India vs New Zealand 1st Test न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में विकेटकीपर रिद्धिमान साहा टीम इंडिया के लिए संकट मोचक बने. जब टीम 103 रन पर 6 विकेट खोकर संकट में फंस गयी थी, तो मैदान पर उतरकर रिद्धिमान साहा ने नाबाद अर्धशतकीय पारी खेलकर भारत को जीत की राह पर पहुंचाया.
बेहतरीन पारी खेलने वाले साहा ने भले ही टीम को संकट से उबारा, लेकिन उन्हें नियमित विकेटकीपर ऋषभ पंत का विकल्प ही बनकर रहना होगा. यह बात टीम इंडिया के बल्लेबाज कोच विक्रम राठौड़ ने कही.
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विक्रम राठौड़ ने कहा, रिद्धिमान साहा आदर्श टीम खिलाड़ी हैं जिन पर हमेशा मुश्किल काम के लिये निर्भर किया जा सकता है, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि उन्हें भारत के नंबर एक विकेटकीपर ऋषभ पंत की अनुपस्थिति में ही यह भूमिका निभानी होगी.
साहा (37 वर्ष) मौजूदा भारतीय टीम के सबसे ज्यादा उम्र के खिलाड़ी हैं जो 11 साल पहले अपने पदार्पण के बाद अपना 39वां मैच खेल रहे हैं. पदार्पण के बाद पहले पांच वर्ष महेंद्र सिंह धोनी के लिये स्थानापन्न बनने में चले गये और अब वह 24 वर्षीय पंत के बैक-अप हैं.
साहा ने गर्दन में जकड़न के साथ बल्लेबाजी करते हुए नाबाद 61 रन की पारी खेली. बल्लेबाजी कोच राठौड़ ने अनुभवी विकेटकीपर के बारे में पूछे गये सवालों पर कहा, उसकी गर्दन में जकड़न थी और यह जानते हुए कि वह एक आदर्श टीम खिलाड़ी है, वह वही करेगा जिसकी जरूरत है.
उन्होंने कहा, वह टीम के लिये मुश्किल चीजें करेगा और उस समय टीम जिस स्थिति में थी, उसने बहुत ही महत्वपूर्ण पारी खेली. उन्होंने कहा, हम हमेशा उससे इसकी ही उम्मीद करते हैं. वह हमेशा ऐसा खिलाड़ी रहा है जिस पर हम भरोसा कर सकते हैं और आज उसने दिखा दिया कि ऐसा क्यों है.
राठौड़ ने कहा, जहां तक उसका सवाल है तो दुर्भाग्य से हमारे पास बहुत ही विशेष खिलाड़ी ऋषभ है जो हमारे लिये नंबर एक विकेटकीपर है और उसने पिछले कुछ वर्षों में हमारे लिये शानदार प्रदर्शन किया है. उन्होंने कहा, उसकी भूमिका (दूसरे नंबर पर) यही है कि जब पंत उपलब्ध नहीं होगा, तभी हमें उसकी जरूरत होगी.