IND vs SA: जसप्रीत बुमराह ने दिया दक्षिण अफ्रीका को बड़ा झटका, टीम इंडिया को दिलायी बढ़त
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चल रहे तीसरे और आखिरी टेस्ट में जसप्रीत बुमराह ने 5 विकेट चटकाकर दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों को धराशायी कर दिया. बुमराह की बदौलत की एक छोटा स्कोर के होने के बावजूद टीम इंडिया लीड ले सकी. दूसरे दिन दक्षिण अफ्रीका 210 रन पर ऑलआउट हो गया.
दक्षिण और भारत के बीच केपटाउन में तीसरा और आखिरी टेस्ट मैच चल रहा है. पहले दिन कुल 11 विकेट गिरे. भारतीय पारी जहां 223 रन पर सिमट गयी. वहीं, जसप्रीत बुमराह के अंतिम क्षणों में डीन एल्गर को आउट दक्षिण अफ्रीका को बड़ा झटका दिया. दूसरे दिन का खेल जब शुरू हुआ तो दक्षिण अफ्रीका मजबूत स्थिति में नजर आ रहा था. लेकिन जसप्रीम बुमराह ने अपना कमाल दिखाया और पहली पारी में कुल पांच विकेट चटकाए.
जसप्रीत बुमराह की शानदार गेंदबाजी की बदौलत भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 210 रनों पर ही रोक दिया. पहली पारी में भारत 13 रन की बढ़त बनाने में कामयाब रहा. संक्षेप में कहें तो जसप्रीत बुमराह ने दक्षिण अफ्रीका की रीढ़ तोड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी. चार साल पहले उन्होंने इसी देश में अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की थी. मोहम्मद शमी ने भरपूर साथ निभाया और बल्लेबाजों को खासा परेशान किया.
वांडरर्स में दूसरे टेस्ट में भारतीय तेज आक्रमण की गहराई देखने को मिली थी. हालांकि भारत वह मुकाबला हार गया था. इस हार में बल्लेबाजों की भूमिका अहम थी. भारतीय बल्लेबाजी आक्रमण कोई कमाल नहीं दिखा पायी थी. केप टाउन में भी गेंदबाजों को जलवा बरकरार है. शार्दुल ठाकुर ने जहां सिर्फ 12 ओवर फेंके, वहीं बुमराह ने भी लगभग दोगुने ओवर डाले.
उमेश यादव, जिन्होंने दूसरी शाम शमी से आगे नयी गेंद ली थी, ने दो विकेट लिए, लेकिन चार रन प्रति ओवर की दर से गये. कम स्कोर वाले खेल में हमेशा यही जोखिम होता है. भारत के पास पहली बार दक्षिण अफ्रीका में सीरीज जीतने का मौका अब भी बरकरार है. अगर भारत यह आखिरी मुकाबला अपने नाम करता है तो निश्चित रूप से इतिहास में दर्ज हो जायेगा.
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विराट कोहली ने लंबे समय बाद अपनी बल्लेबाजी कौशल का बेहतरीन प्रदर्शन किया. भारतीय बल्लेबाज जहां एक के एक विकेट गंवा रहे थे. वहीं, कप्तान कोहली ने 200 से ज्यादा गेंदों का सामना किया और 79 रन की महत्वपूर्ण पारी खेली. चेतेश्वर पुजारा ने उनका पूरा साथ देने का प्रयास किया और टीम के लिए 77 गेंद में 43 रन जोड़े. इसके बाद केवल ऋषभ पंत 20 के आंकड़े को पार कर पाए.