India vs Australia 4th Test match ब्रिसबेन : ऑस्ट्रेलिया (Australia) के खिलाफ चौथे और आखिरी टेस्ट मैच में भारत (India) को पहले ही दिन झटका लगा है. खिलाड़ियों की चोट से परेशान भारत का एक और खिलाड़ी मैदान से बाहर हो गया है. गेंदबाज नवदीप सैनी (Navdeep Saini) गेंदबाजी करते समय ही चोटिल हो गये और उन्हें मैदान से बाहर जाना पड़ा. उनके ओवर की एक बची हुई गेंद उपकप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने फेंकी. भारत की ओर से अपने स्पेल का आठवां ओवर फेंकते हुए सैनी चोटिल हुए हैं.
सैनी की पांचवीं गेंद पर कप्तान अजिंक्या रहाणे ने लाबुशेन का आसान से कैच टपका दिया. इसके बाद मैदान पर फिजियो आए और सैनी को बाहर ले गये. बता दें कि भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद, उमेश यादव, जसप्रीत बुमराह और बल्लेबाज केएल राहुल, रविंद्र जडेजा चोटिल होकर पहले ही सीरीज से बाहर हो चुके हैं.
भारत के अनुभवहीन गेंदबाजों ने निर्णायक चौथे क्रिकेट टेस्ट के पहले दिन शुरूआती सत्र में ही ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाजों डेविड वॉर्नर और मार्कस हैरिस को पवेलियन भेज दिया. लंच के समय ऑस्ट्रेलिया का स्कोर दो विकेट पर 65 रन था. 2018 में अपने पहले टेस्ट में दस गेंद डालने का अनुभव रखने वाले शारदुल ठाकुर और कुल तीन टेस्ट का अनुभव रखने वाले भारतीय गेंदबाजी आक्रमण ने निराश नहीं किया. मोहम्मद सिराज ने आठ ओवर में 18 रन देकर एक और ठाकुर ने सात ओवर में 27 रन देकर एक विकेट लिया.
वॉर्नर पूरी तरह फिट नहीं थे और क्रीज पर सहज भी नहीं दिखे. वह एक रन बनाकर सिराज की गेंद पर रोहित शर्मा को कैच दे बैठे. रोहित ने अपने दाहिने ओर डाइव लगाकर यह कैच लपका. वेस्टइंडीज के खिलाफ 2018 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करके महज 10 गेंद डाल सके ठाकुर ने आउटस्विंग पर हैरिस को चकमा दिया और वह पांच के निजी योग पर स्क्वेयर लेग में वाशिंगटन सुंदर को कैच देकर पवेलियन लौटे.
Labuschagne gets a life! 😰
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— cricket.com.au (@cricketcomau) January 15, 2021
इसके बाद स्मिथ और लाबुशेन ने 48 रन की अटूट साझेदारी करके पारी को संभाला. इससे पहले अपने प्रमुख खिलाड़ियों की फिटनेस समस्या से जूझ रही भारतीय टीम के लिए सुंदर और टी नटराजन ने टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया. नटराजन भारत के 300वें टेस्ट क्रिकेटर बने और एक ही दौरे पर तीनों प्रारूपों में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने वाले पहले खिलाड़ी भी बन गये. उन्हें अभ्यास गेंदबाज के तौर पर रोका गया था लेकिन प्रमुख गेंदबाजों की चोटों के कारण उन्हें टेस्ट में भी पदार्पण का मौका मिल गया.
Posted By: Amlesh Nandan.