. सूत्र ने कहा, टेस्ट बचाने के लिए अगर जरूरत पड़ी तो वह इंजेक्शन लेकर बल्लेबाजी करेंगे.
5. पेट कमिंस और हेजलवुड से रहना होगा भारतीय बल्लेबाजों को सावधान
टीम इंडिया के सिडनी टेस्ट में जीत दर्ज करना है, तो ऑस्ट्रेलिया तेज गेंदबाज पेट कमिंस और जोश हेजलवुड से सावधान रहना होगा. दोनों ही गेंदबाज इस समय शानदार फॉर्म में चल रहे हैं. तीसरे टेस्ट में कमिंस ने पहली पारी में 4 विकेट लिये थे और हेजलवुड ने दो विकेट चटकाये थे. दूसरी पारी में भी दोनों अब तक एक-एक विकेट ले चुके हैं. पहले टेस्ट में भी दोनों ने कहर बरपाया था. पहले टेस्ट में हेजलवुड ने पहली पारी में एक और दूसरी पारी में 5 विकेट लेकर जीत में अहम भूमिका निभायी थी. वहीं कमिंस ने पहले टेस्ट में कुल 7 विकेट लिये थे. दूसरे टेस्ट में भी कमिंस ने दो विकेट लिये थे, हालांकि हेजलवुड को दूसरे टेस्ट में केवल एक ही विकेट मिला था.
Posted By – Arbind kumar mishra