India vs England Test Series: इंग्लैंड की टेस्ट टीम भारत पहुंच चुकी है. पांच फरवरी से दोनों देशों के बीच पहला टेस्ट मैच खेला जाना है. टीम इंडिया अभी हाल ही में विपरित परिस्थितियों में भी ऑस्ट्रेलिया को उसकी सरजमीं पर धूल चटाकर लौटी है. उस टेस्ट सीरीज में जिन दो मैचों में भारत ने शानदार जीत दर्ज की है, उसमें गेंदबाजों ने अहम रोल निभाया है. पहले टेस्ट मैच में भारत को करारी हार का सामना करना पड़ा था. उस समय किसी ने भी नहीं सोचा था कि भारत वापसी कर पायेगा.
अब जब इंग्लैंड के साथ घरेलू मैदान पर टीम इंडिया का मुकाबला है तो यहां भी गेंदबाजी आक्रमण महत्वपूर्ण साबित होगा. एक्सपर्ट बताते हैं कि एशिया के पिचों पर रिवर्स स्विंग का बड़ा रोल होता है. इंग्लैंड की ओर से तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन और बेन स्टोक्स रिवर्स स्विंग के माहिर माने जाते हैं. ऐसे में भारत को अपने दो गेंदबाजों मोहम्मद शमी और उमेश यादव की कमी खलेगी.
बता दें कि 2012-13 में भारत दौरे के दौरान इंग्लैंड ने भारत को 2-1 से मात दी थी. उस समय भी रिवर्स स्विंग सबसे ज्यादा मारक हथियार साबित हुआ था. तब टीक की कप्तानी महेंद्र सिंह धौनी कर रहे थे. उस समय भी एंडरसन ने अपना प्रभाव छोड़ा था. एंडरसन आगामी टेस्ट सीरीज में भी इंग्लैंड की टीक का हिस्सा हैं जो भारतीय बल्लेबाजों को परेशान कर सकते हैं.
टीम इंडिया की ओर से गेंदबाजी की बागडोर जसप्रीत बुमराह, इशांत शर्मा, मोहम्मद सिराज और शार्दुल ठाकुर के हाथों में होगी. देखा जाए तो जसप्रीत बुमराह और इशांत शर्मा भी स्विंग के माहिर माने जाते हैं. साथ ही ऑस्ट्रेलियाई दौरे में शानदार प्रदर्शन करने वाले नये गेंदबाज मोहम्मद सिराज भी अनुभवी गेंदबाजों से प्रेरणा लेंगे और स्वींग कराने में सफल रहेंगे.
इनके बावजूद उमेश यादव और मोहम्मद शमी की कमी पूरी टीम को खलेगी. ये दोनों ऐसे गेंदबाज हैं तो मुश्किल परिस्थिति में भी अपना संतुलन नहीं खोते हैं. पूर्व क्रिकेटर मनोज प्रभाकर ने भी कहा था कि टेस्ट क्रिकेट में स्विंग का अहम रोल होता है. लेकिन गेंदबाजों के लिए स्विंग हासिल करना आसान नहीं होता. स्विंग के लिए गेंद को मोहम्मद शमी के अंदाज में रिलीज करना होगा.
Posted By: Amlesh Nandan.